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Chitrakoot News: चित्रकूट धर्मनगरी के प्राकृतिक अलौकिक सौंदर्य को बचाने पर मंथन, ईको-टूरिज्म को मिलेगा बढ़ावा

Chitrakoot News: शनिवार को उन्होंने विभागीय कार्यालय परिसर स्थित मयूर वन सभागार में बुंदेलखंड, विंध्य क्षेत्र के साथ ही वन्य जीव प्रभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की।

Sushil Shukla
Published on: 23 July 2022 10:16 PM IST
Brainstorming on saving the natural supernatural beauty of Chitrakoot Dharmanagari, eco-tourism will get a boost
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चित्रकूट धर्मनगरी के प्राकृतिक अलौकिक सौंदर्य को बचाने पर मंथन: Photo- Social Media

Chitrakoot News: धर्मनगरी चित्रकूट में ईको-टूरिज्म (eco-tourism) की संभावनाओं व पर्यटन विकास को लेकर प्रधान मुख्य वन संरक्षक ममता संजीव दुबे ने शनिवार को मयूर वन सभागार में बुंदेलखंड, विंध्य व वन्य जीव प्रभाग के उच्चाधिकारियों के साथ बैठक की। जिसमें मौजूद अफसरों ने रानीपुर वन्य जीव विहार को नेशनल रिजर्व टाईगर (National Reserve Tiger) बनाए जाने समेत अन्य कार्यों पर सुझाव दिए। वन संपदा को बचाने व धर्मनगरी की प्राकृतिक अलौकिक सौंदर्य को बरकरार रखने पर गहन मंथन किया गया।

प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं विभागाध्यक्ष का पांच सदस्यीय टीम के साथ चित्रकूट आगमन हुआ था। उन्होंने इस दौरान रानीपुर वन्य जीव विहार क्षेत्र जिसे सरकार नेशनल रिजर्व टाईगर बनाने जा रही है, उसका भ्रमण भी किया है।

धर्मनगरी चित्रकूट भगवान राम की तपोस्थली है

शनिवार को उन्होंने विभागीय कार्यालय परिसर स्थित मयूर वन सभागार में बुंदेलखंड, विंध्य क्षेत्र के साथ ही वन्य जीव प्रभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। कहा कि बुंदेलखंड की शान धर्मनगरी चित्रकूट भगवान राम की तपोस्थली है। यहां पर पर्यटन के साथ ही ईको-टूरिज्म की अपार संभावनाएं है। यहां की वन संपदा व कंदराओं से किसी प्रकार की छेड़छाड़ न की जाए।

पौधरोपण को बढ़ावा देते हुए उनकी सुरक्षा भी होनी चाहिए। जल्द ही नेशनल रिजर्व टाईगर बनने जा रहा है। इसकी प्रक्रिया तेजी के साथ चल रही है। इसके बनने से यहां पर बाहरी पर्यटक काफी संख्या में आएंगे, जिनको धर्मनगरी की अलौकिक प्राकृतिक छटा देखने का मौका मिलेगा। धार्मिक स्थलों को पर्यटन से जोड़कर यहां का विकास किया जा सकता है। बैठक में मौजूद 14 जनपदों के डीएफओ के साथ ही मुख्य वन संरक्षकों व वन्य जीव प्रभाग से आए अधिकारियों ने अपने सुझाव दिए। प्रधान मुख्य वन संरक्षक ने सुझावों के अनुसार कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए।

चित्रकूट को पर्यटन का हब बनाने की जरुरत

कहा कि चित्रकूट को पर्यटन का हब बनाने के लिए काम करने की जरुरत है। डीएएफओ चित्रकूट आरके दीक्षित ने टीम के सभी सदस्यों को स्मृति चिन्ह भेंटकर स्वागत किया। बैठक में अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक अवनि कुमार, संजय श्रीवास्तव, ईवा शर्मा, मुख्य वन संरक्षक पीपी सिंह, एसएन मिश्र, आरसी झा, वन संरक्षक कैलाश प्रकाश, मनीष मित्तल, डीएफओ चित्रकूट आरके दीक्षित, बांदा संजय अग्रवाल, महोबा संजय कुमार मल, ललितपुर डीएन सिंह, हमीरपुर उमेशचंद्र राय आदि मौजूद रहे।



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Shashi kant gautam

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