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राज्यपाल मुख्यमंत्री के बीच 1 घंटे की बातचीत, मंत्रिमंडल विस्तार के आसार

यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ आज जब अपने मंडलीय दौरे से लौटे तो सीधे राजभवन पहुंचे जहां उन्होंने राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल से मुलाकात की।

Shreedhar Agnihotri
Reporter Shreedhar AgnihotriPublished By Vidushi Mishra
Published on: 27 May 2021 10:11 PM IST (Updated on: 28 May 2021 2:26 PM IST)
After one hour of talks between Governor and Chief Minister, the possibility of cabinet expansion increased further
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ- राज्यपाल आनंदी बेन पटेल(फोटो-सोशल मीडिया)

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज जब अपने मंडलीय दौरे से लौटे तो सीधे राजभवन पहुंचे जहां उन्होंने राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल से मुलाकात की। इस भेंट को भले ही शिष्टाचार भेंट कहा गया हो, लेकिन राज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच चली एक घंटे की वार्ता ने प्रदेश में चल रही मंत्रिमंडल में फेरबदल की अटकलों को और मजबूती देने का काम किया है। इसके पहले राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल भी दोपहर बाद अपना मध्यप्रदेश का दौरा छोड़कर अपरान्ह राजभवन लौट आई। जबकि वह पिछले दो सप्ताह से मध्यप्रदेश में ही थी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल से मुलाकात के दौरान उन्हे भगवान विष्णु और उनके अवतार की एक पुस्तक भी भेंट की। इसे पुस्तक को भेंट करते समय के चित्र को मीडिया को भी जारी किया गया।

मंत्रिमंडल विस्तार होना तय

लेकिन राजभवन के बाहर राजनीतिक क्षेत्र में यह बात तय मान ली गयी है कि अब एक दो दिन में मंत्रिमंडल विस्तार होना तय है जिसमें पूर्व नौकरशाह अरविन्द कुमार शर्मा को मंत्रिमंडल में स्थान दिया जाएगा। जबकि कुछ अन्य पार्टी पदाधिकारियों को मंत्रिमंडल में स्थान दिया जाएगा।

इस समय योगी मंत्रिमंडल में 54 मंत्री हैं और मंत्रिमंडल के आकार के हिसाब से इसे 60 तक बढाया जा सकता है।

एक चर्चा यह भी है कि डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या को संगठन में प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी जा सकती है। केशव प्रसाद मौर्य उस समय प्रदेश अध्यक्ष थे जब प्रदेश की सत्ता 14 वर्षो बाद भाजपा के हाथ में आई थी। इसलिए हाईकमान उनके सांगठनिक कौशल से काफी प्रभावित है। जबकि डा दिनेश शर्मा को जल्द ही विधानपरिषद सभापति की जिम्मेदारी देने की तैयारी है।

नए मंत्रिमंडल में आरोपों में घिरने वाले और खराब कामकाज वालों को बाहर किया जा सकता है। मंत्रिमंडल विस्तार में विधानसभा चुनाव 2022 को देखते हुए जातीय व क्षेत्रीय समीकरण को महत्व दिए जाने की चर्चा भी है।



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Vidushi Mishra

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