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Chitrakoot News: मृतक आश्रित में फर्जी नौकरी कर रहे कर्मी की सेवा समाप्त, डेढ़ वर्ष पहले जारी हुआ नियुक्ति पत्र
Chitrakoot News: स्वास्थ्य विभाग में फर्जी तरीके से मृतक आश्रित कोटे से नौकरी हथियाने वाले CHC शिवरामपुर में तैनात डार्क रुम सहायक की जांच के बाद सीएमओ ने सेवा समाप्त कर दी है।
Chitrakoot News: स्वास्थ्य विभाग में फर्जी तरीके से मृतक आश्रित कोटे से नौकरी हथियाने वाले सीएचसी शिवरामपुर में तैनात डार्क रुम सहायक की जांच के बाद सीएमओ ने सेवा समाप्त कर दी है। सीएमओ ने संबंधित कर्मचारी से वेतन के तौर पर डेढ़ वर्ष के भीतर ली गई धनराशि की रिकवरी के साथ संबंधित थाने में मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश सीएचसी अधीक्षक को दिए हैं। अधीक्षक ने मुकदमा दर्ज करने के लिए थाने में तहरीर दे दी है।
महानिदेशक स्वास्थ्य कार्यालय से 22 जून 2021 को एक पत्र सीएमओ चित्रकूट को जारी किया गया था कि जिसमें सीएमओ फर्रुखाबाद के यहां तैनात रहे वार्ड ब्वाय रामनाथ सिंह निवासी हाता करमखा जनपद फर्रुखाबाद की 20 जनवरी 2020 को मौत होने पर उनके बेटे प्रदीप कुमार की डार्क रुम सहायक के तौर पर नियुक्ति के आदेश जारी किए गए थे। प्रदीप कुमार नियुक्ति पत्र के साथ 6 जुलाई 2021 को सीएमओ कार्यालय चित्रकूट में ज्वाइन करने आया। करीब एक सप्ताह तक वह ज्वाइन नहीं कर पाया।
26 जुलाई को नियुक्ति आदेश सही बताया गया
इसी दौरान तत्कालीन सीएमओ डा विनोद कुमार यादव का 15 जुलाई को स्थानांतरण हो गया। उन्होंने स्थानांतरण आदेश के दूसरे दिन 16 जुलाई को प्रदीप कुमार को ज्वाइन कराते हुए सीएचसी शिवरामपुर में तैनाती दे दी। इसके दूसरे दिन 17 जुलाई को नियुक्ति आदेश के सत्यापन को लेकर महानिदेशक कार्यालय को पत्र लिखा। वहां से 26 जुलाई को नियुक्ति आदेश सही बताया गया।
खास बात यह है कि यह सभी पत्र महानिदेशक कार्यालय की ई-मेल आईडी से भेजे गए। इसके बाद प्रदीप कुमार लगातार नौकरी करते रहे। इसी महीने एक अन्य व्यक्ति ने भी आकर मृतक आश्रित कोटे से खुद की नियुक्ति का आदेश सीएमओ कार्यालय में देकर ज्वाइन करने का प्रयास किया, लेकिन यह मामला उजागर होने पर सीएमओ डा. भूपेश द्विवेदी ने प्रदीप कुमार के मामले की छानबीन कराई। जिस पर 16 दिसंबर को सीएमओ फर्रुखाबाद ने पत्र के जरिए अवगत कराया कि उनके यहां रामनाथ सिंह नाम का कोई वार्ड ब्वाय कार्यरत नहीं था।
फलस्वरूप सीएमओ ने महानिदेशक स्वास्थ्य को पत्र भेजकर नियुक्ति आदेश के संबंध में जानकारी मांगी। पहले तो वहां से कोई जानकारी नहीं दी। दोबारा पत्र भेजने व फोन पर बातचीत करने के बाद महानिदेशक ने 23 दिसंबर को नियुक्ति पत्र को फर्जी बताया। इसके साथ ही संबंधित की सेवा समाप्त कर मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए। सीएमओ ने बताया कि डार्क रुम सहायक प्रदीप कुमार की सेवा समाप्त करते हुए उससे रिकबरी के साथ ही मुकदमा दर्ज कराने के लिए सीएचसी अधीक्षक शिवरामपुर को निर्देश दिए गए है।
नौकरी हासिल करने से पहले पकड़ में आया नटवरलाल
स्वास्थ्य महकमे में फर्जी तरीके से नौकरी हासिल करने वाले नटवरलाल की कमी नहीं है। हाल ही में 28 नवंबर को महानिदेशक स्वास्थ्य के यहां से एक और फर्जी नियुक्ति आदेश का पत्र जारी हुआ। जिसमें कहा गया कि सीएमओ कार्यालय हाथरथ में तैनात रहे कर्मचारी आशाराम वर्मा की मौत होने पर उनके बेटे अमित वर्मा की चित्रकूट में एक्सरे टेक्नीशियन के पद पर नियुक्ति की गई है। मौत की तिथि 28 जुलाई 2021 बताई गई। अमित ने 19 दिसंबर को नियुक्ति पत्र के साथ आकर यहां सीएमओ कार्यालय में ज्वाइन कराने को कहा। जिस पर सीएमओ डा. भूपेश द्विवेदी ने उससे पिता का मृत्यु प्रमाण पत्र व नौकरी के लिए दिए गए आवेदन पत्र की प्रति मांगी। जिस पर उसने लिखित में मांगने को कहा। शंका होने पर सीएमओ ने 20 दिसंबर को सीएमओ हाथरस को पत्र भेजकर संबंधित मृतक कर्मचारी आशाराम का मृत्यु प्रमाण पत्र, तहसीलदार से प्रदत्त परिवारिक सदस्यता पत्र व अमित वर्मा की ओर से दिए गए आवेदन पत्र की प्रति मांगा।
सीएमओ हाथरस ने 22 दिसंबर को पत्र के जरिए अवगत कराया कि उनके यहां आशाराम वर्मा नाम का कोई कर्मचारी तैनात नहीं रहा है। सीएमओ भूपेश द्विवेदी ने बताया कि पूरा मामला फर्जी मिलने के बाद अमित वर्मा निवासी सलावत खां जनपद फर्रुखाबाद के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के लिए एसपी फर्रुखाबाद को पत्र लिखा गया है।