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Chhath Puja 2022: सीएम योगी ने बताया छठ पूजा का महत्व, यूपी से बिहार तक पहुंचा संदेश

Lucknow: राजधानी के लक्ष्मण मेला मैदान में अखिल भारतीय भोजपुरी समाज द्वारा आयोजित 'छठ पूजा पर्व' में हजारों की संख्या में महिलाओं ने सूर्य को अर्घ्य देकर अपने व्रत को आरंभ किया।

Shashwat Mishra
Published on: 30 Oct 2022 1:28 PM GMT
Chhath Puja 2022: सीएम योगी ने बताया छठ पूजा का महत्व, यूपी से बिहार तक पहुंचा संदेश
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Lucknow: रविवार को राजधानी के लक्ष्मण मेला मैदान में अखिल भारतीय भोजपुरी समाज द्वारा आयोजित 'छठ पूजा पर्व' में हजारों की संख्या में महिलाओं ने अस्त होते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर, अपने व्रत को आरंभ किया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह कार्यक्रम स्वयं के शुद्ध होने के साथ ही प्रकृति को भी शुद्ध करता है। यह पूरे लोक को एक साथ लेकर चलने वाला पर्व है। सूर्य के बिना इस सृष्टि की कल्पना नहीं की जा सकती। कार्यक्रम के संयोजक व भोजपुरी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रभुनाथ राय ने भोजपुरी में बात रखते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस कार्यक्रम को बहुत बढ़ावा दिया। वो आज चौथी बार आए हैं।

छठ माता हम सब पर कृपा करें: ब्रजेश पाठक

कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने छठ माता के जयकारों के साथ कहा कि छठ माता हम सब पर कृपा करें। हम सब की मनोकामनाओं को पूर्ण करें। दुःखों का नाश करें। हम सब के परिवार में सुख-समृद्धि-वैभव आए। उन्होंने कहा कि विगत 39 वर्षों से इस पूजा का आयोजन लक्ष्मण मेला मैदान में हो रहा है। मुख्यमंत्री ने माताओं-बहनों को कोई परेशानी न हो, इसके लिए पुख़्ता इंतजाम कर रखे हैं।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छठ पूजा की दी बधाई

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने उद्बोधन में छठ पूजा की बधाई देते हुए कहा कि यह लोक आस्था का पर्व है। पूरा समाज मिलकर इस आयोजन के साथ जुड़ता है। पर्व और त्योहार का महत्व ही सामूहिकता का दर्शन है। हम सब मिलकर, एकजुट होकर प्रकृति के प्रति, स्वच्छता के प्रति और लोक आस्था के प्रति इस समर्पण भाव से कार्य कर रहे हैं, उसका एक आदर्श उदाहरण छठ जैसे पर्व होते हैं। उन्होंने बताया कि यह चार चरणों में पूरा कार्यक्रम में होता है। अन्तः व वाह्य शुद्धि पर पूरी तरह ध्यान दिया जाता है। तन शुद्धि के बगैर कोई कार्य हो ही नहीं हो सकता। और अन्तः व वाह्य शुद्धि पर ध्यान देते हुए इस कार्यक्रम को आयोजित किया जाता है।


जल से दिया जाने वाले अर्घ्य बगैर शुद्धि के संभव नहीं हो सकता: योगी

मुख्यमंत्री योगी ने सूरज के अस्त होते हुए दिये जाने वाले अर्घ्य के बारे में कहा कि जल से दिया जाने वाले अर्घ्य बगैर शुद्धि के संभव नहीं हो सकता है। आस-पास के वातावरण को शुद्व किया गया है। गोमती नदी आज शुद्ध दिखाई दे रही है। उन्होंने अर्घ्य के बारे में बताया कि कल सूर्योदय के पहले भी यह कार्यक्रम यहां संपन्न होगा।


मौके पर ये रहे मौजूद

इस मौके पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, महापौर संयुक्ता भाटिया, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा सहित तमाम लोग मौजूद रहे।

Deepak Kumar

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