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चूसने वाला पैकेट बंद गन्ना 21 हजार रुपए कुंतल, किसान फिर भी बेहाल

बाज़ार में गणना 21 हजार रुपए प्रति कुंतल से भी ज्यादा कीमत पर बिक रहा है। चौंकिए मत। यह सही खबर है। प्रदेश की सरकार को किसानों के गन्ने की कीमत 325 रुपए प्रति कुंतल देने में पसीने छूट रहे हैं।

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Published on: 31 Oct 2017 6:50 AM GMT
चूसने वाला पैकेट बंद गन्ना 21 हजार रुपए कुंतल, किसान फिर भी बेहाल
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संजय तिवारी

लखनऊ: बाज़ार में गन्ना 21 हजार रुपए प्रति कुंतल से भी ज्यादा कीमत पर बिक रहा है। चौंकिए मत। यह सही खबर है। प्रदेश की सरकार को किसानों के गन्ने की कीमत 325 रुपए प्रति कुंतल देने में पसीने छूट रहे हैं। लेकिन निजी कंपनियां इसी भाव ने गन्ना बेच रही हैं, वह भी मॉल में। यह अलग बात है कि इस कीमत का सारा मुनाफा केवल वे कंपनियां ही कमा रही हैं। किसानों को कुछ हासिल नहीं हो रहा है।

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दरअसल यह आधुनिक बाजार का बड़ा खेल है। आज देवोत्थानी एकादशी है। आज के इस व्रत में गन्ने का बहुत महत्त्व होता है। आज ही से गन्ने की नई फसल का उपयोग शुरू होता है। इसमें गन्ना चूसने का विधान है। गन्ने की इस महत्ता को उतर प्रदेश की सरकार तो नहीं समझ सकी लेकिन त्योहारों के बाजार पर नज़र रखने वाली देसी-विदेशी कंपनियां जरूर समझ गई हैं। तभी तो फ्रेश ट्री ने इंडिआ मार्ट और रिलायंस फ्रेश के जरिए कटा हुआ, छीला हुआ गन्ने का पैकेट बाज़ार में उतार दिया है।

रिलायंस फ्रेस के मॉल में छिले हुए गन्ने के टुकड़ों का 185 ग्राम का एक पैकेट 39 रुपए का है। इस हिसाब से यह गन्ना 21,081 प्रति कुंतल के भाव से बिक रहा है। इसे इंडिया मार्ट उपलब्ध कराता है।

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नवरंगपुरा अहमदाबाद की कंपनी होलसेल हब इंटरप्राइजेस इसकी आपूर्ति करती है। इसी प्रकार निजामाबाद की एक कंपनी एग्रीकल्चरिष्ट जूस के लिए 7 रुपए प्रति किलो के भाव से गन्ना आपूर्ति करती है। कांदीवली ईस्ट मुम्बई की कंपनी 36 रुपए प्रति किलो के भाव से गन्ना बेचती है। बडोदरा की कंपनी शिव शक्ति 7 रुपए प्रति किलो के भाव से फ्रेश शुगर केन बेच रही है।

अन्नूर केरल की कंपनी दिनेश शुगर केन 60 रुपए प्रति किलो के भाव से गन्ना आपूर्ति करती है। चेन्नई की याया केन नाम की कंपनी 12 रुपए प्रति किलो के भाव से गन्ना आपूर्ति करती है। बडोदरा की बादशाह फार्म इंडिया मार्ट को 5 हजार रुपए प्रति टन के भाव से गन्ना देती है। जे.के. ट्रेडिंग कंपनी नई दिल्ली 9 हजार प्रति टन के भाव से गन्ना बेच रही है। इसी प्रकार स्टार एक्सपोर्ट, डिंडीगुल, ब्लैकशुगर मदुरई, जे.एस. फूट्स, बीफोर 30 इंटरनेशनल सूरत जैसी कंपनियां मॉल्स को गन्ना आपूर्ति करती हैं।

सबसे महत्वपूर्ण गुडग़ांव स्थित रिसर्च इनोवेशन्स इंक जैसी कंपनी है जो बोतल बंद गन्ना जूस की आपूर्ति करती है। यह 800 रुपए प्रति लीटर के भाव से गन्ना जूस बेच रही है। इसके अलावा पुणे की माल गंगा चारा सप्लायर्स, मथान बिजनेस सलुशंस, अहमदाबाद की विजय ट्रेडर्स, उडूमल पेट की ग्रीन लैंड कम्युनिकेसंस, भुसावल की ललित एग्रो प्रोडक्स, सलेम की ब्लैक शुगर केन, सलेम की सी.के. एंड कंपनी, गुडग़ांव की सनराइज इनफ्रान रूम लिमिटेड, कोयम्बटूर की प्राइस टेक्नोलॉजिज, शोलापुर की जाधव नर्सरी, सलेम की रॉयल एक्सपोर्ट एंड इम्पोर्ट और बैंगूलर की श्रीकेन फ्रेश प्राइवेट लिमिटेड जैसी सैकड़ों कंपनियां हैं, जो गन्ना और उसके उत्पाद बनाकर खूब पैसा बटोर रही हैं।

प्रश्र यहां उत्तर प्रदेश में गन्ना किसानों और इस फसल की बदहाली का है, क्योंकि अपने ही देश में यदि महाराष्ट्र, केरल, हरियाणा, कर्नाटक और दक्षिण पश्चिम की अन्य राज्यों में गन्ना इतनी कीमती फसल हो गया है, तो उत्तर प्रदेश में ऐसा क्यों नहीं हो पा रहा है।

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