TRENDING TAGS :
योगी सख्त: पुलिस विभाग को दिए निर्देश, बोले -महिला सुरक्षा सबसे अहम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों को साफ निर्देश दे दिया है कि बालिकाओं और महिलाओं से जुड़े मामलों तथा अनुसूचित जाति व जनजाति से जुड़े मामलों में पूरी संवेदनशीलता और तत्परता बरती जाए।
लखनऊ हाथरस में हुई घटना में जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर उठ रहे सवालों के बीच यूपी के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने पुलिस विभाग को बालिकाओं और महिलाओं से जुड़े मामलों तथा अनुसूचित जाति व जनजाति से जुड़े मामलों में पूरी संवेदनशीलता और तत्परता बरतने के निर्देश दिए हैं।
यह पढ़ें...Super Heroes के रोंगटे खड़े: 6 साल के बच्चे का ऐसा कारनामा, बना रियल एवंजर्स
पुलिस व प्रशासन के ऊपर मामले को लेकर लापरवाही
दरअसल, हाथरस की घटना में पुलिस व प्रशासन के ऊपर मामलें को लेकर लापरवाही करने समेत कई तरह के आरोप भी लगे। यहां तक कि भाजपा के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने भी प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठा दिए। जिसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों को साफ निर्देश दे दिया है कि बालिकाओं और महिलाओं से जुड़े मामलों तथा अनुसूचित जाति व जनजाति से जुड़े मामलों में पूरी संवेदनशीलता और तत्परता बरती जाए।
यूपी में कई कड़े नियम
बता दे कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इससे पहले भी महिला सुरक्षा के लिए यूपी में कई कड़े नियम बनाये है। मुख्यमंत्री योगी ने महिलाओं और लड़कियों में सुरक्षा की भावना पैदा करने के लिये बीती 25 सितम्बर को आदेश दिया था कि यूपी सरकार उनके साथ छेड़खानी, यौन उत्पीड़न तथा ऐसे ही अन्य अपराधों में शामिल लोगों के पोस्टर सार्वजनिक स्थानों पर लगवाये जाये। उन्होंने ऐसे अपराधियों को महिला पुलिसकर्मियों के हाथों सजा दिलवाने के भी निर्देश दिये थे।
file photo
यह पढ़ें...आवाज से कोरोना टेस्ट: तुरंत पता चलेगा संक्रमण का, बस करना होगा ये काम
मुख्यमंत्री योगी ने निर्देश
इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी ने निर्देश दिए थे कि किसी इलाके में किसी महिला के प्रति अपराध होता है तो सम्बन्धित पुलिस क्षेत्राधिकारी, थानाध्यक्ष, चैकी प्रभारी और बीट प्रभारी जिम्मेदार होंगे। इसके अलावा योगी सरकार ने लड़कियों और महिलाओं में सुरक्षा और विश्वास की भावना भरने के लिये राज्य के सभी जिलों में करने को भी कहा था। योगी सरकार के इस फरमान के बाद हरकत में आयी यूपी पुलिस ने भी कड़ी कार्यवाही करनी शुरू कर दी थी लेकिन इसी बीच हाथरस की घटना हो गई।