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सावन में बाबा विश्वनाथ का श्रृंगार हुआ महंगा,अन्य शुल्कों में भी तीन से चार गुना तक की बढ़ोतरी

बाबा विश्वनाथ का श्रृंगार: इस बार सावन महीने में बाबा विश्वनाथ का श्रृंगार और सुगम दर्शन महंगा होगा। सावन के दौरान सुगम दर्शन, श्रृंगार, अभिषेक और आरती का शुल्क बढ़ा दिया गया है।

Anshuman Tiwari
Published on: 13 July 2022 8:49 PM IST
सावन में बाबा विश्वनाथ का श्रृंगार हुआ महंगा
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सावन में बाबा विश्वनाथ का श्रृंगार हुआ महंगा (Image: Social Media)

Baba Vishwanath Temple: हिंदू धर्म के लिए महत्वपूर्ण माने जाने वाले सावन महीने की शुरुआत शुक्रवार से होने वाली है। सावन का महीना देवों के देव महादेव को अति प्रिय माना जाता है। सावन महीने के दौरान देशभर के शिवालयों में भक्त महादेव का दर्शन-पूजन करने के लिए पहुंचते हैं। महादेव की नगरी काशी में तो इस दौरान गजब की रौनक रहती है। सावन महीने के दौरान काशी विश्वनाथ के दरबार में मत्था टेकने के लिए लाखों श्रद्धालु उमड़ते रहे हैं।

इस बार सावन महीने में बाबा विश्वनाथ का श्रृंगार और सुगम दर्शन महंगा होगा। सावन के दौरान सुगम दर्शन, श्रृंगार, अभिषेक और आरती का शुल्क बढ़ा दिया गया है। सावन के सोमवार के दिन बाबा के श्रृंगार के लिए श्रद्धालुओं को 20 हजार रुपये खर्च करने पड़ेंगे। अन्य शुल्कों में भी तीन से चार गुना की बढ़ोतरी की गई है।

सावन के दौरान शुल्कों में हुई बढ़ोतरी

सावन महीने के दौरान काशी विश्वनाथ आने वाले भक्तों की संख्या में कई गुना बढ़ोतरी हो जाती है। विश्वनाथ धाम का लोकार्पण होने के बाद वैसे भी भक्तों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। जानकारों का मानना है कि इस बार सावन के दौरान करीब साठ लाख भक्तों के बाबा विश्वनाथ के दरबार में पहुंचने की उम्मीद है। मंदिर प्रशासन ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है। इसके साथ ही सावन महीने के दौरान बाबा का के दर्शन-पूजन के शुल्क में भी बढ़ोतरी की गई है।

मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा का कहना है कि सोमवार के दिन सुगम दर्शन करने का टिकट साढ़े सात सौ रुपये प्रति व्यक्ति होगा। सोमवार के अलावा अन्य दिनों में इस टिकट के लिए 500 रुपये कीमत चुकानी होगी। सावन के सामान्य दिनों में मंगला आरती के लिए 1000 रुपए का टिकट कटाना होगा जबकि सावन के सोमवार के दिन मंगला आरती के टिकट की कीमत 2000 रुपए तय की गई है। मध्य भोग आरती, सप्तर्षि आरती और श्रृंगार भोग आरती का टिकट पूरे महीने के दौरान 500 रुपये ही रहेगा। मंदिर प्रशासन की ओर से सावन महीने के दौरान ऑनलाइन बुकिंग भी खोल दी गई है।

मां गंगा से बाबा दरबार तक रेड कारपेट

जेठ महीने के दौरान भीषण गर्मी के चलते श्रद्धालुओं को बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। इससे सबक लेते हुए सावन में मंदिर प्रशासन ने भक्तों के लिए विशेष कदम उठाया है। गंगा घाट की सीढ़ियों से लेकर बाबा दरबार तक लाल कारपेट बिछाई गई है।

इन दिनों काशी में प्रचंड गर्मी और उमस का माहौल है। श्रद्धालुओं को तीखी धूप और बारिश से बचाने के लिए टेंट की व्यवस्था भी की गई है। टेंट की व्यवस्था के कारण कतार में खड़े होने वाले श्रद्धालुओं को धूप से परेशानी नहीं होगी। भक्तों की सुविधा के लिए जगह-जगह पानी का इंतजाम भी किया जा रहा है।

मंदिर प्रशासन ने दिया तैयारियों को अंतिम रूप

सावन के महीने के दौरान यह पहला मौका होगा जब बाबा विश्वनाथ के भक्त गंगा का जल लेकर सीधे बाबा के दरबार में पहुंच सकेंगे। मंदिर प्रशासन के मुताबिक श्रद्धालुओं के प्रवेश और निकास के लिए व्यवस्था और सुरक्षा का खाका तैयार कर लिया गया है। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए सावन महीने में बाबा के झांकी दर्शन की व्यवस्था रहेगी। इस बार सावन का महीना 14 जुलाई से 12 अगस्त तक होगा।

मंदिर प्रशासन का मानना है कि वैसे तो पूरे सावन महीने के दौरान भक्तों की अपार भीड़ उमड़ेगी मगर सावन के सोमवार के दिन भक्तों की संख्या कई गुना बढ़ जाएगी। इस साल सावन का पहला सोमवार 18 जुलाई को पड़ेगा। दूसरा सोमवार 25 जुलाई, तीसरा सोमवार 1 अगस्त और चौथा सोमवार 8 अगस्त को पड़ेगा। इस बार सावन महीने के दौरान चार सोमवार पड़ेंगे और 12 अगस्त को शुक्रवार के दिन सावन महीने की समाप्ति होगी।

एलईडी स्क्रीन पर होंगे बाबा के दर्शन

सावन के दौरान बाबा के दरबार में आने वाले श्रद्धालुओं को मंदिर परिसर में लगी एलइडी स्क्रीन पर लगातार बाबा विश्वनाथ के दर्शन होंगे। इसके लिए मंदिर परिसर में दर्जनभर स्थानों पर एलईडी स्क्रीन लगाने की व्यवस्था की गई है। मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने मंगलवार को काशी विश्वनाथ धाम में की गई व्यवस्थाओं का जायजा लिया और कई स्थानों पर मंदिर प्रशासन को व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि सावन के सोमवार को लगभग सात लाख भक्तों के विश्वनाथ दरबार में पहुंचने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि भक्तों की सुविधा के लिए जिला और मंदिर प्रशासन की ओर से मुकम्मल व्यवस्था की गई है।



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Rakesh Mishra

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