TRENDING TAGS :
Chitrakoot News: BDO को एंटी करप्शन टीम ने पकड़ा, प्रधान से ले रहा था रिश्वत
Chitrakoot News: ग्राम प्रधान से रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन टीम ने ग्राम विकास अधिकारी को रंगे हाथो गिरफ्तार किया है।
Chitrakoot News: मानिकपुर ब्लाक के गांव में खेल मैदान में कराए गए कार्य के भुगतान में कमीशन का पैसा ग्राम प्रधान से लेते हुए एंटी करप्शन टीम ने ग्राम विकास अधिकारी को रंगे हाथो गिरफ्तार किया है। ग्राम प्रधान ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन टीम से की थी। सचिवालय भवन में जब प्रधान ने कमीशन का पैसा दिया, उसी दौरान पास ही में मौजूद टीम ने उसे दबोच लिया।
बीडीओ ने 20 हजार रुपए घूस लेते दबोचा
थाने में मुकदमा दर्ज कराने के बाद ग्राम विकास अधिकारी को लेकर टीम लखनऊ रवाना हो गई। मानिकपुर ब्लाक क्षेत्र की ग्राम पंचायत सकरौंहा में तैनात ग्राम विकास अधिकारी विपिन कश्यप को एंटी करप्शन टीम झांसी ने बुधवार की दोपहर सचिवालय भवन में प्रधान से कमीशन के तौर पर 20 हजार रुपए घूस लेते हुए रंगे हाथों दबोच लिया।
ग्राम प्रधान ने दी थी मुख्यालय लखनऊ में शिकायत: इंस्पेक्टर
एंटी करप्शन टीम के इंस्पेक्टर सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि ग्राम प्रधान सकरौंहा राजकुमार कुशवाहा उर्फ राजू ने उनके मुख्यालय लखनऊ में शिकायत की थी कि ग्राम पंचायत में मनरेगा, राज्य वित्त व पंद्रहवां वित्त से खेल मैदान का निर्माण कराया गया है। जिसका भुगतान करने के लिए ग्राम विकास अधिकारी विपिन कश्यप बतौर कमीशन 10 फीसदी घूस मांग रहे थे।
बताया कि निर्माण कार्य का करीब दो लाख का भुगतान होना था। जिसमें 20 हजार रुपए की मांग की थी। इंस्पेक्टर की शिकायत पर बुद्धवार को टीम सकरौंहा पहुंची। यहां सचिवालय भवन में प्रधान से ग्राम विकास अधिकारी ने जैसे ही 20 हजार रुपए घूस के तौर पर लिया तो टीम ने रंगे हाथों दबोच लिया। टीम में इंस्पेक्टर अमरीश यादव, राजेशचंद्र शर्मा, हेड कांस्टेबिल इरशाद, राहुल व डीएम कार्यालय से साक्षी के तौर पर दो कर्मचारियों सहित 11 सदस्य शामिल रहे। गिरफ्तारी के बाद ग्राम विकास अधिकारी को टीम मानिकपुर थाने लेकर आई। यहां पर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराते हुए टीम उसे लेकर लखनऊ रवाना हो गई।
अफसरों ने शिकायत पर नहीं लिया संज्ञान
एंटी करप्शन टीम के हाथों ग्राम विकास अधिकारी को गिरफ्तार कराने वाले सकरौंहा प्रधान राज कुमार कुशवाहा ने इसके पहले उच्चाधिकारियों से शिकायत की थी। प्रधान ने बताया कि उसने डीएम समेत प्रधान संगठन को भी अवगत कराया था। बताया था कि सचिव विकास कार्यों में अवरोध उत्पन्न कर रहे है। विकास कार्यों में मनमानी कमीशन मांगा जा रहा है।
प्रधान संघ की बैठक में बीडीओ की मौजूदगी में भी यह बात कही थी। जिसमें भरोसा दिया गया था कि सचिव अब अवरोध उत्पन्न नहीं करेंगे। फिर भी ग्राम विकास अधिकारी के रवैए में कोई सुधार नहीं आया। उसकी शिकायत पर अधिकारियों ने कोई ध्यान नहीं दिया। जिससे उसे एंटी करप्शन में शिकायत दर्ज करानी पड़ी।