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Chandauli News: राज्यसभा सांसद दर्शना सिंह ने सदन में कृषि प्रधान जनपद के लिए केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय की मांगी सौगात
Chandauli News: राज्यसभा सांसद दर्शना सिंह ने गुरुवार को उच्च सदन में विशेष उल्लेख के माध्यम से कृषि प्रधान जिले चंदौली में किसानों और युवाओं के हित में केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना की मांग उठाई।
Chandauli News: चंदौली जिले की निवासी राज्यसभा सांसद दर्शना सिंह ने गुरुवार को उच्च सदन में विशेष उल्लेख के माध्यम से कृषि प्रधान जिले चंदौली में किसानों और युवाओं के हित में केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार किसानों और युवाओं के कल्याण के लिए लगातार काम कर रही है। सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के सकारात्मक प्रयासों से किसानों के लिए कृषि शिक्षा और नई तकनीकों का तेजी से विकास हो रहा है।
धान का कटोरा कहे जाने वाले चंदौली उत्तर प्रदेश के दक्षिणी भाग में स्थित और पूर्वांचल का हिस्सा है, जो अपने ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और कृषि प्रधानता के लिए जाना जाता है। दर्शना सिंह ने चंदौली को कृषि प्रधान जिला बताते हुए कहा कि यहां विकास की अपार संभावनाएं हैं, लेकिन कुछ चुनौतियां भी हैं। अगर इन चुनौतियों का समाधान किया जाए तो चंदौली कृषि, उद्योग और सामाजिक विकास के क्षेत्र में एक आदर्श जिला बन सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि चंदौली को भारत सरकार द्वारा आकांक्षी जिलों में शामिल किया गया है, जहां की अधिकांश आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करती है और कृषि मुख्य व्यवसाय है।
सांसद ने कहा कि चंदौली की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार धान, गेहूं, गन्ना, मटर और आलू जैसी फसलें हैं। हालांकि, यहां के किसानों को नई कृषि तकनीक, जैविक खेती और वैज्ञानिक तरीकों की जानकारी सीमित है। ऐसे में केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना से क्षेत्र में कृषि अनुसंधान, नवाचार और आधुनिक कृषि शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा। इससे पूर्वांचल के किसानों, छात्रों और शोधकर्ताओं को नई तकनीकों और विचारों का लाभ मिलेगा, जिससे क्षेत्र की कृषि व्यवस्था मजबूत होगी।
सदन में बोलते हुए सांसद दर्शना सिंह ने चेयरमैन जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का आभार जताया। उन्होंने विश्वास जताया कि सरकार जल्द ही चंदौली जिले में केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना करेगी। इस दौरान पूर्व अध्यक्ष वीरेंद्र जायसवाल, अमित वर्मा, अरुण मौर्य, विनय जायसवाल, नामवर, मनोज गुप्ता, शशांक पांडेय आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन अमित अग्रहरि ने किया।