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Chitrakoot News: बढ़-चढ़कर मतदान पर जोर, निर्णायक की भूमिका निभाएं ब्राह्मण
Parshuram Jayanti 2024: भगवान विष्णु के छठवें अवतार भगवान परशुराम का जन्मोत्सव कार्यक्रम धूमधाम के साथ मनाया। एक स्वर से ब्राह्मण समाज के वक्ताओं ने लोकतंत्र की शक्ति का प्रयोग कर निर्णायक की भूमिका अदा करने पर जोर दिया।
Chitrakoot News: मुख्यालय कर्वी स्थित गंगा जी रोड पर ऋषि सत्संग भवन में ब्राहृमण समाज ने शुक्रवार को भगवान विष्णु के छठवें अवतार भगवान परशुराम का जन्मोत्सव कार्यक्रम धूमधाम के साथ मनाया। एक स्वर से ब्राहृमण के समाज के वक्ताओं ने लोकतंत्र की शक्ति का प्रयोग कर निर्णायक की भूमिका अदा करने पर जोर दिया। इसके साथ ही आरोप लगाया कि सर्वाधिक संख्या होने के बावजूद भी बांदा-चित्रकूट लोकसभा क्षेत्र में ब्राहृमणों की उपेक्षा की जा रही है। वह उत्पीड़न का शिकार हो रहे है। इसके बाद गाजे-बाजे के साथ शहर में जोरदार शोभा यात्रा भी निकाली गई।
शुक्रवार को आयोजित जन्मोत्सव कार्यक्रम में कामदनाथ प्रमुख द्वार के व्यवस्थापक संत मदन गोपालदास महराज, प्रयागराज व धर्मनगरी चित्रकूट से आए कई संतों ने भगवान परशुराम की पूजा अर्चना करते हुए दीप प्रज्वलन व माल्यार्पण किया। पूर्व सांसद भैरो प्रसाद मिश्र, पूर्व आनंद शुक्ला, पूर्व विधायक दिनेश मिश्र के अलावा अन्य पदाधिकारियों ने दीप प्रज्जवलन किया। पूर्व सांसद ने कहा कि भगवान परशुराम के जन्मोत्सव में सभी ब्राहृमण एकत्र हुए है। आज ब्राहृमणों को संगठित होकर अपनी ताकत का अहसास कराने का समय आ गया है। पूर्व विधायक आनंद शुक्ल ने कहा कि ब्राहृमणों की जब तक अपेक्षा पूरी न हो, तब तक वह अपनी शिखा खोलकर रखें। क्योंकि ब्राहृमण जमीन पर काम करने वाले होते है। वह केवल अपने परिवार के लिए काम नहीं करता। कहा कि कुछ ज्ञानी लोग ब्राहृमणों को फेसबुकिया की संज्ञा दे रहे है। हर युग में जयचंद्र होते आए है, इनको पहचानने की जरुरत है।
उन्होंने कहा कि लोकसभा क्षेत्र में चार ब्राहृमण मतदाता होने के बाद भी उपेक्षा की जा रही है। ऊपर वाले इतनी संख्या के बावजूद ब्राहृमणों को कुछ नहीं मानते। लेकिन अब एकजुटता दिखाने की जरुरत है। लोग चश्मे बदलने की बात कर रहे हैं, उनको दृष्टि बदलनी चाहिए। कहा कि मतदान के दिन लोकतंत्र की शक्ति का प्रयोग कर अपनी ताकत दिखाने का काम करें। क्योंकि निर्णायक की भूमिका निभाने का समय आ गया है। पूर्व विधायक दिनेश मिश्र ने कहा कि ब्राहृमणों को एकजुट होना पड़ेगा। इसके अलावा अन्य वक्ताओं ने भी ब्राहृमणों के हित व सम्मान के लिए एकजुट होने का संकल्प लिया। गोष्ठी के बाद कार्यक्रम स्थल से भव्य शोभा यात्रा निकाली गई। हाथी, घोडा और गाजे-बाजे के साथ शोभा यात्रा चकरेही चौराहा, ओवरब्रिज, धनुष चौराहा, पटेल तिराहा, स्टेशन रोड आदि की तरफ घूमी। कार्यक्रम के दौरान परशुराम के जयकारे गूंजते रहे।
इस दौरान आयोजन समिति के रामसागर चतुर्वेदी, शिवशंकर त्रिपाठी, ताराचंद्र त्रिपाठी, पुत्तन महराज, अखिलेश पांडेय, कमलेश पांडेय बरातीलाल, डा सुरेन्द्र मोहन, शिवप्रकाश पांडेय, सुनील द्विवेदी, अभिषेक पांडेय, अखिलेश पांडेय प्रधान, विनीत पयासी, नारायण पांडेय, जेपी मिश्रा, अनिल अनिवार्य, सुनील शुक्ला प्रधान संघ जिलाध्यक्ष, राजा सेमरिया, सिद्धार्थ पांडेय, बद्री त्रिपाठी, हीरो मिश्रा, आनन्द त्रिपाठी, राजीव तिवारी, रावेन्द्र गौतम, राजीव त्रिपाठी हन्ना, कुलदीप पांडेय, वीरेन्द्र पांडेय, शैलेश शुक्ला, अतुल द्विवेदी मऊ, आशीष पांडेय, ललित त्रिपाठी गायक, अनुज हनुमत, अरुण मिश्रा आदि मौजूद रहे।