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Chitrakoot: 50 लाख रुपए मांगी थी फिरौती, अपहर्ताओं ने किया किशोर का मर्डर...पुलिस को देवांगना घाटी में मिला शव
Chitrakoot Crime News: एसपी अरुण सिंह ने कहा, 'पकड़े गए शातिरों के कब्जे से मृतक का फोन, माला, चप्पल, खून से लथपथ पत्थर व गला कसने में प्रयुक्त मफलर बरामद किया गया है। छह घंटे के भीतर वारदात का खुलासा किया गया।
Chitrakoot Crime News: शातिराना अंदाज में किशोर को शातिरों ने पैसे की लालच में अगवा किया। फिर पकड़े जाने के भय से उसे मौत के घाट उतार दिया। गिरफ़्तारी के बाद पुलिस की पूछताछ में शातिरों ने पूरे वारदात को बयां किया। इस वारदात को अंजाम देने में एक बाल अपचारी के अलावा तीन अन्य शातिर शामिल रहे। जिनमें बाल अपराधी समेत तीन लोग पकड़े जा चुके हैं, जबकि चौथे शातिर की तलाश में पुलिस टीमें लगी हैं।
जानें क्या है मामला?
रैपुरा कस्बा निवासी पान मसाला कारोबारी राजधर कोटार्य के 16 वर्षीय बेटे सुधांशु का सोमवार की देर शाम शातिरों की निशानदेही पर देवांगना घाटी के जंगल में पुलिस ने शव बरामद किया था। वह पिछले 10 फरवरी को घर से गायब हुआ था। उसकी अगवा करने के बाद पत्थरों से कूचकर हत्या की गई थी। जंगल में शव को शातिरों ने फेंक दिया था। मंगलवार (13 फ़रवरी) को एसपी अरुण सिंह (SP Arun Singh) ने मीडिया से बातचीत करते हुए पूरे घटनाक्रम का खुलासा किया।
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
एसपी ने बताया कि, सुधांशु की मां मंजू देवी की तहरीर पर सोमवार को दोपहर बेटे के गायब होने एवं अज्ञात लोगों के फोन से फिरौती मांगने की रिपोर्ट थाना रैपुरा में दर्ज की गई थी। इसके बाद एएसपी चक्रपाणि त्रिपाठी, सीओ राजापुर निष्ठा उपाध्याय, सीओ सिटी हर्ष पांडेय की अगुवाई में रैपुरा थाने के अलावा प्रभारी निरीक्षक कर्वी एवं एसओजी व सर्विलांस सेल की संयुक्त टीम को लगाया गया। एसपी ने बताया कि, सोमवार सुबह अज्ञात व्यक्ति ने अपहृत के पिता राजधर को फोन पर बेटे सुधांशु के उसके कब्जे में होने की बात कही थी। फिर लगभग एक घंटे बाद अपहृत के पिता को फोन कर 50 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई। पैसा न देने पर बेटे सुधांशु को जान से मारने की धमकी दी गई।
सिम धारक के पकड़े जाने पर शातिरों तक पहुंची पुलिस
एसपी ने बताया कि जिस नंबर से अपह्रत के पिता को फोन किया गया था, उस सिम धारक का विवरण सर्विस प्रोवाइडर कंपनी से लेकर सिम धारक दद्दू पटेल को पूछताछ के लिए पकडा गया। उसने बताया कि संबंधित सिम उसके फोन से दो दिन पूर्व चोरी चला गया था, जिसे वह खोज रहा है। जब दद्दू पटेल को फिरौती मांगने वाले की कॉल सुनाई गई तो उसने उसकी आवाज सुनकर विनय पटेल निवासी बरौनी तीर थाना बहिल पुरवा की बताई। पुलिस ने विनय पटेल को पकड़कर पूछताछ किया तो पूरी वारदात सामने आई।
एसपी के मुताबिक, विनय ने पूछताछ दौरान बताया अपह्रत के गांव का रहने वाला पड़ोसी बाल अपचारी एवं प्रिंस पटेल निवासी चौखड़ा मजरा ददरीमाफी थाना बहिल पुरवा, आशीष उर्फ दस्सा निवासीर चितरा गोकुलपुर चौकी सीतापुर के साथ मिलकर फिरौती के लिए अपहरण की योजना बनाई थी। क्योंकि, बाल अपराधी ने बताया था कि अपहृत के पिता गुटखा व्यवसायी है एवं रोजाना दो-ढाई लाख रुपये कमाते है। इसी लालच में यह घटना कारित की है। पुलिस ने आशीष के अलावा अन्य तीनों को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि आशीष की तलाश चल रही है।
कक्षा 11 का छात्र है मुख्य सूत्रधार
मृतक के गांव का ही रहने वाला पड़ोसी बाल अपचारी वारदात का मुख्य सूत्रधार रहा है। वह कक्षा 11 में ज्ञान भारती इंटर कालेज कर्वी का छात्र है। उसने दो मास्टर माइंडों आशीष उर्फ दस्सा पटेल व विनय पटेल के अलावा प्रिंस पटेल की मदद से वारदात को अंजाम दिया है। विनय पटेल सीआईसी में इंटर मीडिएट का छात्र बताया जा रहा है। बताते हैं कि आशीष पटेल के खिलाफ एमपी में हत्या के अलावा अन्य संगीन मामले दर्ज है। सूत्रों की मानें तो यह पेशेवर अपराधी होने के साथ ऐसी वारदातों को अंजाम देने में शातिर है। एक राजनीतिक दल की आड़ लेकर वह पुलिस से खुद के साथ ही अपने सहयोगियों को बचाने का भी काम करता है।
दोस्त बना जान का दुश्मन, आखिरी क्षण समझ पाया
सुधांशु का गांव के ही पडोसी बाल अपचारी से गहरी दोस्ती रही है। परिजन खुद बताते हैं कि कई बार सुधांशु पहले भी बिना बताए रिश्तेदारों चला जाता रहा है। यही समझकर उन लोगों ने सुधांशु के गायब होने पर खोजबीन नहीं की। बताते हैं कि दोस्ती के चक्कर में सुधांशु बाल अपचारी के साथ शातिर विनय पटेल के यहां चला आया था। दो दिन तक साथ रहने पर भी इन शातिरों को वह नहीं समझ पाया, जबकि शातिरों ने तो उसे अगवा करने की योजना पहले से ही तैयार कर रखी थी। सुधांशु को शातिराना अंदाज में सोमवार को देवांगना एयरपोर्ट दिखाने के लिए पैदल ले जाया गया। लेकिन जब एयरपोर्ट के बजाय जंगल की तरफ उसे ले जाने लगे तो उसने विरोध किया। वहीं से सुधांशु के पिता को फोन कर शातिरों ने 50 लाख की फिरौती मांगी। उसकी पिता से बात भी कराई। वहीं पर सुधांशु के साथ मारपीट की और बाद में हत्या कर वहीं शव फेंक दिया।
परिजन बोले- हत्यारों के घरों पर चलवाएं बुलडोजर
मृतक सुधांशु के शव का मंगलवार को पुलिस ने पोस्टमार्टम कराया। सुधांशु दो भाई व दो बहनों में सबसे बड़ा था। मां मंजू देवी के अलावा भाई हिमांशु, बहन प्रभावती व सुहाना का रो-रोकर बुरा हाल है। पोस्टमार्टम हाउस में परिजन बोले, जिस तरह से शातिरों ने सुधांशु की बेरहमी के साथ पत्थरों से कूचकर हत्या किया है, उन शातिरों के घरों पर सरकार का बुलडोजर चलाया जाना चाहिए। ताकि भविष्य में ऐसी वारदात न हो। इसके साथ ही इन शातिरों के मददगारों के खिलाफ भी कार्रवाई की जानी चाहिए।
SP बोले- मृतक का फोन, माला, चप्पल बरामद
एसपी अरुण सिंह ने कहा, 'पकड़े गए शातिरों के कब्जे से मृतक का फोन, माला, चप्पल, खून से लथपथ पत्थर व गला कसने में प्रयुक्त मफलर बरामद किया गया है। छह घंटे के भीतर वारदात का खुलासा करने वाली टीम को 25 हजार रुपये काChitrakoot Crime News: एसपी अरुण सिंह ने कहा, 'पकड़े गए शातिरों के कब्जे से मृतक का फोन, माला, चप्पल, खून से लथपथ पत्थर व गला कसने में प्रयुक्त मफलर बरामद किया गया है। छह घंटे के भीतर वारदात का खुलासा किया गया। इनाम दिया गया है। एएसपी की अगुवाई में फरार शातिर की तलाश में तीन टीमें लगाई गई है। शातिरों के मददगारों समेत वारदात में शामिल अन्य लोगों की छानबीन की जा रही है।'