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Chandauli News: अरहर और धान की लहलहा रही फसल की जगह मनरेगा में लाखों का घोटाला, जानिए क्या है मामला
Chandauli News: जिस खेत में धान एवं अरहर लहलहा रही है वहां 10 दिन पूर्व तक मेड़बंदी का मास्टर रोल भरकर पैसे निकाल कर घोटाले का कारोबार चल रहा है।
Chandauli News: चंदौली जिले के नौगढ़ क्षेत्र में मनरेगा कार्य में भारी घोटाला का मामला प्रकाश में आया है। मुख्यमंत्री पोर्टल पर लाखों के घोटाले की शिकायत की गई है। जिसका संज्ञान लेकर जिलाधिकारी ने टीम गठित कर जांच का निर्देश दिया है। जिस खेत में धान एवं अरहर लहलहा रही है वहां 10 दिन पूर्व तक मेड़बंदी का मास्टर रोल भरकर पैसे निकाल कर घोटाले का कारोबार चल रहा है।
मनरेगा में घोटाला
नौगढ़ क्षेत्र के मरवटियां गांव में मनरेगा कार्य में घोटाला सामने आया है। मनरेगा के तहत गांव में बंधी के लिए मिट्टी की खोदाई का काम दिखाकर भुगतान करा दिया गया था। डीएम निखिल टीकाराम फुंडे के आदेश पर शिकायत की जांच करने डीसी मनरेगा आरके चतुर्वेदी गांव पहुंचे तो वहां धान की फसल लहलहा रही थी। डीसी मनरेगा ने बताया कि जियो टैगिंग में गड़बड़ी मिली है। लोगों ने कहा कि 10 दिन पहले खोदाई दिखाई गई है, वहां धान की फसल कैसे खड़ी हो जाएगी। इस पर उन्होंने जांच पूरी तक सबकी आईडी हटाने का निर्देश दिया।
दो लाख से अधिक का भुगतान
नौगढ़ क्षेत्र के मदन मोहन, इंद्रजीत और अन्य लोगों ने एक हफ्ता पहले सीएम पोर्टल पर नौगढ़ ब्लॉक के उदितपुर सुर्रा, मरवटिया गांव, चुप्पेपुर, सेमरा कुसही गांव में पटरी मरम्मत और बंधी निर्माण में अनियमितता की शिकायत की थी। उन्होंने लिखा था कि गांव में एक ही बंधी के निर्माण के लिए पोर्टल पर दो आईडी जेनरेट की गई है। एक काम पर आठ लाख छह हजार का प्रस्ताव है, जिसमें दो लाख 25 हजार 624 रुपये का भुगतान आईडी पर हो चुका है। वहीं, दूसरी आइडी पर छह लाख तीन हजार के प्रस्ताव के काम के बदले एक लाख 81 हजार का भुगतान हो चुका है। शिकायत में कहा गया था कि जिस बंधी में मनरेगा मजदूरों को काम करते दिखाया गया है, उसमें पानी भरा है। पोर्टल पर अपलोड की गई फोटो और जमीनी हकीकत अलग है। वहीं, दोनों आईडी पर यह दर्ज है कि रामसनेही के खेत से मिट्टी निकाली जाएगी, जबकि रामसनेही का खेत दूसरी साइट पर नहीं है।
शिकायत पर की गई जांच
मनरेगा योजना में घोटाला होने की शिकायत पर डीसी मनरेगा आरके चतुर्वेदी पहुंचे तो देखा कि जिस बंधी में काम दिखाया गया था, उसमें पानी भरा मिला। खेत से मिट्टी की खुदाई के दावे पर शिकायत करने वालों ने कहा कि खेत में धान और अरहर की फसल खड़ी है। 15 दिन पहले मिट्टी निकाली गई होती तो वहां इतनी जल्दी धान और अरहर की फसल कैसे हो सकती है। इसपर डीसी मनरेगा ने जांच कराने की बात कही। वहीं, जांच के दौरान रोजगार सेवक और महिला मेठ गायब थी। इस दौरान बीडीओ अमित कुमार, प्रधान जगनारायण सिंह और पंचायत सचिव अश्वनी गौतम भी मौजूद थे।
डिलीट किया जाएगा डाटा
खेतों में फसल खड़ी देखकर डीसी चतुर्वेदी ने कहा कि “मैनेज करके काम चलता है,” जो गंभीर अनियमितता की ओर इशारा करता है। डीसी ने खंड विकास अधिकारी अमित कुमार को निर्देश दिया कि मनरेगा की साइट पर अपलोड की गई एनएमएमएस (नेशनल मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम) हाजिरी को तुरंत डिलीट किया जाए, जो पहले से मौजूद काम की गलत जानकारी दे रही है। डीसी मनरेगा का कहना है कि सीएम जनसुनवाई पोर्टल पर मनरेगा के तहत बंधी पर मिट्टी डालने के कार्य में अनियमितता की शिकायत मिली थी। जांच करने के दौरान जियो टैग गलत पाया गया।