Chitrakoot News: श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले निकाली गई चांदी से बनी श्रीरामचरितमानस की झांकी

Chitrakoot News: नगर पंचायत ने कहा कि श्रीरामचरित मानस में राम को मर्यादा के रूप में, लक्ष्मण भक्ति के रूप में, भरत को धर्म के रूप में व शत्रुघ्न को संहारक के रूप में प्रदर्शित किया गया है। उससे समाज को सत्मार्ग की ओर ले जाने की प्रेरणा मिलती है।

Sunil Shukla (Chitrakoot)
Published on: 19 Jan 2024 4:58 PM GMT
Chitrakoot News
X

Chitrakoot News (Pic:Newstrack)

Chitrakoot News: श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या में आगामी 22 जनवरी को श्रीराम लला के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तलुसी नगरी में शुक्रवार को राम दरबार, गोस्वामी तुलसीदास की झांकी, चांदी से बनी श्रीरामचरितमानस की झांकी निकाली गई। इसके पहले पूर्व राज्यमंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय, ब्लाक प्रमुख गंगाधर मिश्र, एसडीएम प्रमोद झा, सीओ निष्ठा उपाध्याय, नगर पंचायत अध्यक्ष संजीव मिश्रा, पूर्व जिपं सदस्य शिवशंकर सिंह, जिला प्रचारक पुनीत कुमार ने पूजन करके आरती किया। इसके बाद श्रीराम के जयकारो के साथ शोभा तुलसी जन्मकुटीर से अपरान्ह तीन बजे डीजे धुन के साथ मानस मंदिर रोड, यमुना रोड, सब्जी मंडी, सर्राफा बाजार, रामलीला रोड, गुर्रा मंदिर रोड, स्मारक रोड, तुलसी चौक आदि प्रमुख मार्गों से निकाली गई।

कई भाषाओं में पढ़ा जाता है श्रीरामचरित मानस

इस दौरान लोगों ने शोभा यात्रा में पुष्प वर्षा करके पूजन किया। नगर पंचायत ने कहा कि श्रीरामचरित मानस में राम को मर्यादा के रूप में, लक्ष्मण भक्ति के रूप में, भरत को धर्म के रूप में व शत्रुघ्न को संहारक के रूप में प्रदर्शित किया गया है। उससे समाज को सत्मार्ग की ओर ले जाने की प्रेरणा मिलती है। श्रीरामचरित मानस अपने ही देश मे नहीं विश्व के कई देशों में कई भाषाओं में पढ़ा जाता है। पूर्व राज्यमंत्री ने कहा कि 1554 में गोस्वामी तुलसीदास ने यमुना तट पर जन्म लिया था। इसके बाद भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव, चैत्र नवरात्रि पर अयोध्या से श्रीरामचरितमानस की रचना की शुरुआत की थी।

526 वर्ष पहले गोस्वामी तुलसीदास ने श्रीरामचरितमानस की अयोध्याकांड का मूल ग्रंथ आज भी मानस मंदिर में संजोकर रखी है। जिसके दर्शन मात्र से ही लोगो की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। तुलसी जन्मभूमि से चांदी की श्रीरामचरितमानस व रिहल समेत पंचपात्र व तुलसी की भव्य प्रतिमा 22 जनवरी को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा पर सप्रेम भेंट रामलला ट्रस्ट को समर्पित की जाएगी। इस मौके पर सतीश मिश्रा, सुभाषचन्द्र अग्रवाल, राधेश्याम सोनी, सूर्यप्रकाश त्रिपाठी, सोमनाथ अग्रवाल, अतुल कुमार, शंकरदयाल जायसवाल, राकेश नामदेव, राजेश केशरवानी, महेश पांडेय, संतोष बंसल, मन्टू अग्रहरि, चमनलाल रैकवार आदि मौजूद रहे।

Durgesh Sharma

Durgesh Sharma

Next Story