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Chitrakoot: चोरी हुई मूर्तियां महंत के घर के बाहर मिली, चोरों ने कहा- चोरी के बाद आ रहे थे बुरे सपने
Chitrakoot: जनपद के तरौंहा के बाला जी मंदिर से पिछले सप्ताह चोरी हुई एक दर्जन मूर्तियां रहस्यमय तरीके से मानिकपुर कस्बे के महावीर नगर में मिली है। पुजारी के मुताबिक घर के बाहर मिली चिट्ठी के आधार पर उसने देखा तो मूर्तियां वहीं पास ही में एक बोरी में भरी मिली।
Chitrakoot: जनपद के तरौंहा के बाला जी मंदिर से पिछले सप्ताह चोरी हुई एक दर्जन मूर्तियां रहस्यमय तरीके से मानिकपुर कस्बे (Manikpur Town) के महावीर नगर में मिली है। पुजारी के मुताबिक घर के बाहर मिली चिट्ठी के आधार पर उसने देखा तो मूर्तियां वहीं पास ही में एक बोरी में भरी मिली। अभी अष्टधातु की चार मूर्तियां नहीं मिल पाई है। बरामद मूर्तियों की जानकारी पुलिस को दी गई है। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।
पिछले नौ मई की रात तरौंहा स्थित बालाजी मंदिर (Balaji Temple) से 16 मूर्तियां चोरी हुई थी। जिसमें अष्ट धातु, पीतल व तांबे की मूर्तियां शामिल है। मंदिर के महंत रामबालक दास (Temple Mahant Rambalak Das) निवासी महावीर नगर कस्बा मानिकपुर ने दूसरे दिन कर्वी कोतवाली पुलिस को चोरी की सूचना दी थी। महंत के मुताबिक वह घर के बाहर मवेशियों को चारा-भूसा डाल रहे थे। इसी दौरान उनको एक चिट्ठी पड़ी मिली। जिसमें मूर्तियों का जिक्र था। ढूंढने के बाद उनको एक दर्जन मूर्तियां उनके घर के बाहर बोरी में बंद पड़ी मिली थी।
अभी नहीं मिली अष्टधातु की मूर्तियां
महंत ने बताया कि इनमें अष्टधातु की मूर्तियां नहीं है। यह मूर्तियां कीमती है। महंत ने मूर्तियां मिलने के बाद कर्वी कोतवाली पुलिस (Karvi Kotwali Police) को जानकारी दी। पुलिस ने उनको मूर्तियों के साथ कोतवाली बुलाया। इसके बाद महंत ने मूर्तियां कोतवाली कर्वी आकर पुलिस को सौंप दिया। प्रभारी निरीक्षक कर्वी राजीव सिंह (In-charge Inspector Karvi Rajeev Singh) का कहना है कि इस मामले की विवेचना कर रहे उपनिरीक्षक को जांच के लिए भेजा गया है। मूर्तियां पुलिस के पास उपलब्ध है।
चोरों ने लिखा, चोरी के बाद नहीं आ रही नींद
महंत के मुताबिक उनको मिली चिट्ठी में मूर्तियों के जिक्र के साथ लिखा है कि मूर्ति चोरी करने के बाद उन्हें नींद नहीं आ रही। सपने भी बुरे-बुरे आ रहे हैं। जिससे वह मूर्तियां वापस कर रहे हैं। इनको दोबारा बालाजी मंदिर में स्थापित करवा दें। महंत ने बताया कि बरामद मूर्तियां पीतल व तांबा की है। अष्ट धातु से निर्मित दो मूर्तियां नहीं मिली है।