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Diwali in Chitrakoot: भगवान राम की तपोभूमि धर्मनगरी में हुआ भव्य दीपोत्सव, जगमग हुआ चित्रकूट
Chitrakoot News: जय श्रीराम और कामदनाथ के जयकारों से धर्मनगरी गूंजती रही। करीब 30 लाख श्रद्धालुओं ने राम के तपोवन में दीपदान कर सुख, समृद्धि की कामना किया।
Chitrakoot News: भगवान राम की तपोभूमि धर्मनगरी चित्रकूट रविवार की शाम लाखों दीपों की रोशनी से जगमगा उठी। देश के कोने-कोने से आए श्रद्धालुओं ने दीपदान किया। शाम होते ही रामघाट से लेकर कामदनाथ दरबार व परिक्रमा मार्ग इस तरह दीपों की रोशनी से जगमगाया जैसे आसमान से तारे जमीं में उतर आए हों। जय श्रीराम और कामदनाथ के जयकारों से धर्मनगरी गूंजती रही। करीब 30 लाख श्रद्धालुओं ने राम के तपोवन में दीपदान कर सुख, समृद्धि की कामना किया।
पांच दिवसीय दीपदान मेला की शुरुआत दो दिन पहले हो चुकी थी। रविवार को तीसरे दिन धर्मनगरी में दीपदान करने के लिए श्रद्धालुओं की तांता लगा रहा। वाहनों के साथ श्रद्धालुओं के पैदल जत्थे रामधुन के साथ आगे बढ़ रहे थे। रविवार को दोपहर से अमावस्या का शुभ मुहूर्त शुरु होने के साथ धर्मनगरी में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ी। यूपी-एमपी प्रशासन ने पहले से ही अत्यधिक भीड़ की संभावना को देखते हुए तैयारियां कर लिया था। सुबह से ही रामघाट व भरतघाट में श्रद्धालुओं ने मंदाकिनी स्नान किया। इसके बाद जयकारे लगाते हुए भगवान कामदनाथ दरबार पहुंचे। शाम होते ही रामघाट, कामदनाथ मंदिर, परिक्रमा मार्ग के अलावा तीर्थ क्षेत्र के प्रमुख आश्रमों हनुमानधारा, गुप्त गोदावरी, स्फटिक शिला, सती अनुसुइया, भरतकूप, रामशैया आदि दीपों की रोशनी से जगमगा उठे। यूपी क्षेत्र में इस बार दीपदान मेला के दौरान जिला प्रशासन ने भव्य तरीके से लाइटिंग कराई है। जगह-जगह तोरणद्वार सजे हुए है। प्रमुख चौराहों व पार्कों के साथ ही बेड़ीपुलिया से लेकर रामघाट व परिक्रमा मार्ग तक रंग-बिरंगी रोशनी बिखेरती झालरों से पूरी धर्मनगरी भव्य तरीके से सजी हुई है।
रामघाट की अनोखी छटा निखरी, देखकर झूमे लोग
इस बार राम का तपोवन दीपावली में बहुत ही आकर्षक ढंग से सजाया गया है। रामघाट में मठ-मंदिरों के साथ ही भव्य लाइटिंग ने अनोखी छटा बिखेरी है। शाम होते ही यहां पर जब श्रद्धालुओं ने दीपदान किया तो विहंगम दृश्य देखकर लोग झूम उठे। यूपी-एमपी की तरफ मंदाकिनी के दोनों तट दीपों की रोशनी से जगमगाने लगा।
आज भी रहेगी अमावस्या, महिलाएं लगाएंगे फेरी
दीपावली में इस बार दो दिन अमावस्या का शुभ मुहूर्त है। हालांकि ज्यादातर श्रद्धालुओं ने रविवार को ही आकर दीपदान किया। क्योंकि अमावस्या रविवार की दोपहर से सोमवार को दोपहर तक है। फलस्वरूप दीपदान शाम को होने की वजह से रविवार को धर्मनगरी में अत्यधिक भीड़ रही। सोमवार को सोमवती अमावस्या की वजह से महिलाएं पीपल के पेड़ में फेरी लगाएंगी।
ड्रोन कैमरे से मेला क्षेत्र की हुई निगरानी
अमावस्या मेला में सुरक्षा व्यवस्था व संदिग्ध व्यक्तियों की निगरानी करने के लिए रामघाट, परिक्रमा मार्ग व विभिन्न पार्किंग स्थलों में ड्रोन कैमरे की मदद ली गई। जिसके जरिए मेला में सूक्ष्म तरीके से भीड़, सुरक्षा व्यवस्था व संदिग्ध व्यक्तियों का आकलन किया गया। वहीं मेला ड्यूटी में लगे पुलिसकर्मियों की निगरानी भी की गई। जहां पर व्यवस्थाओ में कमी नजर आई तो तत्काल सुधार कराने के निर्देश दिए गए।
शाम को बढ़ी भीड़ तो जवानों के छूटे पसीने
दीपदान के लिए रविवार की शाम को श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ गई। रामघाट से लेकर कामदनाथ दरबार तक सड़कें श्रद्धालुओं से खचाखच भरी थी। यही हाल यूपीटी तिराहा सीतापुर से रामघाट का भी रहा। खासकर कामदनाथ प्रमुख द्वार व जलेबी वाली गली खोही में भीड़ बढ़ने के दौरान ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मियों को व्यवस्थाएं संभालने में मशक्कत करनी पड़ी। उस दौरान मजिस्ट्रेट व पुलिस अधिकारी खुद भीड़ को संभालने में जुटे रहे।
जगह-जगह काउंटर लगाकर प्रसाद वितरण
श्रद्धालुओं को जगह-जगह काउंटर लगाकर प्रसाद वितरण किया गया। इसके लिए समाजसेवियों ने इंतजाम किया था। मुख्यालय स्थित रेलवे स्टेशन में जन उद्योग व्यापार संगठन के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री शानू गुप्ता ने अपने सहयोगियों के साथ काउंटर लगाया। यहां पर श्रद्धालुओं को हलुवा वितरण किया गया। इसी तरह मेला क्षेत्र में में जगह-जगह समाजसेवी जुटे रहे।
डीएम व एसपी ने मेला क्षेत्र में भ्रमण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया
चित्रकूट ।डीएम अभिषेक आनन्द व यसपी वृंदा शुक्ला ने दीपावली मेला ने रामघाट और मेला क्षेत्र का भ्रमण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया गया। डियूटी पर तैनात पुलिस बल को सतर्कतापूर्वक डियूटी करने एवं श्रद्धालुओं से विनम्रता पूर्वक व्यवहार करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये ।कहा संदिग्धों पर नजर रखे और रामघाट में मंदाकनी में निश्चित स्थानो तक ही लोग पानी के अंदर जाए साथ ही दीपदान में लोग सवधानी रखे।