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काशी की नई सौगातों पर सीएम योगी का फोकस, किया स्थलीय निरीक्षण
वाराणसी: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने दो दिवसीय वाराणसी दौरे के पहले दिन रविवार को रात्रि में वाराणसी-बाबतपुर फोरलेन का औचक निरीक्षण किया। वाराणसी पहुंचे मुख्यमंत्री योगी ने देर रात वाराणसी में स्थलीय निरीक्षण किया और विकास कार्यों का जायजा लिया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में बन रहे रिंग रोड, रामनगर के बंदरगाह के साथ बाबा श्री काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में बन रहे कॉरिडोर के काम के अलावा तमाम विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया कि जनता को परेशानी ना हो इसलिए वह देर रात स्थलीय निरीक्षण पर निकलते हैं और कहा कि वह जनता के लिए अपनी जिम्मेदारियों को पूर्णता निभा रहे हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने यह दावा किया कि प्रयागराज में होने वाले कुंभ से पहले मां गंगा में अविरल और निर्मल जल सरकार के द्वारा प्रदान की जाएगी ।समीक्षा बैठक में उन्होंने नवम्बर महीने में प्रधानमंत्री के बनारस दौरे का संकेत दिया। प्रधानमंत्री के हाथों लोकार्पण और शिलान्यास वाली परियोजनाओं पर उनका फोकस रहा।
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वाराणसी में देर रात सीएम योगी आदित्यनाथ ने करीब साढे 5 घंटे तक सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। सबसे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ सर्किट हाउस से शिवपुर से बाबतपुर तक बन रहे रिंग रोड फेज वन का निरीक्षण किया । इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ रामनगर के बन रहे बंदरगाह पर पहुंचे जहां हल्दिया से वाराणसी तक बनाए जा रहे जलमार्ग को देखा । रामनगर से निकलकर सीएम योगी आदित्यनाथ रविंद्र पुरी में चल रहे सड़क मार्ग के कार्य को जायजा लिया और इसके बाद व सीधे बाबा श्री काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में चल रहे कॉरीडोर के काम का निरीक्षण करने पहुंच गए। बाबा श्री काशी विश्वनाथ परिसर में कॉरिडोर के काम के निरीक्षण करने के पश्चात सीएम मैदागिन स्थित गंगा प्रदूषण के द्वारा बनाए गए शनि यंत्र को देखने पहुंचे ।
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निरीक्षण के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि देश का पहला मल्टी मॉडल हब इनलैंड वॉटर वे के रूप में काशी को आदरणीय प्रधानमंत्री जी के द्वारा दिया जा रहा है। आप देख सकते हैं कि यह अपने आप में एक अद्भुत कार्य है इसलिए सैकड़ों वर्षो से जिस कार्यों की तलाश थी जिस बात को लेकर के लोग उत्सुक थे कि क्या जल मार्ग से भी हम यातायात की सुविधा को या माल परिवहन की व्यवस्था को और सुगम बना सकते हैं आज प्रधानमंत्री जी की दूर दृष्टि सोच के कारण यह काशी में साकार हो रहा है यानी काशी अब केवल सांस्कृतिक और आध्यात्मिक नगरी ही नहीं बल्कि हर प्रकार के यातायात के लिए भी जानी जाएगी ।पहले यहां पर आपने देखा होगा काशी के अंदर 4 लेन 6 लेन , एयरप्लेन के मार्गों का निर्माण नए-नए बृज का निर्माण साकार रूप ले चुके हैं। उनका असली रूप दिखाई दे रहा है यहां का एयरपोर्ट इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रूप में कार्य करते हुए देश के अंदर सर्वाधिक पैसेंजर लाने ले जाने की दृष्टि से अग्रणी आया है , तो अब जलमार्ग भी देश का पहला अत्याधुनिक जलमार्ग की सुविधा काशी से प्रारंभ हो रही है । हल्दिया से काशी तक 14 किलोमीटर की दूरी सड़क मार्ग की तुलना में रेल मार्ग की तुलना में और वायु मार्ग की तुलना में कम दाम पर यह सुविधा यहां से प्राप्त होगी और इस से नवंबर के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा ।
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रामनगर बंदरगाह से होगी 100000 टन से अधिक की ढुलाई
सीएम ने रामनगर बंदरगाह पर चल रहे कार्य को लेकर कहा कि 1 महीने में 100000 टन से अधिक की ढुलाई का कार्य काशी से हल्दिया तक,कोलकाता से वाराणसी तक की जा सकती है । परिवहन के आवागमन की सुविधा माल भाड़े में कमी लाएगी यहां के किसानों यहां के व्यापारियों के सामान को यहां से कोलकाता के माध्यम से दुनिया के विभिन्न देशों तक पहुंचाने में खासतौर पर दक्षिण पूर्व एशिया के देशों में पहुंचाने में मदद मिलेगी। जिन चीजों को यहां की आवश्यकता है वहां से यहां तक के पहुंचाने में आसानी हो जाएगी । इससे तेल की बचत होगी समय की बचत होगी पैसे की बचत होगी और साथ - साथ हम लोग प्रदूषण को भी नियंत्रण में करने में सफल होंगे ।प्रधानमंत्री जी के द्वारा जो यह अद्भुत कार्य क्षेत्र के लिए प्रदान किए जा रहे हैं हम उनके आभारी हैं। हमें विश्वास है कि प्रधानमंत्री जी के कर कमलों से नवंबर माह के अंत तक इस अद्भुत कार्य को भारत सरकार के सड़क परिवहन पोत परिवहन मंत्रालय के द्वारा यहां पर बनाया जा रहा है इसे राष्ट्र को समर्पित करने में मदद मिलेगी और गंगा की अविरल हमारी पवित्र गंगा मैया की अविरल और निर्मलता इस प्रकार के परिवहन से बनाए रखने में और भी मदद मिलेगी । क्योंकि यहां पर जल यातायात की सुविधा होगी तो जल यातायात के लिए पूरे हल्दिया से काशी तलाश करने और इसकी को बनाए रखने में काफी हद तक मदद मिलेगी ।
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कुंभ के समय हम गंगा में शुद्ध जल देंगे
वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंगा में 15 दिसंबर के बाद गंगा में गंदे नालों के ना गिरने को लेकर कहा कि यह बात पहले ही कहा जा चुका है कि नमामि गंगे परियोजना के अंतर्गत पहले से ही है व्यवस्था प्रधानमंत्री जी ने बनाई की पहली बार होने जा रहा है कि लगभग 25000 करोड रुपए की परियोजनाएं गंगा को अविरल और निर्मलता के लिए वर्तमान में चल रही हैं और हम विश्वास के साथ कह सकते हैं कि प्रयागराज कुंभ के समय हम गंगा में शुद्ध जल देंगे और गंगा जी की पवित्रता को बनाए रखने का जो सपना है उस सपने को साकार रूप प्रदान करेंगे वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज बनारस में 100 किलोमीटर से ज्यादा के निरीक्षण के सवाल पर कहा कि मेरा मानना है कि यह किसी के लिए नसीहत नहीं है हम अपनी जिम्मेदारियों को पूरा कर रहे हैं जिसके लिए जनता ने हमें भेजा है प्रधानमंत्री जी ने विकास की जो नई नई योजनाएं देश को दी और काशी में जिस प्रकार की योजना पूर्ण हुई हैं बाबतपुर एयरपोर्ट से लेकर काशी तक का मार्ग फोरलेन का बना है अत्याधुनिक आरोपी बने हैं बने हैं काशी की रिंग रोड का फर्स्ट फेज का कार्य पूरा हो चुका है सेकंड और थर्ड फेज के कार्य का शुभारंभ होने जा रहा है अद्भुत कार्य समय सीमा के अंदर किया जा सके किए गए हैं।