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PM से मिले अखिलेश, बोले- वॉटर एक्सप्रेस नहीं, यूपी को चाहिए टैंकर्स

suman
Published on: 7 May 2016 4:38 AM GMT
PM से मिले अखिलेश, बोले- वॉटर एक्सप्रेस नहीं, यूपी को चाहिए टैंकर्स
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लखनऊ: पानी के मुद्दे पर पिछले कुछ दिनों से केंद्र और राज्य के बीच जंग छिड़ी हुई है। इसी सिलसिले में प्यासे बुंदेलखंड को पानी पहुंचाने के लिए सीएम अखिलेश ने पीएम मोदी मुलाकात की। इस बैठक में अखिलेश ने एक बार फिर कहा कि उन्हें बुंदेलखंड के लिए वॉटर एक्सप्रेस नहीं चाहिए। अगर केंद्र यूपी में पानी का संकट खत्म करना चाहती है तो टैंकर्स भिजवाए। अखिलेश ने पीएम से बुंदेलखंड के लिए करीब 10640 करोड़ रुपए का राहत पैकेज मांगा। उनके साथ इस बैठक में यूपी के मुख्य सचिव आलोक रंजन, पार्थ सारथी सेन शर्मा भी मौजूद थे।

मीटिंग के बाद क्या बोले सीएम ?

-गांव तक पानी पहुंचाना प्राथमिकता है। गांव में पानी के लिए टैंकर उपलब्ध कराया।

-सूखे से निपटने के लिए पीएम को सुझाव दिए हैं। सूखाग्रस्त जिलों तक टैंकर से पानी पहुंचाया जा रहा है।

-बुंदेलखंड के जलाशयों में काफी पानी है। इन्हें दो से पांच किलोमीटर दूर आबादी तक पहुंचाने के लिए टैंकर चाहिए।

सवालों पर जताई नाराजगी

-सीएम अखिलेश ने बैठक के बाद पत्रकारों के सवालों पर नाराजगी भी जताई।

-उन्होंने कहा कि अगर आप अलग एंगल से तस्वीर दिखाएंगे तो हम भी अलग ही तस्वीर दिखाएंगे।

-बता दें कि newztrack.com ने सबसे पहले खुलासा किया था कि बुंदेलखंड के जिन जलाशयों में पानी होने का दावा करने वाली तस्वीरें यूपी सरकार टि्वटर पर दे रही है, उनमें या तो पानी नहीं है या बहुत कम पानी बचा है।

नीचे पढ़िए, मीटिंग से जुड़े कुछ ट्वीट्स...

सीएम ने मांगे थे 10 हजार टैंकर

-अखिलेश की सरकार ने केंद्र से 10 हजार टैंकर मांगे थे, ताकि पानी गांवों तक पहुंचाया जा सके।

-पानी की ट्रेन लेने से राज्य सरकार ने इनकार कर दिया था।

फोटो सौ.- ANI

फोटो सौ.- ANI

बता दें कि पीएम मोदी ने तीन राज्यों में सूखे की समस्या के चलते खुद तीनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों को बैठक के लिए बुलाया है। सीेएम अखिलेश के अलावा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस और कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैय्या से पीएम मोदी अलग-अलग मुलाकात करेंगे।

फोटो सौ.- ANI फोटो सौ.- ANI

सूखे से प्रभावित हैं यूपी के कई जिले

पीएम से सीएम की इस मीटिंग को काफी अहम थी। इसके पहले यूपी के मुख्य सचिव आलोक रंजन, पीएम के चीफ सेक्रेटरी से मुलाकात कर चुके हैं। कैबिनेट सचिव भी लगातार सूखे की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। बता दें कि यूपी के आधे से ज्यादा जिले सूखे से प्रभावित हैं। इसमें बुंदेलखंड की स्थिति सबसे ज्यादा खराब है। यहां के सात जिले सूखे से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।

suman

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