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Chandauli News: मोहम्मद अजहरुद्दीन बने बबलू सिंह, परिवार सहित अपनाया सनातन धर्म
Chandauli News: बिछिया गांव के निवासी मोहम्मद अजहरूद्दीन मुस्लिम धर्म के ठेकेदारों से लंबी लड़ाई लड़ने के बाद सनातन धर्म में वापसी करते हुए मोहम्मद अजहरुद्दीन से डब्लू सिंह बन गए है।
Chandauli News: चंदौली जनपद के सदर कोतवाली क्षेत्र के बिछिया गांव के निवासी मोहम्मद अजहरूद्दीन मुस्लिम धर्म के ठेकेदारों से लंबी लड़ाई लड़ने के बाद सनातन धर्म में वापसी करते हुए मोहम्मद अजहरुद्दीन से डब्लू सिंह बन गए है। उन्होंने अपने पुत्र पत्नी को भी शुद्धिकरण कराते हुए सनातन धर्म में वापसी कराया है। इस संबंध में सनातन धर्म स्वीकार करने वाले मोहम्मद अजहरुद्दीन से बने बबलू सिंह ने बताया कि जब हमने अपने कुर्सीनामा को देखा तो हमको लगा कि हमारे पूर्वज पहले सनातनी थे। इसी कारण हमारे अंदर जन्म से ही सनातन धर्म के प्रति आस्था एवं विश्वास था।
परिवार सहित अपनाया सनातन धर्म
पहले से ही हमारे घर में रामचरितमानस, श्रीमद् भागवत हैं। हम सभी धर्मो का समान रूप से पूजन और अध्ययन भी करते थे। हम 2006 से सनातन धर्म में वापसी करने के लिए लगे थे, लेकिन कुछ लोगों द्वारा इतना मुझे परेशान किया गया कि हम उनके बारे में कुछ नहीं कहना चाहते है लेकिन लंबी लड़ाई लड़ते हुए 30 जून को हमने परिवार सहित अपने सनातन धर्म में पूर्ण रूप से वापसी कर ली है।
अब महसूस हो रहा है सुकून - मोहम्मद अजहरूद्दीन
अब अपने घर में आने के बाद सुकून महसूस हो रहा है। यही नहीं जो लोग हमें दोषी ठहरा रहे थे अब वह भी अपना पुराना इतिहास एवं कुर्सी नामा देखेंगे तो सनातन के प्रति आकर्षित हो जाएंगे। हमारे घर के अन्य सदस्यों के अंदर भी धीरे-धीरे सनातन धर्म के प्रति उनका विश्वास बढ़ता जा रहा है और मुझे आशा है कि मेरे आस-पास एवं रिश्तेदार नातेदार सब लोग आने वाले समय में सनातनी बन जाएंगे।
मैं प्रयास में हूं कि जो हमारे पुरखा पुरनियों का इतिहास और कुर्सीनामा है उसे निकाल कर सबके सामने पेश करूं ताकि लोग समझ जाए कि हम लोगों को जबरदस्ती दबाव में सनातन से मुस्लिम धर्म स्वीकार कराया गया है और हम लोग अभी तक उसे ढों रहे हैं। आज हम अपने सनातन धर्म में वापस होकर जी रहे हैं। अभी तक जो हमारा अध्ययन है उसमें हमारे पूर्वज राजपूत थे और हम लोगों को जबरदस्ती मुस्लिम बना दिया गया है। अब हमें सनातन धर्म स्वीकार करने के बाद किसी भी तरह का कोई दबाव नहीं है और हमारे रिश्तेदार नातेदार सब लोग सनातन धर्म मे भाव रखे हुए हैं। मुझे आशा एवं विश्वास है कि वह लोग भी सनातन धर्म के प्रति आकर्षित हो रहे हैं और जल्द वापसी करेंगे।