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Chandauli News: अखिलेश यादव के सभा में सपाइयों का उत्पात, पत्रकारों का टूटा मंच
Chandauli News: अखिलेश यादव की जनसभा में सपाइयों का उत्पात जमकर देखने को मिला जिसके चलते जहां बैरिकेटिंग में लगे लोहे के रेलिंग टूट गई, कुर्सियां चकनाचूर हो गई।
Chandauli News: चंदौली जनपद के पालीटेक्निक कालेज में आयोजित अखिलेश यादव की जनसभा में सपाइयों का उत्पात जमकर देखने को मिला जिसके चलते जहां बैरिकेटिंग में लगे लोहे के रेलिंग टूट गई, कुर्सियां चकनाचूर हो गई। वहीं मीडिया के लिए बना मंच भी धराशाई हो गया,जिसमें कुछ लोग घायल भी हो गए। मीडिया के मंच टूटने के बाद हड़कंप मच गया। यही नहीं सपाई लगे हुए पंडाल के ऊपर भी चढ़ गए जिससे पंडाल में बैठे लोगों के अंदर डर बनी थी कि कहीं कोई गिरकर घायल ना हो जाए लेकिन यह सब होता रहा और मंच से कोई भी समाजवादी पार्टी का नेता या राष्ट्रीय अध्यक्ष ने एक बार भी उन उत्पतियों को शांत रहने के लिए निर्देश नहीं दिया, जिससे लोगों में चर्चा है कि यह पार्टी के उकसावे से ही इस तरह के समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता कदम उठाते हैं। यही नहीं इस सभा में कुछ महिलाएं भी आई थी लेकिन सपा के उत्पतियों के उत्पात के चलते किसी तरह अपनी जान बचाकर पंडाल से निकलकर भाग कर अपनी जान बचाई।
मीडिया कर्मियों को इन सपाईयों के उत्पात चलते किसी तरह अपना काम करते हुए जान बचाना मुश्किल था तो वहीं प्रशासन में लगे पुलिस कर्मियों को भी बेहद ज़लालत झेलनी पड़ी। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता किसी भी सुरक्षा कर्मी की कोई बात मानने को तैयार नहीं थे और उनके आक्रोश को देखते हुए पुलिसकर्मी भी मुक दर्शक बने रहे जिसका परिणाम रहा कि जहां बीच में बैरिकेडिंग की गई लोहे की रेलिंग लगाई गई थी उनको भी तोड़ दिए, कई कुर्सियों को चकनाचूर कर दिए और बने भारी पंडाल के ऊपर तक चढ़ के सपाई अपने जोश का परिचय देते रहे। यही नहीं मंच से सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी सपाईयों में और जोश भरते हुए कह दिया कि अगर भारतीय जनता पार्टी के लोग बूथ लूटने का काम करेंगे तो उनसे पीछे मत हटना और आप लोग अपने जोश का परिचय देते रहिएगा।
आपको बता दें, कि यह पहली घटना नहीं है। 2019 में भी सपा बसपा के गठबंधन के मायावती और अखिलेश के इसी फील्ड पर जन सभा के दौरान सपाईयों ने बल्ली की रेलिंग को तोड़ते हुए उत्पात मचाया था, जिसमें कई लोग घायल हो गए थे और भगदड़ की स्थिति हुई थी। अब शांति प्रिय लोग सपा के इस तरह की रैलियो में जाने से किनारा करने लगे हैं। सपा के उत्पात वाली रैली का लोगों में जोरो पर चर्चा हो रही है।