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Chitrakoot News: वाघा बॉर्डर के जरिए दिल्ली पहुंचा पाकिस्तानी हिंदू परिवार, वहां से चित्रकूट में मिला आसरा

Chitrakoot News: वीजा की मूल प्रति नहीं दिखा पाए, शाम तक जांच में जुटा रहा प्रशासन। विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय लखनऊ को प्रशासन ने भेजी रिपोर्ट।

Sunil Shukla (Chitrakoot)
Published on: 4 Aug 2023 9:02 PM IST

Chitrakoot News: धर्मनगरी चित्रकूट के संग्रामपुर में शरण लेने वाले पाकिस्तानी दो हिंदू परिवारों के आने के बाद पूरा गांव पुलिस छावनी में तब्दील रहा। संबंधित चौकी प्रभारी से लेकर पुलिस महकमे के उच्चाधिकारी तक छानबीन में जुटे रहे। देर शाम तक दोनों परिवारों के प्रत्येक सदस्यों व शरण देने वाले समाजसेवी से अधिकारियों ने गहन पूछताछ की। इसके साथ ही उनके अभिलेखों को भी चेक किया गया। मूल वीजा उपलब्ध न कराने पर जिला प्रशासन ने विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय लखनऊ को देर शाम रिपोर्ट भेजी है। यहां से इन शरणार्थी परिवारों का सत्यापन होने हकीकत सामने आएगी।

गांव के लोगों को अचानक इतने लोगों को देख हुई हैरत, पुलिस को दी जानकारी

शुक्रवार को सुबह पाकिस्तानी दो हिंदू परिवारों के संग्रामपुर पहुंचने पर गांव के लोग यह जानकारी करने में जुट गए कि समाजसेवी कमलेश के घर इतने लोग आखिरकार कहां से आए। यह परिवार खैरपुर कराची पाकिस्तान के रहने वाले हैं। दोपहर तक जब लोगों को कुछ जानकारी हुई तो पुलिस को अवगत कराया गया। कुछ ही देर में पुलिस अधिकारी फोर्स के साथ डट गए। समाजसेवी के घर ठहरे सभी शरणार्थी को पुलिस ने अपनी निगरानी में लिया और छानबीन शुरु की। खुफिया एजेंसियां भी जानकारी मिलने पर सक्रिय हुई। देर शाम तक अधिकारी इनके यहां तक पहुंचने आदि की जानकारी लेते रहे।

45 दिन का वीजा हो चुका है खत्म

शरणार्थी परिवार के सदस्यों ने इस दौरान मीडिया से बात करते हुए पाकिस्तान के हालातों से अवगत कराया। कहा कि पाकिस्तान में हालात बेहद खराब हैं। वहां महंगाई चरम पर है और सामान्य मांगें पूरी करना मुश्किल हो रहा है। वह लोग आर्थिक तंगी की वजह से परेशान हो गए थे। जिससे पाकिस्तान छोंड़ने पर मजबूर हो गए। जांच के दौरान पुलिस अधिकारियों को परिवारों के मुखिया ने फोन पर वीजा दिखाया। बताते हैं कि इनका 45 दिन का वीजा बना था, जिसका समय पूरा हो चुका है। वीजा की अवधि बढ़ाने के लिए दिल्ली में आवेदन करने की बात बताई गई। जिसका सत्यापन जिला प्रशासन करा रहा है। सुरक्षा की दृष्टि से कमलेश के ही एक मकान में दोनों परिवारों को प्रशासन की निगरानी में रखा गया है।

सोशल मीडिया के जरिए कमलेश से हुआ संपर्क

शरणार्थी परिवार वीजा के जरिए बाघा बार्डर से होते हुए अमृतसर के रास्ते दिल्ली पहुंचे थे। बताया कि उन लोगों के अन्य सदस्य व कुछ परिवार दिल्ली के भाटी माइंस में रुके हुए है। सोशल मीडिया के जरिए संग्रामपुर के रहने वाले कमलेश से उनका संपर्क हुआ। कमलेश का कहना है कि वह हिंदू परिवारों के मददगार के तौर पर काम करता है। इस बीच वह दिल्ली जाकर इन परिवारों से मिला था और यहां आकर शरण लेने की बात कही थी। शुक्रवार को सुबह ट्रेन से यह यहां पर आए, जिनको उसने अपने घर में शरण दी है।

शरणार्थियों के भोजन का प्रधान ने किया इंतजाम

पुलिस निगरानी में ठहरे दोनों परिवार के कुल 15 सदस्यों के भोजन आदि का इंतजाम प्रधान ममता देवी ने किया है। सुबह आने के बाद इन सभी को नाश्ता कराया गया है। शाम को प्रधान ने सभी के लिए पूड़ी सब्जी बनवाई और एक साथ बैठाकर सभी को खिलाया। पुलिस टीमों ने इस दौरान परिवार के प्रत्येक सदस्य के कपड़ों आदि की तलाशी भी ली है। इनके रहन-सहन पर भी विशेष नजर रखी जा रही है। हर व्यक्ति को इनसे मिलने नहीं दिया जा रहा है।

हिंदू शरणार्थी सुनकर मददगार बनने को दिखे आतुर

शरणार्थियों ने प्रशासन के पहुंचने से पहले जब लोगों से पाकिस्तान के हालात व अत्याचार आदि की बातें बताई तो लोग उनकी बातें सुनकर भावुक हो गए। कुछ लोग मददगार बनने के लिए आतुर दिखे। दोपहर बाद जैसे ही आसपास के गांवों में लोगों को जानकारी हुई तो यहां पर काफी संख्या में भीड़ पहुंची। इसके अलावा आसपास के गांवों में भी इन हिंदू परिवारों की मदद के लिए सहयोग करने की चर्चा करते रहे।

पुलिस अधीक्षक ने दी ये जानकारी

एसपी वृंदा शुक्ला ने बताया कि शरणार्थी परिवार खुद को पाकिस्तानी हिंदू बता रहे है। आर्थिक तंगी से परेशान होकर भारत आए है। मोबाइल पर 45 दिन का वीजा दिखाया है। मूल प्रति नहीं दे पाए है। सभी से पूछताछ कर जांच की गई है। पूछताछ के दौरान इन सभी ने यहीं पर रहने की बात कही है। जिसके माध्यम से यह लोग यहां तक पहुंचे है, उससे भी पूछताछ की गई है। संबंधों आदि की भी छानबीन कराई जा रही है। इसकी पूरी रिपोर्ट विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय लखनऊ को भेजी गई है। वहां सत्यापन के बाद हकीकत सामने आएगी और फिर अग्रिम कार्रवाई होगी। परिवारों को सुरक्षित ठिकाने पर रखा गया है।

पाकिस्तान से चित्रकूट ये लोग आए

  • राकेश कुमार (32) पुत्र मिश्री
  • संतोष कुमार (22) पुत्र मिश्री
  • अफ्सा कुमारी (19) पुत्री मिश्री
  • राज कुमारी (26) पत्नी राकेश कुमार
  • राखी (12) पुत्री राकेश कुमार
  • रिया कुमारी (10) पुत्री राकेश कुमार
  • पूनम कुमारी (07) पुत्री राकेश कुमार
  • तरुण कृष्ण (03) पुत्र राकेश कुमार
  • मंगलमल (46) पुत्र राजौमल
  • दादली (42) पत्नी मंगलमल
  • कविता कुमारी (24) पुत्री मंगलमल
  • संजय कुमार (22) पुत्र मंगलमल
  • सुनीता (20) पुत्री मंगलमल
  • सनित कुमार (16) पुत्र मंगलमल
  • रवीना कुमारी (14) पुत्री मंगलमल



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Sunil Shukla (Chitrakoot)

Sunil Shukla (Chitrakoot)

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