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Chitrakoot: पोस्टमार्टम हाउस में परिजनों के साथ डटे रहे पूर्व भाजपा सांसद, डंपर व स्कार्पियो की हुई थी भीषण टक्कर

Chitrakoot News: हादसे के दूसरे दिन तक जब पूर्व सांसद थाना प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे और मामला शासन स्तर तक पहुंचा तो पुलिस प्रशासन को भी बैकफुट पर आना पड़ा।

Sunil Shukla (Chitrakoot)
Published on: 24 Nov 2023 6:01 PM IST
Chitrakoot News
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Chitrakoot News (Pic:Newstrack)

Chitrakoot News: भरतकूप कस्बे में डंपर से सीधी भिडंत में स्कार्पियो सवार दो युवकों की मौत के मामले में पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगने के बाद एसपी ने थाना प्रभारी भरतकूप को भी हटा दिया है। उनको फिलहाल मामले की जांच होने तक पुलिस लाइन संबद्ध किया गया है। इसके पहले इसी मामले में रात्रि प्रभारी रहे एसआई को सस्पेंड किया जा चुका है। थाना प्रभारी को हटाए जाने के बाद भाजपा के पूर्व सांसद माने और हादसे के करीब 32 घंटे बाद दोनों मृतकों के शव का पोस्टमार्टम हो सका।

शिवरामपुर चौकी क्षेत्र के बीरा निवासी हिमांशू मिश्र व बांदा के रहने वाले वाहन मैकेनिक रामभवन की गुरुवार को तड़के भरतकूप कस्बे के समीप सामने से आए डंपर से स्कार्पिये की सीधी भिडंत होने पर मौत हो गई थी। यह दोनों लोग स्कार्पियो में सवार थे। पुलिस दोनों को अस्पताल न ले जाकर सीधे मृत बताकर पोस्टमार्टम हाउस ले आई। इसी बात को लेकर भाजपा के पूर्व सांसद भैरो प्रसाद मिश्र व पूर्व मंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय ने थाना प्रभारी पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए दोनों शव का पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया था।

पुलिस अधिकारी रात भर पूर्व सांसद को मनाने में जुटे रहे। लेकिन थाना प्रभारी के निलंबन की मांग पर अड़े पूर्व सांसद मानने को तैयार नहीं थे। हालांकि एसपी ने शाम को ही रात्रि प्रभारी एसआई इमरान खान को सस्पेंड कर दिया था। मामला न सुलटने पर पूर्व सांसद परिजनों के साथ पोस्टमार्टम हाउस में ही रात भर डेरा डाले रहे। शुक्रवार को सुबह फिर एसडीएम सदर सौरभ यादव, सीओ सिटी हर्ष पांडेय, सीओ राजापुर निष्ठा उपाध्याय, सीओ लाइन, सीओ एलआईयू अनुज मिश्र, कोतवाली प्रभारी कर्वी अजीत पांडेय आदि ने पूर्व सांसद को मनाने का प्रयास किया।

सोशल मीडिया में बयान वायरल होने के बाद फिर हंगामा

बताते हैं कि पूर्व सांसद को भरोसा दिया गया कि थाना प्रभारी को लाइन भेज दिया गया है। जिससे वह मान गए और पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरु हुई। लेकिन इसी बीच सोशल मीडिया में थाना प्रभारी के लाइन हाजिर का संदेश वायरल हुआ तो एसपी वृंदा शुक्ला ने थाना प्रभारी को लाइन हाजिर होने से इंकार करते हुए अपने जवाब में लिखा कि उनको सीओ लाइन कार्यालय संबद्ध किया गया है। यह जानकारी मिलने पर पूर्व सांसद फिर भड़क गए और शव का पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया। इसके साथ ही पुलिस प्रशासन के खिलाफ फिर नारेबाजी शुरु हो गई। सीओ सिटी ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन दोपहर तक मामला गर्माया रहा।

सीओ सिटी के लिखित आश्वासन पर माने पूर्व सांसद

हादसे के दूसरे दिन तक जब पूर्व सांसद थाना प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे और मामला शासन स्तर तक पहुंचा तो पुलिस प्रशासन को भी बैकफुट पर आना पड़ा। क्योंकि पहले दिन एसपी वृंदा शुक्ला ने हादसा स्थल पर लगे सीसीटीवी से हासिल फुटेज के आधार पर दावा कर रही थी कि इसमें पुलिस की कोई लापरवाही नहीं है। हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस ने मौकेपर पहुंचकर स्कार्पियों में फंसे दोनों युवकों को बाहर निकाला है। तब तक दोनों की मौत भी हो चुकी थी। फिर भी अस्पताल न ले जाने पर रात्रि अधिकारी एसआई को निलंबित कर मामले की जांच सीओ सिटी को सौंपी गई है। शुक्रवार को जब सीओ सिटी ने पूर्व सांसद को लिखित तौर पर थाना प्रभारी के लाइन संबद्ध होने का पत्र दिया, इसके बाद ही पूर्व सांसद माने और शव का पोस्टमार्टम हुआ।

अवैध खनन व वसूली में लिप्त लोग कर रहे गुमराह

पूर्व सांसद भैरो प्रसाद मिश्र ने पोस्टमार्टम हाउस में कहा कि अवैध खनन व वसूली में लिप्त कुछ लोग जिम्मेदार अधिकारियों को गुमराह कर रहे है। इनमें कुछ जनप्रतिनिधि भी शामिल है। आरोप लगाया कि अधिकारियों की नजरें सिर्फ वसूली पर टिकी है। खासकर पुलिस महकमे में ऐसा हो रहा है। खनन माफियाओं से मिलकर कुछ लोग अपने ट्रक चलवा रहे है। इनसे मनमानी वसूली की जा रही है। अधिकारी जनता की समस्याओं के निस्तारण पर ध्यान नहीं देते है।

पुलिस की निगरानी में शव का हुआ अंतिम संस्कार

करीब 32 घंटे बाद समझौता होने पर पुलिस ने दोनों शव का पोस्टमार्टम कराया, इसके बाद दोनों शव उनके परिजनों को सौंपे गए। पुलिस निगरानी में मृतक हिमांशु का शव उसके परिजन लेकर बीरा गांव पहुंचे। जबकि मैकेनिक रामभवन का शव उसके परिजन लेकर पैतृक गांव बांदा जिले के जमालपुर गांव लेकर गए। प्रभारी निरीक्षक कर्वी अजीत पांडेय ने बताया कि निरीक्षक राकेश मौर्य की अगुवाई में पुलिस टीम ने बीरा में मृतक हिमांशु मिश्र के शव का अंतिम संस्कार कराया है।

यह हुआ समझौता

जब तक निष्पक्ष जांच न हो जाए, तब तक थाना प्रभारी भरतकूप सूबेदार बिंद लाइन से संबद्ध रहेंगे। हादसे की निष्पक्ष तरीके से जांच की जाएगी। जांच होने तक थाना प्रभारी सूबेदार बिंद को कोई भी कार्यभार नहीं दिया जाएगा।

बोले जिम्मेदार

एसपी वृंदा शुक्ला ने कहा कि मामले की जांच सीओ सिटी कर रहे है। जांच पूरी होने तक थाना प्रभारी को सीओ लाइन के यहां संबद्ध किया गया है। एसएसआई को थाने की जिम्मेदारी फिलहाल सौंपी गई है। जांच के दौरान दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।

Durgesh Sharma

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