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Chitrakoot News: डीएम की अध्यक्षता में आयोजित हुआ बैठक, अधिकारियों को दिए निर्देश
Chitrakoot News: डीएम ने कहा कि किसी भी गौशाला में रात में खुले में गोवंश नहीं रहना चाहिए। किसी भी गोवंश की ठंड से मृत्यु नहीं होना चाहिए। यह सभी लोग सुनिश्चित करें कि अधिक ठंड होने पर अलाव की भी व्यवस्था कराई जाए।
Chitrakoot News: डीएम ने खंड विकास अधिकारियों तथा अधिशासी अधिकारियों एवं पशु चिकित्सा अधिकारियों से कहा कि ठंड को देखते हुए जिन गौशालाओं में अभी तक तिरपाल बोरा का छप्पर से व्यवस्था नहीं कराया है तो तत्काल करा लिया जाए। किसी भी गौशाला में रात में खुले में गोवंश नहीं रहना चाहिए किसी भी गोवंश की ठंड से मृत्यु नहीं होना चाहिए। यह सभी लोग सुनिश्चित करें कि अधिक ठंड होने पर अलाव की भी व्यवस्था कराई जाए।
उन्होंने अधिशासी अधिकारियों, सभी बीडीओ से कहा कि जिन गौशालाओं का निर्माण कार्य चल रहा है उनमें प्रगति कराए जहां पर जमीन की समस्या है तो संबंधित उप जिलाधिकारियों से समन्वय स्थापित करके निस्तारण कराया जाए। ठंड को देखते हुए सभी खंड विकास अधिकारी एवं अधिशासी अधिकारी गौशालाओं में पशुओं के अच्छे खान-पान की व्यवस्था सुनिश्चित कराएं।
उन्होनें अधिशासी अधिकारियों से कहा कि जो शहर में आवारा पशु घूम रहे हैं उन्हें गौशालाओं में संरक्षित कराया जाए। प्रत्येक गौशाला में रात के समय एक केयर टेकर जरूर रहे। गौशालाओं में जो चरवाहे रखे गए हैं उनका समय से मानदेय अवश्य दिया जाए। उन्होंने कहा कि सभी खंड विकास अधिकारियों से कहा कि भरण पोषण के लिए जो भुगतान किया गया है उसका उपभोग प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया जाए ताकि आगे के भुगतान की कार्यवाही सुनिश्चित की जा सके।
डीएम ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी से कहा कि जो गोवंशो के भरण-पोषण के भुगतान की पत्रावलियां लंबित हैं उनका तत्काल भुगतान किया जाए। गोवंशों की सुपुर्दगी को भी बढ़ाया जाए। सभी पशु चिकित्सा अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि सभी गौशालाओं में अच्छी व्यवस्था रहे। मुख्य सड़कों पर कोई भी गोवंश नहीं घूमना चाहिए उन्हें गौशालाओं पर संरक्षित कराए तथा सभी गोवंश गौशालाओं पर ही रखे जाए। डीएम ने सीडीओ से कहा कि सभी नोडल अधिकारियों की बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गौशालाओं के निरीक्षण की व्यवस्थाओं की जानकारी ले।
उन्होंने वीडीओ एवं अधिशासी अधिकारियों को निर्देश दिए कि गांव व शहर से गौशाला संचालन में किसी भी तरह की समस्याएं नहीं होना चाहिए। अपने-अपने क्षेत्र की गौशालाओं का निरीक्षण अवश्य करें। सभी वीडीओ व पशु चिकित्साधिकारी गोबंशो को भूसा,पशु आहार, हरा चारा,चूनी चोकर खिलाए जाने की व्यवस्था कराए। जो गौशालाएं अस्थाई रूप से संचालित हो रही है उनको स्थाई रूप से संचालित कराए जाने की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए।
हरा चारा बोने के लिए एसडीएम से संपर्क कर शासकीय जमीन चिन्हित कराएं। बैठक में सीडीओ अमृतपाल कौर, डीडीओ आरके त्रिपाठी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ सुभाष चंद्र, परियोजना अधिकारी नेडा सहित समस्त खंड विकास अधिकारी एवं अधिशासी अधिकारी तथा पशु चिकित्सा अधिकारी मौजूद रहे।