UP News: योगी ने कहा तीसरी ग्राउंड सेरेमनी 100 दिनों के अंदर, इज ऑफ डूइंग में पहले नंबर पर लाएं यूपी को

UP News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की राष्ट्रीय रैंकिंग में उत्तर प्रदेश को पहले नंबर पर

Shreedhar Agnihotri
Report Shreedhar AgnihotriPublished By Shreya
Published on: 15 April 2022 4:02 PM GMT
CM Yogi Adityanath
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सीएम योगी आदित्यनाथ (फोटो साभार: सोशल मीडिया )

UP News Today: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने आज मंत्रियों के साथ हुई बैठक में औद्योगिक विकास को लेकर काफी देर तक विचार विमर्श किया। इस दौरान उन्होंने अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास सेक्टर के 11 विभागों की भावी कार्ययोजना के साथ ही कहा कि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की राष्ट्रीय रैंकिंग में 2017 तक 14वें स्थान पर रहने वाला उत्तर प्रदेश आज द्वितीय पायदान पर है। अब इस रैंकिंग में प्रथम स्थान पर आने के लक्ष्य के साथ "टीम यूपी" काम करेगी।

उन्होंने कहा कि पिछले यूपी इन्वेस्टर समिट में 4.68 लाख करोड़ के निवेश के प्रस्ताव हमें मिले थे। इनमें से 3 लाख करोड़ से ज्यादा के प्रस्ताव आज धरातल पर साकार हो रहे हैं। अगले दो वर्ष के भीतर उत्तर प्रदेश 'ग्लोबल इन्वेस्टर समिट' का आयोजन करेगी। इस बार हमें 10 लाख करोड़ के निवेश के लक्ष्य के साथ काम करना है। यह ग्लोबल इन्वेस्टर समिट नए यूपी की आकांक्षाओं को उड़ान देने वाली होगी। इस संबंध में सभी जरूरी तैयारियां शीर्ष प्राथमिकता के साथ पूरी की जाएं।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि औद्योगिक इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के क्षेत्र में बीते 5 सालों में अभूतपूर्व काम हुआ है। इसे और नियोजित रूप देने के लिए अगले 100 दिन के भीतर 'अटल औद्योगिक अवस्थापना मिशन' की शुरुआत करने की तैयारी करें। उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में यूपी के निर्यात में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। करीब डेढ़ लाख करोड़ का निवेश होना प्रदेश की बेहतरी का संकेत है। प्रदेश के निर्यात को 2 लाख करोड़ तक ले जाने के लिए 'टीम यूपी' को नियोजित रूप से कार्य करना होगा। इस संबंध में विस्तृत कार्ययोजना बनाई जाए।

उन्होंने कहा कि आगामी 100 दिन के भीतर प्रदेश में तीसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का आयोजन किया जाए। सीएम योगी ने कहा कि अब तक यहां 8,640 करोड़ के 62 एमओयू हो चुके हैं। ब्रह्मोस निर्माण जैसी परियोजना ने इस कॉरिडोर को नई ऊंचाइयां दी हैं। डिफेंस कॉरिडोर से जुड़े कार्यों को तत्परता के साथ पूरा कराया जाए।

औद्योगिक क्षेत्र में विकास की अपार संभावना

इसके अलावा सीएम योगी ने यह भी कहा कि औद्योगिक क्षेत्र में विकास की अपार संभावना है। यह सेक्टर रोजगार का सबसे बड़ा साधन है। प्रदेश में औद्योगिक निवेश के माहौल को और बेहतर करने के लिए नियमों में समयानुकूल कतिपय बदलाव किए जाने जरूरी हैं। जल्द नई औद्योगिक नीति बनाई जाए।

उन्होंने कहा कि देश और दुनिया की इंफोटेनमेंट इंडस्ट्री उत्तर प्रदेश की 'फ़िल्म सिटी' की प्रतीक्षा कर रही है। इस दिशा में अब तक का कार्य संतोषप्रद है। 6 माह में विकासकर्ता का चयन करते हुए अगले 2 वर्ष में संपूर्ण भूमि का हस्तांतरण पूरा करने का लक्ष्य रखें। यूपी की फ़िल्म सिटी पूरी दुनिया को हमारा उपहार होगी। यह रोजगार सृजन का बड़ा माध्यम बनेगी।

योगी ने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहन नीति, वेयरहाउसिंग लॉजिस्टिक नीति तथा डिफेंस एवं एयरोस्पेस नीति को अपडेट किया जाए। यीडा के मेडिकल डिवाइस पार्क के लिए भूमि आवंटन की प्रक्रिया जल्द शुरू कर दी जाए। यह भी कहा कि गोरखपुर में गारमेंट और प्लास्टिक पार्क को अगले दो वर्ष में शुरू करने की तैयारी हो। यीडा में टॉय पार्क की ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी अगले 100 दिनों के भीतर कर लिया जाना चाहिए।

टैबलेट एवं स्मार्टफोन वितरण रखें सुचारू

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि टैबलेट एवं स्मार्टफोन वितरण का कार्य सुचारू रखा जाए। अब हमें अगले 5वर्षों में 2 करोड़ युवाओं को डिजिटल शक्ति से लैस करना है। बिना भेदभाव हर छात्र-छात्रा को टैबलेट एवं स्मार्टफोन उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने याद दिलाया कि बीते 05 वर्ष में प्रदेश में विश्वस्तरीय कनेक्टिविटी का विस्तार हुआ है। एक्सप्रेस-वे स्टेट के रूप में यूपी को नई पहचान मिली है। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के मुख्य कैरेज-वे का शुभारंभ यथाशीघ्र करने की तैयारी करें।

योगी ने कहा कि बलिया लिंक एक्सप्रेस-वे के लिए एनएचएआई के साथ एमओयू के प्रक्रिया जल्द पूरी करें। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे हमारी प्राथमिकता में है। इसके अवशेष कार्यों को तेजी से पूर्ण कराया जाए। साथ ही 3.6 करोड़ राशनकार्ड का विवरण और माध्यमिक शिक्षा के अंकपत्र डिजी लाकर पर उपलब्ध कराने की व्यवस्था हो। भारत सरकार के बहुउपयोगी उमंग एप पर भूलेख सेवा, रोजगार आवेदन, कुशल श्रमिक पंजीकरण, परिवार रजिस्टर आदि को एकीकृत किया जाना चाहिए।

युवाओं को मिल रही स्वरोजगार के लिए वित्तीय सहायता

मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्राम पंचायतों को इण्टरनेट कनेक्टिविटी की सुविधा से लैस करने का काम तेज हो। वर्ष 2024 तक यह काम पूरा कर लेने जाने का लक्ष्य रखें। उन्होंने कहा कि विगत 5 वर्ष में रोजगार सृजन के क्षेत्र में एमएसएमई विभाग ने सराहनीय भूमिका निभाई है। आसान शर्तो पर ऋण की उपलब्धता से युवाओं को स्वरोजगार के लिए वित्तीय सहायता भी मिल रही है। इस कार्य को आवश्यकतानुसार और सरल बनाया जाए।

योगी ने कहा कि आगामी 5 वर्ष में बैंकों के सहयोग से क्षेत्र की वार्षिक क्रेडिट को 5 लाख करोड़ तक पहुंचाने का प्रयास हो, इससे लगभग 5 करोड़ रोजगार सृजित होंगे। सीएम ने कहा कि अगले तीन माह में एक वृहद ऋण मेले का आयोजन हो, जिसमें बैंकों के माध्यम से न्यूनतम 01 लाख उद्यमियों को ऋण उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखें।

उन्होंने कहा कि विश्वकर्मा श्रम सम्मान मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार एवम ओडीओपी योजना के अंतर्गत 50,000 परम्परागत कारीगरों को प्रशिक्षित किया जाए। 05 वर्ष में न्यूनतम 5 लाख कारीगरों को प्रशिक्षित करते हुए टूल किट प्रदान करने का लक्ष्य रखें।

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