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Sonbhadra News: इकलौती नगरपालिका का चढ़ा सियासी पारा, पूर्व सांसद ने की पत्नी के टिकट की दावेदारी,अनुसूचित महिला के लिए
Sonbhadra News: राबटर्सगंज संसदीय क्षेत्र की केंद्रबिदु माने जाने वाली सोनभद्र की इकलौती नगरपालिका सीट पर भाजपा के पूर्व सांसद के पत्नी की दावेदारी ने जहां, सियासी पारा अचानक से बढ़ा दिया है। वहीं पूर्व सांसद छोटेलाल खरवार के चिरिपरिचित तेवर को देखते हुए, टिकट चयन की कवायद में जुटी भाजपा की कोर विंग के सामने भी, उम्मीदवार चयन को लेकर भी चुनौती की स्थिति बनने की बात, कही जा रही है।
Sonbhadra News: निकाय चुनाव को लेकर रणभेरी की तैयारी के साथ ही, प्रमुख दलों में टिकट को लेकर रस्साकसी तेज हो गई है। राबटर्सगंज संसदीय क्षेत्र की केंद्रबिदु माने जाने वाली सोनभद्र की इकलौती नगरपालिका सीट पर भाजपा के पूर्व सांसद के पत्नी की दावेदारी ने जहां, सियासी पारा अचानक से बढ़ा दिया है। वहीं पूर्व सांसद छोटेलाल खरवार के चिरिपरिचित तेवर को देखते हुए, टिकट चयन की कवायद में जुटी भाजपा की कोर विंग के सामने भी, उम्मीदवार चयन को लेकर भी चुनौती की स्थिति बनने की बात, कही जा रही है।
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सोनभद्र की एकमात्र नगरपालिका राबटर्सगंज को जिला मुख्यालय का दर्जा हासिल है। वहीं, यह एक ऐसा शहर है, जहां रहने वालों का सीधा जुड़ाव राबटर्सगंज लोकसभा के पांचों विधानसभा, जिले की राबटर्सगंज, दुद्धी, ओबरा, घोरावल के साथ चंदौली की चकिया विधानसभा सीट से है। लगभग 18 लाख मतदाताओं वाले लोकसभा सीट से जुड़े हर वर्ग के किसी न किसी चेहरे का प्रतिनिधित्व भी यहां रहने वालों से जुड़ा हुआ है। ऐसे में अब तक चर्चा में रहे चेहरों से इतर पूर्व सांसद छोटेलाल खरवार की पत्नी के जरिए सामने आई दावेदारी ने नगर का सियासी पारा बढ़ाने के साथ ही, राबटर्सगंज विधानसभा सीट को जिले की हाॅट सीट में शुमार कर दिया है। वहीं टिकट चयन की कवायद में जुटी भाजपा की कद्दावर विंग के सामने अंतर्विरोध को थामे रखने और राबटर्सगंज नगरपालिका सीट पर लगातार तीसरी बार कब्जा जमाने की बड़ी चुनौती भी खड़ी हो गई है।
बोले पूर्व सांसद: उनसे बेहतर नहीं है दूसरे किसी की दावेदारी
बताते चलें कि पूर्व सांसद की पत्नी की दावेदारी से जुड़ा जहां एक बायोडाटा सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वहीं फोन पर हुई वार्ता में पूर्व सांसद छोटेलाल खरवार ने पत्नी के टिकट के लिए पार्टी के सामने दावेदारी पेश करने की बात स्वीकारी। कहा कि चूंकि वह राजनीति से लंबे समय से जुड़े हुए हैं। उनकी पत्नी भी राजनीति में सक्रिय हैं। इसलिए उन्हें नहीं लगता कि राबटर्सगंज नगरपालिका के लिए उनकी पत्नी से बेहतर, कोई दूसरा उम्मीदवार ठीक रहेगा। बताते चलें कि नगरपालिका के आरक्षण को लेकर जारी हालिया अनंतिम सूची में, राबटर्सगंज नगरपालिका को अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित किया गया है।
इस नए समीकरण को लेकर भी बनी है पशोपेश की स्थिति
राबटर्सगंज नगरपालिका क्षेत्र के विस्तार के बाद, अनुसूचित वर्ग की हिस्सेदारी को लेकर एक नया समीकरण सामने आया है। अब तक भाजपा की तरफ जो दावेदारी सामने आए हैं, उसमें एक खरवार वर्ग ही ऐसा है, जो राबटर्सगंज विधानसभा में मजबूत उपस्थिति के साथ ओबरा विधानसभा में जिताऊ समीकरण रखता है। शेष चेहरों की बात करें तो उनकी मजबूत उपस्थिति सिर्फ मुख्य नगर की एरिया तक ही सीमित है। वहीं नगर के साथ ही नगरपालिका के विस्तार एरिया में बसपा के बेस वोटर कहे जाने वाले वर्ग की भी बड़ी मौजूदगी सामने आई है। ऐसे में, बसपा के वोटरों को अपने पाले में करने की कवायद में जुटे भाजपा खेमे के सामने, टिकट चयन में इस वर्ग की भी मौजूदगी बनाए रखने को फिलहाल एक बड़ी चुनौती के रूप में देखा जा रहा है।