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कड़ाके की ठंड में टाट पर बैठकर पढ़ने को मजबूर बच्चे
उत्तर प्रदेश सरकार प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। सरकार की मंशा है कि सभी उच्च प्राथमिक स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए प्राइवेट स्कूलो की तर्ज पर डेस्क और बेंच हो। सरकार ने इसके लिए पूरे प्रदेश में बजट आवंटित किया गया था, लेकिन अभी भी ज्यादातर स्कूलों में डेस्क और बेंच नहीं पहुंचा है।
मऊ: उत्तर प्रदेश सरकार प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। सरकार की मंशा है कि सभी उच्च प्राथमिक स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए प्राइवेट स्कूलो की तर्ज पर डेस्क और बेंच हो। सरकार ने इसके लिए पूरे प्रदेश में बजट आवंटित किया गया था, लेकिन अभी भी ज्यादातर स्कूलों में डेस्क और बेंच नहीं पहुंचा है।
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सरकार ने 2017-18 में डेस्क बेंच के लिए भारी भरकम वजट आवंटित किया था जिसमें प्रदेश का मऊ जिला भी शामिल था। मऊ जिले में कुल 422 उच्च प्राथमिक विघालय हैं। पहले चरण में डेस्क बेंच के लिए 95 स्कूलों को डेस्क बेन्च की सप्लाई के लिए 1.35 करोड रुपये का बजट जारी किया। लेकिन शिक्षा विभाग की उदासीनता की वजह से अब तक 14 विद्यालयों में ही डेस्क बेंच पहुंच पाया है जिसकी वजह से बच्चे टाट या फिर जमीन पर बैठकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं। इस कड़ाके की ठंड में पढ़ाई करने वाले बच्चों के सामने यह किसी मुसीबत से कम नहीं है।
जिले के उच्च प्राथमिक स्कूलों में डेस्क और बेंच नहीं पहुंचने पर मऊ के बेसिक शिक्षा अधिकारी ओपी त्रिपाठी ने कहा कि उच्च प्राथमिक स्कूलों में डेस्क बेंच की सप्लाई के लिए टेंडर मंगाये गए हैं। जिले के सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किया गया है जिसमें अभी रिपोर्ट आनी बाकी है। इस मामले में जल्द से जल्द खंड शिक्षा अधिकारियों की रिपोर्ट आने के बाद डेस्क बेंच का टेंडर जारी कर दिया जाएगा।
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अब सवाल यह है कि कड़ाके की ठंड में बच्चे जमीन पर बैठकर पढ़ने को मजबूर हैं और शिक्षा विभाग टेंडर मंगाने के लिए रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है।
जले के मोहम्मदाबाद गोहान तहसील क्षेत्र के आलाउदीन पट्टी गाव में बने उच्च प्राथमिक स्कूल में जमीन पर जनवरी के महीने की कडाके की ठंड में बैठकर पढ़ाई करने वाले बच्चों का कहना है कि जमीन पर बैठकर पढ़ाई करने में ठंड लगती है, लेकिन क्या करें। बाइट---आदित्य (छात्र )
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उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से नामित नोडल अधिकारी प्रीति शुक्ला से स्कूलों में डेस्क वेंच की सप्लाई पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि इस मामले को संज्ञान में लेकर जल्द ही इस पर कार्रवाई की जाएगी।