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Chitrakoot News: अब्बास और निखत के आधा दर्जन से ज्यादा मददगार पुलिस के राडार पर, एसआईटी जांच में मिले कई अहम सुराग

Chitrakoot News: जिला कारागार रगौली के भीतर से गवाहों व वसूली के लिए धमकाने में एक दर्जन से अधिक सिमों का इस्तेमाल किया गया है। SIT को अब तक हुई छानबीन में ऐसी जानकारियां मिली हैं।

Sunil Shukla (Chitrakoot)
Published on: 23 Feb 2023 5:23 PM GMT
More than half a dozen helpers of Abbas and Nikhat on police radar, many important clues found in SIT investigation
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चित्रकूट: अब्बास और निखत के आधा दर्जन से ज्यादा मददगार पुलिस के राडार पर, एसआईटी जांच में मिले कई अहम सुराग

Chitrakoot News: जिला कारागार रगौली के भीतर से गवाहों व वसूली के लिए धमकाने में एक दर्जन से अधिक सिमों का इस्तेमाल किया गया है। विधायक अब्बास अंसारी इन सिमों का प्रयोग पत्नी निखत के फोन में करके धमकाता रहा है। इसके बाद सिम फेंक दिए गए। एसआईटी को अब तक हुई छानबीन में ऐसी जानकारियां मिली हैं। पूछताछ व सर्बिलांस के जरिए एसआईटी को इसके अहम सुराग मिले हैं। अब एसआईटी प्रयोग किए जाने वाले किसके नाम व कहां से जारी हुए, इसकी जानकारी जुटा रही है। सूत्रों की मानें तो आधा दर्जन से ज्यादा अब्बास, निखत कनेक्शन के मदतगार पुलिस के राडार में है जिनकी छान बीन की जा रही है।

मिली जानकारी के मुताबिक, माफिया मुख्तार अंसारी की बहू निखत बानो अंसारी ने जिला कारागार में बंद रहे पति अब्बास अंसारी से दो माह के भीतर 49 बार मुलाकात की है। पिछले 10 फरवरी को डीएम-एसपी ने छापेमारी कर निखत बानो को जेल के भीतर पकड़ा था। पूरे मामले की जांच एएसपी चक्रपाणि त्रिपाठी की अगुवाई में पांच सदस्यीय एसआईटी कर रही है। अब तक निखत बानो, चालक नियाज व सपा नेता फराज खान को पूछताछ के साथ ही न्यायिक हिरासत में जेल भेजा जा चुका है। अभी एसआईटी जेल कैंटीन के सप्लायर समेत कुछ अन्य लोगों से भी पूछताछ कर छानबीन करने में जुटी है।

करीब डेढ़ दर्जन सिम का प्रयोग

पूछताछ में सामने आया है कि विधायक अब्बास अंसारी जेल के भीतर से पत्नी निखत बानो के फोन से गवाहों को धमकाता रहा है। लोगों से रंगदारी भी वसूली जाती रही है। एसआईटी ने जब इसे सर्विलांस के जरिए खंगाला तो चौकाने वाले रहस्य सामने आए है। सूत्रों की मानें तो करीब डेढ़ दर्जन सिम का प्रयोग जेल के भीतर से गवाहों को धमकाने व लोगों से वसूली करने में किया गया है। विधायक ने इन सिमों का इस्तेमाल कर लोगों को फोन किए है। एसआईटी इन सिमों का पूरा ब्योरा खंगालने में जुटी है। क्योंकि प्रयोग करने के बाद सिमों को नष्ट कर दिया गया है। एसआईटी किस नंबर से किसे धमकाया गया और फोन किया, इसे खंगाल रही है। नंबरों को भी सर्बिलांस के जरिए ट्रेस किया जा रहा है।

सपा नेता व सप्लायर ने दिलाई अब्बास को जेल में सुविधाएं

जेल कनेक्शन में कैंटीन के सप्लायर नवनीत सचान का भी अहम रोल बताया जा रहा है। दो दिन से लगातार उससे पूछताछ चल रही है। सूत्रों की मानें तो एसआईटी व एसओजी ने बुधवार की रात उससे काफी देर तक पूछताछ कर जेल कनेक्शन का रहस्य उगलवाया है। जिसमें उसने काफी राज उगले। सूत्र बताते हैं कि सपा नेता फराज खान ने सप्लायर के जरिए जेल अफसरों से मिलकर निखत बानो की बेधड़क इंट्री कराई थी। इतना ही नहीं, सपा नेता व सप्लायर ने मिलकर विधायक अब्बास अंसारी को जेल में सुविधाएं उपलब्ध कराया। इसके लिए जेल अधिकारियों व वार्डरों से सेटिंग कर उनको उपकृत भी किया गया।

सप्लायर के करीबियों समेत कुछ और पर नजर

जेल में खेल की कडियां जांच के दौरान कई जिलों तक पहुंची है। फलस्वरूप एसआईटी की रडार पर कुछ और लोग भी आए है। सूत्रों की मानें तो बांदा व चित्रकूट के करीब पांच-छह लोग अब तक चिन्हित हुए है। स्थानीय तौर पर सपा नेता के कुछ और मददगारों से पुलिस पूछताछ कर रही है। इसके अलावा सप्लायर के कुछ करीबियों पर भी पुलिस नजर रख रही है। कई लोगों का कॉल डिटेल भी खंगाला जा रहा है। सप्लायर मुख्यालय के आसपास जमीनों की प्लाटिंग का भी काम करता है। ऐसी स्थिति में इसमें फंडिंग की संभावना को लेकर भी छानबीन हो रही है।

नामजद जेल अधिकारियों को गिरफ्तारी किया जाए

चित्रकूट। अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर व प्रवक्ता नूतन ठाकुर ने प्रमुख सचिव गृह, डीजीपी को भेजे पत्र में कहा कि चित्रकूट जेल में गैर कानूनी तरीके से विधायक अब्बास अंसारी व पत्नी निखत बानो की मुलाकात मामले में जेल अधीक्षक अशोक कुमार सागर, जेलर सुशील कुमार, कांस्टेबल जगमोहन समेत अन्य कर्मचारियों पर रिपोर्ट दर्ज है। इससे स्पष्ट है कि किसी भी जेल के अंदर बिना जेल अधीक्षक की सक्रिय भूमिका के कोई भी व्यक्ति अंदर प्रवेश नहीं कर सकता है। लेकिन इतने साक्ष्य होने के बाद भी शासन-प्रशासन ने जेल अफसरों को अब तक गिरफ्तार नहीं किया है। चेताया कि जेल अधिकारी-कर्मचारियों की एक सप्ताह में गिरफ्तारी न होने पर अधिकार सेना आंदोलन करेगी।

Shashi kant gautam

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