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Chitrakoot News: यमुना का जलस्तर बढ़ने से तिरहार के 8 गांवों का आवागमन प्रभावित, नाव का लोग ले रहे सहारा
Chitrakoot News: यमुना का जलस्तर बढ़ने से सरधुवा-अर्की मार्ग में पानी भर जाने से लोगों का आवागमन प्रभावित हो गया है। प्रशासन ने ग्रामीणों के लिए नाव चलवाई है।
Chitrakoot News: यमुना का जलस्तर बढ़ने से तिरहार क्षेत्र को जोड़ने वाले सरधुवा-अर्की मार्ग में पानी भर जाने से लोगों का आवागमन प्रभावित हो गया है। प्रशासन ने ग्रामीणों के आवागमन को लेकर नाव चलवाई है। यमुना खतरे के निशान से करीब तीन मीटर नीचे तक पहुंचने के बाद अब घटने लगी है। इससे ग्रामीणों के साथ ही प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है। अधिकारी संभावित बाढ़ से प्रभावित होने वाले गांवों का दौरा कर रहे हैं।
मंगलवार की रात से यमुना का जलस्तर (Yamuna water level) करीब 10 सेमी हर घंटे बढ़ने लगा था। बुधवार की दोपहर तक यमुना खतरे के निशान से करीब तीन मीटर नीचे यानि कि 90 मीटर के करीब पहुंच गई थी। इसके बाद नदी का जलस्तर कम होना शुरु हुआ। सरधुवा-अर्की मार्ग जो कि तिरहार क्षेत्र का प्रमुख मार्ग है। इस मार्ग में यमुना का पानी करीब चार से पांच फीट तक भर गया है। जिससे अतरौली, नैनी, धौरहरा, बरद्वारा, चांदी, धुमाई, बक्टा, हस्ता का संपर्क कट गया है।
सरधुवा-अर्की मार्ग में भरा यमुना का पानी, नाव चलाई गई
प्रशासन ने यहां पर लोगों के आवागमन को लेकर नाव लगाई है। जिसका लोग अब सहारा ले रहे है। खेतों में बोई हजारों बीघे खरीफ की फसल जलमग्न हो गई है। एसडीएम प्रमोद झा ने क्षेत्र के कई गांवों का भ्रमण किया। बताया कि किसी रिहायशी इलाके में पानी नहीं पहुंचा है। गांवों में प्रधानों के माध्यम से डुग्गी पिटवाकर लोगों को सतर्क किया गया है। पनौटी गांव के पास कुछ इलाकों में पानी पहुंचने की आशंका से प्राथमिक विद्यालय व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में आश्रालय की व्यवस्था की गई है। नदी के जलस्तर पर लगातार नजर रखी जा रही है। लेखपालों व राजस्व निरीक्षकों की टीमें गठित करने के साथ ही तहसील मुख्यालय में कंट्रोल रूम बनाया गया है।
इलाके के यमुना तटवर्ती गांवों में बढ़ती जा रही मुश्किलें, परदवां और मवईकलां के पास नाव का हो रहा संचालन, वाहन से बरगढ़ के रास्ते घूमकर तहसील मुख्यालय आ रहे हैं।मऊ क्षेत्र में यमुना नदी का जल स्तर तेजी से बढ़ने के कारण से बाढ़ प्रभावित गांवों के लोगों की मुसीबत बढ़ने लगी है। मऊ-परदवां मार्ग में पड़ने वाले गांवों के लोग बरगढ एवं चंदई के रास्ते तहसील मुख्यालय मऊ का आवागमन कर रहे है।
यमुना का जलस्तर बुधवार को भी लगातार बढ़ता रहा। मऊ-परदवां संपर्क मार्ग में यमुना का पानी सड़क पर भर जाने से पिछले कई दिनों से आवागमन प्रभावित है। आसपास के गांवों मे आने-जाने के लिए लोग नाव का सहारा ले रहे हैं। बाइक समेत अन्य वाहन वाले लोग बरगढ तथा चंदई के रास्ते मऊ आवागमन कर रहे हैं। शेषा सुबकरा, टिकरा, बरहा-कोटरा, घुरेहटा आदि के पास नालों के जरिए यमुना का पानी रपटों व सड़कों के ऊपर भरा है। प्रशासन ने कई जगह आवागमन के लिए नाव संचालित कर रखी है। मऊ-मवईकलां संपर्क मार्ग से स्कूली बच्चे भी पढ़ने मऊ आते-जाते हैं। रपटा के ऊपर लबालब पानी भरा होने के कारण इनको भी नाव से आवागमन करना पड़ रहा है।
धर्मनगरी में बारिश से हुआ जलभराव
चित्रकूट। बुधवार को सुबह से ही धर्मनगरी में बारिश (Rain) की शुरुआत हुई। यूपी-एमपी क्षेत्र में रुक-रुककर सुबह 10 बजे तक बारिश का दौर चला। हालांकि इसके बाद मौसम खुला और धूप निकली। एमपी क्षेत्र में बारिश की वजह से दोपहर को मंदाकिनी का भी कुछ घंटों के लिए मामूली तौर पर जलस्तर बढ़ा। लेकिन बाद में नदी सामान्य स्थिति में पहुंच गई।