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UP News: NCR की तर्ज पर अब यूपी में बनेगा SCR, जानें क्या होंगे फायदे और योगी सरकार का मकसद?
UP News Today: इस योजना में लखनऊ और उसके आसपास के कई जिलों को शामिल करने की योजना है। उम्मीद जताई जा रही है कि इस योजना में शामिल होने वाले जिलों के विकास में रफ्तार देखने को मिलेगी।
UP State Capital Region: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में रहने वालों के लिए योगी सरकार एक बड़ी खबर लेकर आई है। प्रदेश सरकार दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) की तर्ज पर अब सूबे की राजधानी लखनऊ (Lucknow) में उत्तर प्रदेश स्टेट कैपिटल रीजन (Uttar Pradesh State Capital Region) बनाने जा रही है। मुख्यमंत्री की तरफ से इसे हरी झंडी भी मिल गई है। जानकारी के अनुसार इस बाबत सीएम योगी (CM Yogi) ने अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए हैं। मुख्यमंत्री ने लखनऊ और उसके आस-पास के इलाकों को शामिल करते हुए एक प्रपोजल तैयार करने को कहा है।
इस योजना में लखनऊ और उसके आसपास के कई जिलों को शामिल करने की योजना है। उम्मीद जताई जा रही है कि इस योजना में शामिल होने वाले जिलों के विकास में रफ्तार देखने को मिलेगी। अब अधिकारी जमीन को चिन्हित करने और प्लान को आगे बढ़ाने में जुट गए हैं।
इस योजना में किन जिलों को शामिल किया जाएगा?
योगी 2.0 में एक बार फिर सीएम योगी एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं। इसी वजह से एनसीआर (NCR) की तर्ज पर एससीआर (SCR) का प्लान तैयार किया जा रहा है। आपको बता दें कि, इस योजना में राजधानी लखनऊ (Lucknow), बाराबंकी (barabanki), कानपुर (Kanpur) और उन्नाव (Unnao) को शामिल किया जाना है। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि प्रदेश सरकार की इस योजना से इन जिलों में विकास की रफ्तार तेज होगी। साथ ही, सरकारी योजनाओं को भी विस्तार मिलेगा।
कानपुर एयरपोर्ट के लिए जमीन की तलाश
आपको बता दें कि, इसी योजना के तहत अब कानपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Kanpur International Airport) के लिए जमीन तलाशी जा रही है। अधिकारियों को इस दिशा में सभी निर्देश दे दिए गए हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि चकेरी इलाके (Chakeri Area) में इसके लिए भूमि चिन्हित की जा सकती है।
SCR का केंद्र होगा लखनऊ
स्टेट कैपिटल रीजन (Uttar Pradesh State Capital Region) या SCR का केंद्र बिंदु लखनऊ-बाराबंकी बॉर्डर (Lucknow-Barabanki Border) होगा। बताया जा रहा है कि, इसमें मोहनलालगंज से बीकेटी (Mohanlalganj to BKT) तक के इलाकों को शामिल करने की योजना है। योगी सरकार के इस मास्टर प्लान के तहत 2031 तक एसीआर (SCR) के क्षेत्र शामिल किए जाएंगे। इस योजना में जमीन से लेकर हर क्षेत्र पर बारीक़ नजर रखी गई है। सभी जानकारियां को शामिल किया जाएगा।
लखनऊ का लगातार हो रहा विस्तार, बढ़ रहा दबाव
आपको बता दें, कि राजधानी होने तथा शिक्षा, स्वास्थ्य सहित अन्य सुविधाओं के उपलब्ध होने की वजह से लखनऊ पर आबादी का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है। इसी कड़ी में बाराबंकी, बख्शी का तालाब (BKT) तथा मोहनलालगंज (Mohanlalganj) सीमा के आसपास तेजी से प्लॉटिंग हो रही है। ऐसे में यहां सुनियोजित विकास के लिए कोई संस्था आदि नहीं है। जबकि, शहर के आउटर एरिया में पार्क (Park), मल्टीप्लेक्स (Multiplex), बाजार, अस्पताल जैसी मूलभूत सुविधाएं न होने से लखनऊ में शहरीकरण का दबाव दिनों दिन बढ़ता जा रहा है।
..ताकि हो सुनियोजित विकास
ऐसी उम्मीद है कि एससीआर (SCR) बनने के बाद लैंड यूज (Land Use) निर्धारित होने के साथ-साथ उत्तर प्रदेश सरकार यहां नक्शा पास करने की जिम्मेदारी भी किसी संस्था को देगी। जिससे इस इलाके में सुनियोजित विकास की राह आसान हो पाएगी। SCR में बक्शी का तालाब, मोहनलालगंज और बाराबंकी के बीच के इलाके जुड़ेंगे।
लखनऊ मेट्रो के दूसरे चरण का सीएम ने मांगा प्रस्ताव
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये आवास एवं शहरी नियोजन विभाग, आवास विकास परिषद (UP Awas Vikas Parishad) व सभी शहरी विकास प्राधिकरणों (Urban Development Authorities) की समीक्षा की तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। साथ ही, लखनऊ मेट्रो के दूसरे चरण का प्रस्ताव भी मांगा।