Lucknow News: ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर योगी गंभीर, यातायात प्रशिक्षण एवं अनुसंधान केन्द्र की हो स्थापना

Lucknow News Today: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि नागरिक का जीवन अमूल्य है। इसी को लेकर उन्होंने कहा है कि लखनऊ में यातायात प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान की स्थापना के लिए प्रक्रिया शुरू की जाए।

Shreedhar Agnihotri
Written By Shreedhar AgnihotriPublished By Deepak Kumar
Published on: 12 May 2022 5:43 PM GMT
CM Yogi adityanath said development of education system in UP
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CM Yogi Adityanath said development of education system in UP (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

Lucknow News Today: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने कहा है कि नागरिक का जीवन अमूल्य है। एक व्यक्ति के असामयिक निधन से पूरा परिवार प्रभावित होता है। यह अत्यंत दुःखद है कि प्रति वर्ष बहुत से लोग थोड़ी सी असावधानी के कारण सड़क दुर्घटनाओं में असमय काल-कवलित हो जाते हैं। यह क्षति न हो इसके लिए हर नागरिक को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। उन्होंने कहा है कि लखनऊ में यातायात प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान की स्थापना के लिए प्रक्रिया शुरू की जाए। ट्रैफिक पुलिस के साथ जल्द ही सिविल पुलिस और होमगार्ड के जवानों को जोड़ा जाए।

सड़क दुर्घटनाओं का में सर्वाधिक 33% दो पहिया वाहन चालक: सीएम योगी

आज ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए हुई एक बैठक में योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं का में सर्वाधिक 33% दो पहिया वाहन चालकों से जुड़े होते हैं। 38% दुर्घटनाओं का कारण ओवरस्पीड, 9% वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात करना और करीब 6.6% दुर्घटनाएं नशे में वाहन चलाने के कारण होते हैं। हर व्यक्ति को इस विषय की गंभीरता को समझना होगा। उन्होंने कहा कि जागरूकता के कारण वर्ष 2018 के बाद से सड़क दुर्घटनाओं में कमी देखी जा रही है। यह अच्छे संकेत हैं, किंतु अभी बहुत सुधार की आवश्यकता है। इस दिशा में गृह,यातायात, नगर विकास, बेसिक, माध्यमिक, उच्च, प्राविधिक शिक्षा, स्वास्थ्य, एक्सप्रेस वे प्राधिकरण आदि विभागों को एकजुट होकर कार्य करना होगा।

सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए वृहद अभियान चलाया जाना जरूरी

योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए अन्तर्विभागीय समन्वय के साथ वृहद अभियान चलाया जाना जरूरी है। एक टीम के रूप में बेहतर कार्ययोजना तैयार की जाए। इसमें सड़क सुरक्षा के विभिन्न घटकों जैसे रोड इंजीनियरिंग, प्रवर्तन कार्य, ट्रामा केयर और जनजागरूकता को समाहित किया जाना उचित होगा। यह कार्ययोजना अगले 6 दिवस में तैयार कर की जाए। अभियान प्रारंभ करने से पूर्व मैं स्वयं प्रदेश के सभी 734 नगरीय निकायों से संवाद करूंगा।

उन्होंने कहा कि अभियान के प्रथम चरण में एक सप्ताह में हमारा जोर जागरूकता पर हो। सड़क सुरक्षा के सम्बन्ध में स्कूली बच्चों द्वारा जागरूकता विषयक प्रभात फेरी निकाली जानी चाहिए। लोगों को ट्रैफिक नियमों की जानकारी देते हुए पालन करने के लिए जागरूक किया जाए।

सड़क सुरक्षा अभियान के दूसरे चरण में इंफोर्समेंट की कार्रवाई

योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने कहा कि सड़क सुरक्षा अभियान (road safety campaign) के दूसरे चरण में इंफोर्समेंट की कार्रवाई हो। पूरे प्रदेश में सड़क सुरक्षा के नियमों का अनुपालन कड़ाई से सुनिश्चित कराया जाए। इस अभियान के उपरांत त्रैमासिक सड़क सुरक्षा सप्ताह का कार्यक्रम सतत जारी रखा जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़कों पर अतिक्रमण की समस्या को समाप्त करना होगा। पटरी व्यवसायियों के स्थान का चिन्हांकन करते हुए यह सुनिश्चित करें कि कोई तय स्थान के बाहर दुकान न लगाएं। व्यापारियों से संवाद बनाकर यह सुनिश्चित कराएं की हर दुकान अपनी सीमा के भीतर ही हो। नगरों में पार्किंग की व्यवस्था को और सुदृढ़ करना होगा।

योगी ने कहा कि प्रदेश में सड़क दुर्घटना से मृत्यु की दर में कमी के लिए बड़े पैमाने पर कार्य करने की आवश्यकता है। इसके लिए प्रदेश में उच्च शिक्षा और माध्यमिक शिक्षा के सभी विद्यालयों में 'रोड सेफ्टी क्लब' का गठन करने की दिशा में कार्यवाही तेज करें। साथ ही प्रदेश के किसी भी क्षेत्र में बिना परमिट के स्कूली बसों का संचालन नहीं होगा।

ट्रैफिक नियमों के पालन का संस्कार बच्चों को शुरुआत से दी: सीएम

सीएम योगी ने कहा कि बेसिक और माध्यमिक स्कूलों में बच्चों को यातायात नियमों के पालन के लिए विशेष प्रयास किए जाने की जरूरत है। ट्रैफिक नियमों के पालन का संस्कार बच्चों को शुरुआत से ही दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह देखा जाए कि प्रशिक्षित लोग ही सड़क पर वाहन चलाएं। ड्राइविंग टेस्टिंग प्रणाली के आइटोमेशन की आवश्यकता है। सभी जिलों में ड्राइविंग टेस्टिंग एंड ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट की स्थापना के प्रयास हों। जनपदों में ऑटोमैटिक ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक का विकास किया जाए। उनकी अनेक डग्गामार बसें उत्तर प्रदेश की सीमा से होकर विभिन्न राज्यों की ओर जा रही हैं। यह बसें ओवरलोड होती हैं। इनकी स्थिति भी जर्जर होती हैं। परिवहन विभाग द्वारा विशेष सतर्कता बरतते हुए ऐसे बसों के संचालन को रोका जाए। इनके परमिट सहित अन्य दस्तावेजों की जांच हो। ओवरलोडिंग के विरुद्ध कठोरता से कार्रवाई की जाए।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राजमार्गों और एक्सप्रेस-वे पर ओवरस्पीड के कारण आए दिन दुर्घटनाओं की सूचना मिलती है। ऐसे में ब्लैक स्पॉट के सुधारीकरण, स्पीड मापन, त्वरित चिकित्सा सुविधा, सीसीटीवी आदि व्यवस्था को और बेहतर करने की जरूरत है। सम्बंधित प्राधिकरणों को इस दिशा में गंभीरता से विचार करते हुए कार्य करना होगा।

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Deepak Kumar

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