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Chitrakoot News: पुलिस भर्ती परीक्षा में सख्ती के चलते 2031 अभ्यर्थियों ने छोड़ी परीक्षा, केन्द्रों में पांच जगह हुई सघन तलाशी
Chitrakoot News: पहले दिन आयोजित दो पालियों में कुल 6440 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। जिलनमें प्रथम में 2092 व दूसरी पाली में 2117 कुल 4209 अभ्यर्थी उपस्थित रहे। जबकि प्रथम में 1028 व दूसरी पाली में 1003 कुल 2031 अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोंड दी।
Chitrakoot News: उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले में पांच केन्द्रों पर आयोजित पुलिस भर्ती परीक्षा के दौरान सख्ती देखने को मिली। यही वजह रही कि पहले दिन कोई नकलची और सॉल्वर नहीं पकड़ा गया। परीक्षाओं की शुरुआत शांतिपूर्ण तरीके से हुई। सभी केन्द्रों में गेट से लेकर कक्ष के भीतर तक पांच जगह बारीकी से तलाशी ली गई और अंदर ले जाने वाले अभिलेखों की जांच हुई। परीक्षा शुरु होने के आधे घंटे पहले ही केन्द्रों के गेट बंद कर दिए गए। पहले दिन आयोजित दो पालियों में कुल 6440 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। जिलनमें प्रथम में 2092 व दूसरी पाली में 2117 कुल 4209 अभ्यर्थी उपस्थित रहे। जबकि प्रथम में 1028 व दूसरी पाली में 1003 कुल 2031 अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोंड दी। परीक्षा दौरान पहले दिन कोई सॉल्वर नहीं पकड़ा गया।
जनपद में सीआईसी, गोस्वामी तुलसीदास राजकीय डिग्री कालेज, जीजीआईसी, जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय, राधाकृष्ण पोद्दार इंटर कालेज व जनसेवा इंटर कालेज को परीक्षा केन्द्र बनाया गया है। जिनमें प्रत्येक पाली में 3120 अभ्यर्थी शामिल हो रहे है।
पहले ही दिन शुक्रवार को परीक्षा दौरान सख्ती नजर आई। ड्यूटी में लगाए गए परीक्षक सुबह सात बजे तक केन्द्रों में पहुंच गए थे। आठ बजे से अभ्यर्थियों को सघन तलाशी के बाद प्रवेश दिया गया। केन्द्रों के आसपास सभी साइबर कैफे व फोटोकापी की दुकानें बंद रही। प्रत्येक केन्द्र पर स्टेटिक व सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात रहे। परीक्षा में शामिल होने के लिए दूसरे जनपदों से अभ्यर्थी गुरुवार की रात ही पहुंच गए थे। जिनमें ज्यादातर को रेलवे स्टेशन में ही रात बितानी पड़ी।
भोर होते ही अभ्यर्थी केन्द्रों के लिए निकले। सुबह करीब छह बजे से ही केन्द्रों के बाहर अभ्यर्थियों का जमावड़ा लगने लगा था। अभ्यर्थियों की सहायता के लिए रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड में पुलिस सहायता केन्द्र बनाए गए है। केन्द्रों में गेट से लेकर कक्ष के बीच पांच जगह जांच कर तलाशी ली गई। जिसमें प्रवेश द्वार, स्ट्रांगरुम, बायोमैट्रिक के जरिए चेहरे की जांच, कार्ड के साथ लोगो लगाने व आखिरी में कक्ष के बाहर लोगो की जांच हुई।
अंदर कक्ष निरीक्षकों ने जांच दल के साथ प्रवेश पत्र आदि का मिलान किया। सभी अभ्यर्थियों के जूते-मोजे कक्ष के बाहर ही उतरवा दिए गए थे। प्रशासन ने नकलविहीन परीक्षाएं संपन्न कराने के लिए कंट्रोलरुम से सीधे आनलाइन निगरानी किया। केन्द्रों के आसपास पुलिस प्रशासन ने किसी को फटकने नहीं दिया। अभ्यर्थियों के प्रवेश होने के साथ ही परीक्षा शुरु होने से आधे घंटे पहले ही केन्द्रों के गेट बंद कर दिए गए।
इधर डीएम शिवशरणप्पा जीएन व एसपी अरुण कुमार सिंह ने प्रथम एवं द्वितीय पाली में परीक्षा केन्द्र जीजीआईसी, सीआईसी, गंगा प्रसाद जनसेवा इंटर कॉलेज, गोस्वामी तुलसीदास स्नातकोत्तर महाविद्यालय बेड़ीपुलिया, जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय एवं सेठ राधा कृष्ण पोद्दार इंटर कालेज सीतापुर पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने परीक्षा केंद्रों पर लगे सीसीटीवी कैमरा, स्ट्रांगरूम, चेकिंग, फेस्टिंग, बायोमेट्रिक व्यवस्था को देखा।
डीएम ने कहा कि दो पालियों में होने वाली परीक्षा को संपन्न कराने के लिए जोनल, सेक्टर, स्टेटिक मजिस्ट्रेट के अलावा पर्याप्त पुलिस बल लगाया गया है। एसपी ने तैनात पुलिस फोर्स को निर्देश दिए कि केंद्रों के आसपास भीड़ नहीं होना चाहिए। इस दौरान एसडीएम कर्वी सौरभ यादव, राजापुर प्रमोद झा आदि मौजूद रहे।
अभ्यर्थियों से ई-रिक्शा वालों ने किराए में मनमानी की वसूली
परीक्षा में शामिल होने आए अभ्यर्थियों को मुख्यालय से सीतापुर व बेड़ीपुलिया तक पहुंचने में दिक्कतें हुई। क्योंकि सुबह के वक्त का खासकर ई-रिक्शा वालों ने फायदा उठाया। बाहरी छात्र होने की वजह से ई-रिक्शा वालो ने उनसे मनमानी पैसा भी वसूल किया। दो-तीन घंटे पहले पहुंचे अभ्यर्थियों ने केन्द्र के बाहर किनारे बैठकर तैयारी भी करते नजर आए। अभ्यर्थियों के साथ आए परिजनों का परीक्षा शुरु होने के बाद इधर-उधर जमावड़ा लगा रहा।
ड्रोन के जरिए परीक्षा केन्द्रों के आसपास की गई निगरानी
नकलविहीन परीक्षा कराने के लिए खासकर मुन्ना भाइयों पर नजर रखने को प्रशासन ने सख्त निगरानी रखी। केन्द्रों के बाहर खुफियातंत्र की टीमें सक्रिय रही। सब इंस्पेक्टर एलआईयू शिवसागर तिवारी की अगुवाई डॉग स्क्वॉयड व एलआईयू की संयुक्त टीम सभी छह परीक्षा केंद्रों की सघन चेकिंग की गई। पूरे समय तक टीमें सक्रिय रही। वहीं दूसरी ओर प्रभारी सर्विलांस सेल एसओजी प्रभारी एमपी त्रिपाठी के नेतृत्व में सर्विलांस टीम ने सभी जगह ड्रोन के जरिए निगरानी किया।