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राप्ती के तट पर अस्ताचलगामी सूर्य को छठ व्रती ने दिया अर्ध्य, किन्नर समाज ने भी की पूजा
गोरखपुर: सूर्य उपासना का पर्व छठ आज गोरखपुर में बड़े धूम धाम से आस्था व श्रद्धा के साथ मनाया गया। व्रती महिलाएं आज के दिन निर्जल व्रत रहेंगी और बुधवार को प्रातः कालीन सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर व्रत तोडेंगी।आज गोरखपुर के राजघाट के राप्ती नदी तट पर छठ मैया की पूजा अर्चना के लिए घाटों पर उमड़ी भारी भीड़ ।
राप्ती नदी के तट पर हजारों की संख्या में महिलाएं पुरुष व बच्चे ने सूर्य की उपासना की आज सांय 5:25 बजे महिलाओं ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्ध्य दिया । छठ व्रत की पूर्णाहुति चतुर्थ दिन उगते सूरज को अर्घ्य देने के साथ होती है। 14 नवंबर बुधवार को प्रातः कालीन सूर्य को अर्ध्य दिया जाएगा ।इस दिन सूर्योदय 6:36 बजे है। इसी समय प्रात कालीन अर्ध्य दिया जाएगा और देने के बाद व्रती महिलाएं पारण करेंगी इस दिन छठ माता की प्रतिमाएं विसर्जित की जाएंगी।
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आज राप्ती तट पर जिला प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। महिला पुलिस बल पीएसी के जवान एनडीआरफ जेल पुलिस सहित भारी संख्या में पुलिस बल घाटों पर तैनात किए गए हैं। साथ ही नगर निगम के कर्मचारी भी साफ सफाई की व्यवस्था को लेकर मुस्तैद दिख रहे हैं।
गोरखपुर में किन्नर समाज भी इस व्रत को पूरे विधि विधान के साथ कर रहा है। गोरखपुर के पीपीगंज में किन्नर समाज की प्रमुख किरण, पिंकी और उनकी शिष्यों ने आज छठ व्रत को रखा है। इन्होंने अपने घर से छठ घाट तक की 3 किलोमीटर की दूरी जमीन पर लेटते हुए और परिक्रमा करते हुए तय किया है। अपने यजमानों के परिवार को ही अपना परिवार मानकर उनके सुख, समृद्धि की कामना के लिए किरण और दूसरी किन्नरों ने छठ व्रत को पिछले 3 दिनों से बिना पानी पिए और खाये रखा हुआ है। आज शाम को डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के बाद से यह जल ग्रहण करेंगी।
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किन्नरों के द्वारा छठ व्रत रखने को लेकर लोगों में भी काफी उत्साह है और लोग किरण तथा दूसरी किन्नरों का काफी सहयोग कर रहे हैं।
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