Chitrakoot News: भूमाफियाओं के सह पर अवैध ढंग से किया जा रहा अधिग्रहण, पीडि़तों ने डीएम को सौपे पत्र में लगाया आरोप

Chitrakoot News: तहसील कर्वी के वार्ड नंबर सात काशी नगर निवासी सत्येन्द्र कुमार व कामेन्द्र कुमार पुत्रगण कामता प्रसाद ने डीएम को सौपे पत्र में अवगत कराया कि उक्त वार्ड का निवासी जरूर है, लेकिन अब तक खतौनी में ग्राम लोढ़वारा अंकित है।

Sunil Shukla (Chitrakoot)
Published on: 18 Nov 2023 12:23 PM GMT
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Chitrakoot News (Pic:Newstrack) 

Chitrakoot News: भूमाफियाओं की मिलीभगत के चलते राम वनगमन पथ एनएच-731 ए की दिशा व स्थान परिवर्तित करने के प्रकरण में पूर्व की भांति दिशा रखने पर लंबी धनराशि की उगाही का प्रयास किया गया। इलाकाई जल निकासी नाला को बंद करने व आवासीय प्लाट पर बने नवनिर्मित मकान को कृषि भूूमि की दर से अधिग्रहण कराने की साजिश रचने और अवैध तरीके से लाल झंडी लगाने की शिकायत भुक्तभोगी ने डीएम से की है। मांग की कि पूर्व की भांति इस पथ को उत्तर दिशा की ओर तीन से पांच मीटर खिसकाकर गाटा संख्या 1385 से निकालने, भ्रष्टाचार रोकने और क्षेत्र को प्राकृतिक आपदा से बचाने व नवनिर्मित मकान को सुरक्षित कराया जाए।

तहसील कर्वी के वार्ड नंबर सात काशी नगर निवासी सत्येन्द्र कुमार व कामेन्द्र कुमार पुत्रगण कामता प्रसाद ने डीएम को सौपे पत्र में अवगत कराया कि उक्त वार्ड का निवासी जरूर है, लेकिन अब तक खतौनी में ग्राम लोढ़वारा अंकित है। बताया कि उक्त द्वेय ने ग्राम लोढ़वारा स्थित संक्रमणीय भूमिधर गाटा संख्या 1382 में आवासीय उद्देश्य से रिहायशी प्लाट वर्ष 2010 को पंजीकृत बैनामा क्रय किया था। बताया कि अपनी पुश्तैनी सम्पति बेंचकर अभी तक की गाढ़ी कमाई एक करोड 56 लाख रुपए से वर्ष 2018 में दो मंजिला पक्का मकान निर्मित कराया।

शिकायत कर्त्ता कि उक्त मकान को निर्मित कराने के दौरान पुश्तैनी मकान का विक्रय भी कर चुके हैं। वर्तमान समय उक्क्त मकान के अलावा कोई अन्य घर नहीं है। सरकार द्वारा राम वनगमन पथ के निर्माण का सर्वे कराया जा रहा है। गजट का प्रकाशन भी किया गया है। जिसमें जनपद के ग्राम लोढ़वारा स्थित गाटा संख्या 1382 व 1385 के अंशभाग का अधिग्रहण करने की योजना है। पूर्व में सर्वे में राम वनगमन पथ एनएच 731 ए उक्त द्वेय के नवनिर्मित मकान से तीन मीटर दूरी से गुजर रहा था। गाटा संख्या 1385 का खाली भूभाग भी कवर हो रहा था। जल निकासी का नाला भी सुरक्षित बच रहा था।

पीडि़तो ने आरोप लगाया कि स्थानीय भूमाफियाओं की सह पर सर्वे करने वाले संबंधित लोगों ने उक्त पथ को दक्षिण दिशा में नवनिर्मित मकान और नाले के ऊपर खिसका दिया और गाटा संख्या 1385 समेत अन्य खााली पडे सरकारी भूखंडो और भूमाफियाओं के कब्जे वाले भूखंडो को छोड दिया। उक्त अधिकारियों से बात करने पर लंबी धनराशि की उगाही का प्रयास भी किया गया। असमर्थता जताने पर अवैध तरीके से अधिग्रहण सीमा की लाल झंडी उक्त द्वेय के नवनिर्मित मकान में लगा दी। सरकार की मंशा के अनुरूप राम वन गमन पथ का निर्माण बाधित करने और स्थानीय लोगों को भारी नुकसान पहुंचाने की साजिश किए जाने का आरोप लगाया।

उक्त द्वेय ने बताया कि स्थानीय लोगों के मकानों को ढहाकर और क्षेत्रीय नाला को बंद कर यदि राम वनगमन पथ निकाला गया तो वर्षा के मौसम में पूरा इलाका जलमग्न हो जाएगा। दस हजार की आबादी प्रभावित होगी। बताया कि राम वनगमन पथ को उत्तर दिशा की ओर पूर्व की भांति तीन से पांच मीटर खिसकाकर निर्मित करने से आमजन को कोई नुकसान नहीं होगा। जल निकासी का नाला भी सुरक्षित रहेगा। पत्र में मांग की है कि पूर्व की भांति इस पथ को उत्तर दिशा की ओर तीन से पांच मीटर खिसकाकर गाटा संख्या 1385 से निकालने, भ्रष्टाचार रोकने और क्षेत्र को प्राकृतिक आपदा से बचाने व नवनिर्मित मकान को सुरक्षित कराया जाए।

Durgesh Sharma

Durgesh Sharma

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