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Chandauli News: नौकरी के नाम पर बेरोजगारों को ठगने के लिए घूम रही है फर्जी संस्था, भर्ती के नाम पर वसूल रही 10 हजार
Chandauli News: सम्पूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी के समक्ष इस तरह की नियुक्ति हो रहीं पर आईपीएफ नेता अजय राय ने बातें उठायी तो उन्होंने तत्काल चकिया सीओ को जांच का आदेश दिया है।
Chandauli News: चंदौली जिले में नौकरी देने के नाम पर कुछ फर्जी संस्था बेरोजगारों को ठगने का काम कर रही है। जिले के सभी ग्राम सभा में हो रही ग्राम शिक्षा सहायता सेवक की भर्ती पर सम्पूर्ण समाधान दिवस पर आईपीएफ नेता अजय राय ने डीएम के समक्ष उठाया सवाल तो उन्होनें चकिया सीओ को जांच का मौखिक आदेश दिया है।
देहात में एक कहावत हैं कि जंगल के राजा शेर को पता नहीं और जंगल बंट गया उसी तर्ज पर डीएम को पता नहीं, शिक्षा विभाग को कोई जानकारी नहीं और राष्ट्रीय ग्रामीण शिक्षा व सहायता अभियान के तहत चंदौली जनपद में अस्थाई रूप से विभिन्न पदों पर भर्ती शुरू हो गया जिसमें एक पर्यवेक्षक, लिपिक व चपरासी सहित प्रत्येक ग्राम सभा में पांच ग्राम शिक्षा सहायता सेवक की भर्ती शुरू हो गया है। उसके लिए सभी पदों का वेतनमान भी तय दिखा दिया गया। रोज़गार पाने की चाहत मेें बेरोजगार युवाओं का आकर्षित किया और गांव-गांव से रोजगार पाने की चाहत में काफी संख्या में युवाओं ने फार्म भरा। उनका इन्टरव्यू हुआ और कई को सेलक्ट कहकर रोजगार पाने वाले लोगों को 8-9 जनवरी को पचफेडवा ( कठौरी रोड पर) स्थित कार्यालय में बुलाया गया। चर्चा तो यह भी हैं कि जिसका नियुक्ति पत्र भेजकर बुलाया गया उससे दस हजार रुपए भी लिया गया हैं।
सवालों की शुरुआत या शंकाएं तब होती जब ग्राम सभा को मालूम नही, जिलाधिकारी चंदौली से नियुक्ति करने का कोई आदेश नहीं, शिक्षा विभाग को जानकारी नहीं और तो और इन्टरव्यू लें कर चुनें जाने की बातें कहकर युवाओं को उक्त दिनांक को दस हजार रुपए लेकर आने को और कार्यालय में जमा करने को क्यों कहा गया। कुछ लोगों को पैसा जमा करके ही नियुक्ति पत्र मिला है। अगर यह गैर सरकारी संस्था (NGO ) के द्वारा भर्ती किया जा रहा हैं तो दस - दस हजार रुपए ( नाम न उजागर हो इस शर्त पर अभ्यर्थियों द्वारा लगाए गए हैं ) जो जमा करेंगे उन्हीं को नियुक्त किया जाएगा यह बात क्यों हो रही है। अगर ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना लक्ष्य हैं तो विभाग को जानकारी क्यों नहीं दिया गया हैं। सभी अधिकारियों द्वारा इस तरह की नियुक्ति की जानकारी न होने की बातें क्यों कही जा रही हैं। ग्राम पंचायत प्रधान भी इसकी जानकारी न होने की बाते कर रहें हैं।
जांच में सामने आएगी सच्चाई
सम्पूर्ण समाधान दिवस पर मौजूद जिलाधिकारी के समक्ष इस तरह की नियुक्ति हो रहीं पर आईपीएफ नेता अजय राय ने बातें उठाया तो उन्होंने तत्काल चकिया सीओ से जांच करने को कहा, क्योंकि चकिया के भी कई गांवों के भी अभ्यर्थी हैं। अब देखना यह है कि जिलाधिकारी ऐसी संस्थाओं पर किस तरह की कार्यवाही करते हैं।