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पेट के कीड़े मारने की दवा खाने से स्कूल के कई बच्चे बीमार, 3 की हालत गंभीर
कांधला के सरकारी स्कूल में बच्चों को पेट के कीड़े मारने की एक्सपायर दवा खिलाने से लगभग 4 दर्जन बच्चे बीमार पड़ गए।
शामली/नोएडा: कांधला के सरकारी स्कूल में बच्चों को पेट के कीड़े मारने की एक्सपायर दवा खिलाने से लगभग 4 दर्जन बच्चे बीमार पड़ गए। सभी बच्चों को कांधला के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से तीन की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है।
क्या है मामला?
- कांधला के किवाना इण्टर कॉलेज में बच्चों को पेट के कीड़े मारने की एक्सपायर दवा खिलाई गई।
-इससे वहां के लगभग 48- 50 बच्चे बीमार पड़ गए।
- इनमें से तीन की हालत गंभीर है जिन्हे जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया गया है। बाकियों का इलाज सरकारी अस्पताल में हो रहा है।
टीचर के मुताबिक
- इस मामले पर जब स्कूल के टीचर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सरकार की तरफ से 'albendazole' नामक दवाई दी गई थी।
- दवाई खाने के बाद बच्चों ने सिर में दर्द और उलटी की शिकायत की जिसके बाद उनको यहां अस्पताल में लाया गया।
- फिलहाल सब ठीक हैं। तीन की हालत थोड़ी खराब है जिसके चलते उन्हें जिला चिकित्सालय भेजा गया है।
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नोएडा: सेक्टर-53 स्थित मदनमोहन मालवीय स्कूल में कीड़े की दवा खाने से 50 से ज्यादा बच्चों की तबियत बिगड़ गई।इन सभी बच्चों को तत्काल प्रभाव से सेक्टर-30 स्थित चाइल्ड पीजीआई में भर्ती कराया गया है।
- डाक्टरों का विशेष दल बच्चों का इलाज कर रहा है। दवा खाने के तुरंत बाद बच्चों के पेट में दर्द , उलटी सिर में दर्द की शिकायत हुई।
- कुछ देर बाद बच्चे बेहोश हो गए। सीएमओ की डाक्टर अनुराग भार्गव ने बताया कि दवा के स्टॉक को रोक दिया गया है।
- जहां भी दवाई दी जा रही थी। वहां दवा पर रोक लगा दी गई है। पूरे मामले की गंभीर जांच की जा रही है।
नेशनल डिवार्मिंग डे पर दी जा रही थी दवा
राज्य सरकार के कार्यक्रम के तहत स्कूलों में बुधवार को नेशनल डिवार्मिंग डे के उपलक्ष्य में पेट में कीड़े मारने की दवा दी जा रही थी। जनपद में सात लाख बच्चों को दवा देने का लक्ष्य रखा गया था। यह दवा एक साल से 19 साल तक के बच्चों को दी जा रही थी। लेकिन स्कूल में दवा खाने के बाद अचानक बच्चों की तबियत खराब होने लगी।
दिया जा रहा बेस्ट ट्रीटमेंट
सीएमओ ने बताया कि दवा की फोरेंसिक जांच भी की जाएगी। हालांकि तबियत खराब हुए बच्चों को अब आराम है। उनकी शिकायत पेट में दर्द की थी। जिनका बेस्ट ट्रीटमेंट किया जा रहा है। परिजनों को आश्वस्त किया गया है कि वह बिल्कुल भी घबराए नहीं।
बेड पड़ गए कम
एंबुलेंस के जरिए बच्चों को तुरंत अस्पताल लाया गया। यहा बेड की कमी के चलते एक बेड पर दो-दो बच्चो कहीं पर तीन बच्चों का इलाज किया जा रहा है।