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Meerut: मंगल पांडे की जंयती पर चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की साहित्य संस्कृति परिषद ने किया संगोष्ठी का आयोजन
आज मंगल पांडे की जन्म जयंती के मौके पर चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की साहित्य संस्कृति परिषद के तत्वाधान में आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम श्रंखला के अंतर्गत संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
Meerut: उत्तर प्रदेश के मेरठ में आज मंगल पांडे (Mangal Pandey) की जन्म जयंती के मौके पर चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय (Chaudhary Charan Singh University) की साहित्य संस्कृति परिषद के तत्वाधान में आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम (Azadi ka Amrit Mahotsav Program) श्रंखला के अंतर्गत संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में मां शारदा और मंगल पांडे के चित्र पर किए पुष्पअर्पित
इतिहास विभाग (History Department) के वीर बंदा सभागार में संपन्न हुई संगोष्ठी में कार्यक्रम के अध्यक्ष के रूप में विश्वविद्यालय के डीन ऑफ आर्ट्स प्रोफेसर नवीन चंद्र लोहानी (Dean of Arts Professor Navin Chandra Lohani) ने व्यक्त किए। इससे पूर्व संगोष्ठी का उद्घाटन मां शारदा और मंगल पांडे के चित्र पर पुष्प अर्पित कर, दीप प्रज्वलन के साथ प्रोफेसर नवीन चंद्र लोहानी (Dean of Arts Professor Navin Chandra Lohani), प्रोफेसर विघ्नेश कुमार, प्रफेसर आराधना , प्रो. ए वी कोर, डॉ कुलदीप त्यागी, डॉ. योगेश कुमार, डॉ. रीना ने किया। इस अवसर पर प्रोफेसर आराधना ने कहा कि सरकारी पद पर रहते हुए उसी अंग्रेजी सरकार के विरुद्ध मजबूती के साथ अपने देश के लिए खड़े हो जाना मंगल पांडे के व्यक्तित्व का अद्भुत रूप सामने आता है। प्रोफेसर एवी कौर ने मंगल पांडे के जीवन के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला।
डॉ कुलदीप त्यागी ने मंगल पांडे के बचपन से लेकर उनके बलिदान के बारे में बताया
विश्वविद्यालय की साहित्यिक सांस्कृतिक परिषद के सदस्य डॉ कुलदीप त्यागी ने मंगल पांडे के बचपन से लेकर उनके बलिदान तक के जीवन यात्रा के विभिन्न प्रसंगों को इंगित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर योगेश कुमार ने किया। इस अवसर पर डॉक्टर अल्पना पोसवाल, दीपक ,हर्षदीप ,विवेक कुमार, योग्यता, काजल, पुष्पेंद्र, मोहित कुमार ,विशाल चौधरी ,अंकित आदर्श, शिवकुमार, रवि शंकर सहित 3 दर्जन से अधिक छात्र-छात्राएं शोधार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ संपन्न हुआ।
बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra ModI) ने मंगल पांडेय को याद करते हुए मेरठ में स्थापित शहीद स्मारक की तस्वीर जारी की है। पीएम मोदी इस स्मारक पर 2 जनवरी 2022 को पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने भारत के इस महान सपूत को याद किया। 30 साल की आयु में अंग्रेजी हुकूमत ने मंगल पांडेय को फांसी के फंदे पर चढ़ा दिया था। उन्होंने मेरठ में ही अंग्रेजी सरकार के खिलाफ बगावत की थी। 10 मई 1857 को मेरठ के कोतवाल धन सिंह गुर्जर और मंगल पांडेय ने हथियार उठा लिया था। मेरठ में शहीद स्मारक पर यूपी के बलिया के नगवां गांव में जन्म लेने वाले इस सपूत की आदमकद प्रतिमा लगाई गई है। यह युवाओं में आज भी जोश भरती है।