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Chandauli News: साबर ठगी के लिए पुलिस को बनाया जा रहा मोहरा, 'यूपी कॉप एप' के कारनामे का सीओ ने खोला राज
Chandauli News: सीओ ने कहा कि यह फ्रॉड "यूपी कॉप एप" के माध्यम से ठगी किया जा रहा है। जिसमें भोले-भाले लोग शिकार हो रहे हैं, इस प्रकार का कोई फोन आपके पास आए तो आप अपने नजदीकी थाने में शिकायत दर्ज करें।
Chandauli News: चंदौली जिले में पुलिस के नाम का सहारा लेकर साइबर ठगी का नया कारनामा किया जा रहा है जिससे भोली- भाली जनता पुलिस के नाम पर डर कर साइबर ठगी का शिकार बन रही है।
इस ठगी से बचने के लिए साइबर क्राइम व पीडीडीयू नगर के सीओ आशुतोष ने गिरफ्तारी से बचने के नाम पर बढ़ते फ्रॉड को लेकर लोगों को जागरूक किया। इस दौरान सीओ ने कहा कि यह फ्रॉड "यूपी कॉप एप" के माध्यम से ठगी किया जा रहा है। जिसमें भोले-भाले लोग शिकार हो रहे हैं, इस प्रकार का कोई फोन आपके पास आए तो आप अपने नजदीकी थाने में शिकायत दर्ज करें।
आपको बता दें कि बबुरी थाना क्षेत्र के एक गांव की महिला थाने में 29 जुलाई को दहेज मामले में एफआईआर दर्ज करवाया था, जिसमें तीन आरोपी का नाम था। उसमें पीड़ित को आरोपी को पकड़ने के लिए एक फ्रॉड द्वारा फोन आया और चंदौली एसपी ऑफिस के नाम से 5 हजार का डिमांड किया। पीड़ित व्यक्ति ने सतर्कता दिखाते हुए चंदौली पुलिस को सूचना दी जिसके बाद साइबर ठग से बच गया।
यूपी कॉप एप का इस्तेमाल कर रहे साइबर ठग
जबकि कुछ माह पहले सकलडीहा कोतवाली क्षेत्र टिमिलपुरा गांव में साइबर ठग ने भुक्तभोगी से गिरफ्तारी से बचने के नाम पर 3 हजार ठग लिए। इसके बाद भुक्तभोगी ने इसकी शिकायत सकलडीहा कोतवाली में की थी। ऐसे ठगों के क्रम में साइबर सीओ आशुतोष ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। कहा कि साइबर ठगी यूपी कॉप एप्स का इस्तेमाल करके लोगों को बेवकूफ बना रहे।
इस संबंध में साइबर क्राइम के सीओ व( पीडीडीयू नगर क्षेत्राधिकार ) ने यह भी बताया कि एफआईआर द्वारा पंजीकृत व न्यायालय द्वारा चलाई जा रही विभिन्न अभियानों के क्रम में एनबीडब्ल्यू से संबंधित किसी व्यक्ति को फसाने के नाम पर या गिरफ्तारी के नाम से फोन से पुलिस के नाम पर पैसा मगाने का फ्रॉड यूपी कॉप एप का इस्तेमाल करके भोले व्यक्ति को शिकार करते हैं।
गिरफ्तारी के नाम पर पैसे की उगाही करते हैं
यह ऐसे फ्रॉड होते हैं जो पुलिस के नाम पर धमकी देते हैं और गिरफ्तारी के नाम पर पैसे की उगाही करते हैं। अगर इस तरह का मामला आता है तो नजदीकी थाने में शिकायत दर्ज कराए। इससे लोगों को सावधानी बरतनी पड़ेगी, ऐसे साइबर ठग पुलिस को बदनाम कर रहे हैं। साइबर ठग जहां नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं वहीं पुलिस भी उनकी ठगी को रोकने के लिए प्रयास में जुटी हुई है।