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UPSC Result 2024: धर्मनगरी पहुंचे अर्पित का गाजे-बाजे के साथ जोरदार स्वागत

UPSC Result 2024: अर्पित अपने घर पहुंचे तो यहां पर मां मीरा देवी ने बेटे के माथे पर तिलक लगाया और दोनों हाथों से दुलार किया। इस बीच बेटे ने जब पैर छूकर आशीर्वाद लिया तो मां अपने खुशी के आंसू नहीं रोक पाई।

Sunil Shukla (Chitrakoot)
Published on: 20 April 2024 11:40 AM GMT
Arpit Yadav, who secured 136th rank in UPSC, got a grand welcome in Chitrakoot
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UPSC में 136 वीं रैंक हासिल करने वाले अर्पित यादव का चित्रकूट में हुआ भव्य स्वागत: Photo- Newstrack

Chitrakoot News: यूपीएससी में पांच दिन पहले 136 वीं रैंक हासिल करने वाले अर्पित यादव का शनिवार को आगमन हुआ। जिले की सीमा में लोगों ने अर्पित को फूल-मालाओं से लादकर जोरदार स्वागत किया। प्राथमिक से लेकर इंटर तक साथ पढ़ने वाले दोस्तों, मोहल्ले वासियों ने ढ़ोल-तासे के साथ जोरदार जुलूस निकाला। घर पहुंचने पर मां ने बेटे को तिलक कर माथा चूमा और दोनो हाथों से दुलार किया। बेटे ने मां के पैर छुए तो खुशी के आंसू छलक उठे। घर पर महिलाओं समेत बच्चों ने खुशी में जमकर डांस किया।

अर्पित यादव ने दिल्ली में यूपीएससी की तैयारी की

मूल रुप से टिटिहरा गांव के रहने वाले अर्पित यादव दिल्ली में रहकर यूपीएससी की तैयारी की है। परिणाम आने के दौरान वह अपने छोटे भाई आलोक यादव के साथ दिल्ली में था। चयन होने के बाद अर्पित का अपने गृह जनपद में पहली बार शनिवार को आगमन हुआ। जिले की सीमा में अर्पित का स्वागत करने के पहले से ही लोगों की भीड़ एकत्र थी। अर्पित का परिवार मौजूदा समय पर मुख्यालय कर्वी स्थित अहिरन पुरवा में रह रहा है। उनका यहां पर निजी आवास बना है।

कोरोना संक्रमण के कारण पिता का साथ छूटा

पिता राममूरत यादव परिषदीय स्कूल में सहायक अध्यापक के पर कार्यरत रहे है। जिनकी पंचायत चुनाव के दौरान मई 2021 में कोरोना संक्रमण का शिकार होने के बाद मौत हो गई थी। पिता की मौत के बाद मां मीरा देवी ने खुद को टूटने के बजाय अर्पित को पिता के सपने पूरे करने के लिए दिल्ली भेजा। अर्पित ने अपने ट्यूटर शिक्षक सुनील वर्मा के घर पहुंचकर उनका आशीर्वाद लिया। ट्यूटर शिक्षक ने मिठाई खिलाकर स्वागत किया।

मां अपने खुशी के आंसू नहीं रोक पाई

इसके बाद अर्पित अपने घर पहुंचे तो यहां पर मां मीरा देवी ने बेटे के माथे पर तिलक लगाया और दोनों हाथों से दुलार किया। इस बीच बेटे ने जब पैर छूकर आशीर्वाद लिया तो मां अपने खुशी के आंसू नहीं रोक पाई। कहा कि बेटे ने पिता और उसके सपनों को साकार किया है। घर पर अर्पित को बधाई देने वालों का तांता लगा रहा।

Shashi kant gautam

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