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Chitrakoot News: कमिश्नर ने किया बारिश प्रभावित इलाकों का दौरा, अधिकारियों को योजना बनाने के निर्देश
Chitrakoot News: अधिकारियों से कहा गया है कि बारिश से प्रभावित इलाकों में सुविधा बढ़ाने के लिए एक कार्य योजना बनाई जाए।
Chitrakoot News: आयुक्त चित्रकूटधाम मंडल बालकृष्ण त्रिपाठी ने बारिश के दौरान पाठा क्षेत्र में नदी-नालों से प्रभावित होने वाले गांवों का दौरा किया। अधिकारियों को निर्देश दिए कि संबंधित गांवों का निरीक्षण कर उनमें कराए जाने वाले कार्यों की कार्ययोजना तैयार कर प्रस्तुत करें। ग्रामीणों ने बिजली समस्या से अवगत कराते हुए शिकायत दर्ज कराई कि विभागीय अधिकारी फोन नहीं रिसीव करते हैं। जिस पर अधीक्षण अभियंता को सुधार के निर्देश दिए गए।
नदी नालों के उफान पर होने से परेशानी
पाठा क्षेत्र में जोरदार बारिश होने के दौरान बरदहा नदी समेत कई नाले उफान मारते हैं। जिससे करीब एक दर्जन गांव और मजरे प्रभावित होते हैं। बरदहा नदी में एमपी क्षेत्र का भी काफी पानी आता है। रविवार को कमिश्नर ने शबरी जल प्रपात में चल रहे कार्य को देखने पहुंचे। यहां पर बन रहे स्काई ग्लास ब्रिज को देखा और निर्देश दिए कि तेजी के साथ इसे पूर्ण कराया जाए। गुणवत्ता की शिकायत नहीं आनी चाहिए। वन विभाग के अधिकारियों को फटकार लगाते हुए निर्माण में गुणवत्ता का विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। अगर स्काई ग्लास ब्रिज निर्माण में कोई कमी मिले तो संबंधित कार्यदाई संस्था के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसे ब्लैकलिस्टेड किया जाए। इसके बाद उन्होंने नदी-नालों से प्रभावित होने वाले गांवों की जानकारी ली।
बारिश से प्रभावित रास्तों का जायजा लिया
कमिश्नर के पहुंचने पर जमुनिहाई, टिकरिया, मारकुंडी, बंबिया आदि गांवों के लोग भी एकत्र हो गए। ग्रामीणों ने अवगत कराया कि पाठा में सर्वाधिक बिजली समस्या से उनको जूझना पड़ रहा है। फाल्ट के नाम पर कई दिन बिजली गुल रहती है। हल्की बारिश के साथ ही हवाओं के चलने से ही बिजली आपूर्ति ठप कर दी जाती है। एडीएम व एसडीएम मानिकपुर से कहा कि पाठा क्षेत्र में चल रहे कार्यों का स्वीकृत आंगणन के आधार पर निरीक्षण करें। इसकी सूचना तीन दिन में मंडल मुख्यालय में भेजें। पाठा के जो गांव बरदहा नदी से प्रभावित होते है, उनमें प्रभावित होने वाले रास्तों का कमिश्नर ने जायजा लिया।
निदान के लिए योजना बनाने का निर्देश
अधिकारियों से कहा कि इसके लिए एक कार्य योजना बनाई जाए। जिससे बरसात के समय नदी का जलस्तर बढ़ने पर प्रभावित गांवों में रपटे आदि के निर्माण को लेकर शासन को भेजा जा सके। ग्रामीणों ने शिकायत किया कि इलाके में फाल्ट के नाम पर कई-कई दिन तक बिजली आपूर्ति बाधित रहती है। अधिकारी फोन तक नहीं उठाते हैं। कर्मचारी मनमानी करते हैं। कमिश्नर ने अधीक्षण अभियंता विद्युत को निर्देशित किया कि रोस्टर से हटकर विद्युत कटौती न की जाए। फोन न रिसीव करने वाले अभियंताओं के खिलाफ कार्रवाई की जाए। मनमानी करने वाले संविदाकर्मियों की सेवा समाप्ति की जाए। इस दौरान एसडीएम मानिकपुर पंकज वर्मा के अलावा वन विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।