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Chandauli News: दाना पानी छोड़कर लाइन में लग गए किसान, जानिए क्यों परेशान हैं अन्नदाता
Chandauli News: जनपद को 1660 मिट्रिक टन डीएपी किसानों को रबी फसलों की बुवाई के लिए आई हुई है। साथ में 443 मिट्रिक टन एनपीके भी उपलब्ध हुई है।
Chandauli News: चंदौली जनपद को धान का कटोरा कहा जाता है कृषि पप्रधान जनपद में रवि की बुवाई के लिए डीएपी की किल्लत होने के कारण किसान मारे मारे फिर रहे हैं। यहां तक की मौसम के पछुआ हवा चलने के कारण किसानों के खेत की नमी भी भाग रही है। जिसको लेकर किसानों की नींद हराम है। जब किसानों को मालूम हुआ कि जनपद की समितियो पर खाद की बोरी पहुंच चुकी है तो सूर्योदय के पहले ही किसान पहले आओ पहले पाओ के तर्ज पर केंद्र प्रभारी के आने से पहले ही लंबी कतार लगाकर खड़े हो गए यहां तक की खाद लेने के लिए नोक झोक भी होती रही।
जनपद को 1660 मिट्रिक टन डीएपी किसानों को रबी फसलों की बुवाई के लिए आई हुई है। साथ में 443 मिट्रिक टन एनपीके भी उपलब्ध हुई है। किसानों की समस्याओं को देखते हुए जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार यादव ने सभी किसान भाईयों से अपील किया कि अपने खेत के क्षेत्रफल और संस्तुत मात्रानुसार ही साधन सहकारी समितियों और निजी उर्वरक बिक्री केंद्रों से फास्फेटिक उर्वरक लें।
इस सूचना के बाद किसान डीएपी के लिए साधन सहकारी समिति पर गुरुवार को सुबह से ही लाइन लगाकर खड़े हो गए।पूरे दिन केंद्र प्रभारियों को खाद देने में जद्दोजहद उठानी पड़ी और किसान पहले लेने के चक्कर में नोंकझांक भी करते रहे। जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार यादव ने बताया कि जनपद के सभी किसानों को अवगत कराना है कि इफको की 1660 मिट्रिक टन ( 33200बैग) डीएपी और 443 मिट्रिक टन एनपीकेएस एनपीकेएस (8860 बैग) की मात्रा जनपद को प्राप्त हो गई है। जिन साधन सहकारी समितियों का पैसा पहले से जमा है उन्हें सीधे रैक प्वाइंट से उनके समितियों पर भिजवा दिया गया है। अवशेष समितियों को उनके द्वारा पैसा जमा किए जाने के उपरांत पीसीएफ गोदाम के माध्यम से उनके सोसायटियों पर भिजवा दिया जाएगा।
दो दिन के अंदर प्राइवेट एचयूआरएल कंपनी का भी 400 मिट्रिक टन (8 हजार बैग) डीएपी पीसीएफ को और 125 मिट्रिक टन डीएपी ( 2500 बैग) निजी क्षेत्र को तथा एनएफएल का एनएफएल का भी 800 मिट्रिक टन (16 हजार बैग) पीसीएफ को और 450 मिट्रिक टन (9 हजार बैग) निजी क्षेत्र को डीएपी उपलब्ध हो जाएगी। सभी किसानों से अनुरोध है कि नियमानुसार ई-पास मशीन पर अंगूठा लगाकर उर्वरक का क्रय करें। जनपद के बजहाँ, सिकरी, बबुरी, अदसड, असना, बरहनी, छतेम, सिधना, जेवरियाबाद, घोसवाँ, चिरईगाँव, पिपरी भैसा, डिग्धी बरहनी, करवत, छित्तमपुर, भरछा, पचोखर, व्यासपुर, मढ़िया, कबीरपुर, कि० चकिया, उतरौत, शिकारगंज, चकिया क्रय विकय, सिकन्दरपुर, शहाबगंज, खरौझा, इलिया, सिंघरौल, नौगढ़, मझगाँवा, बोझ, बरवाडीह, तेन्दुईताजपुर, सलेमपुर, धरहरा, नोनार, गोकुलपुर, बढवलडीह, संघती, बीसापुर, कैलावर, कैथी, महरखा,नादी, मारूफपुर, चकिया बिहारी मिश्र, टाण्डाकला, सेवढी, जनौली, अवही, एवती के समितियों पर खाद सीधे पहुंचाया गया है।