TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Gorakhpur में CM Yogi ने बच्चों को पिलाई पोलियो की खुराक, सदर अस्पताल का किया निरीक्षण

CM Yogi Polio Campaign: रविवार 20 मार्च को जारी यह पल्स पोलियो अभियान आगामी 28 मार्च तक जारी रहेगा। जिसके पहले दिन सीएम योगी ने बच्चों को पिलाई पोलियो की खुराक।

Rajat Verma
Written By Rajat VermaPublished By MonikaReport Purnima Srivastava
Published on: 20 March 2022 11:47 AM IST (Updated on: 20 March 2022 2:39 PM IST)
CM Yogi
X

सीएम योगी ने बच्चों को पिलाई पोलियो की खुराक (फोटो : सोशल मीडिया )

CM Yogi Polio Campaign: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ (CM Yogi) उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में प्रचंड बहुमत के साथ जीत हासिल करने के बाद पहली बार अपने विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र और गृह जनपद गोरखपुर (CM Yogi in Gorakhpur ) पहुंचे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर गोरखपुर की जनता और समूचे प्रदेश की जनता का तहे-दिल से शुक्रिया अदा किया तथा साथ ही गोरखपुर सदर अस्पताल (Gorakhpur Sadar Hospital) का निरीक्षण करते हुए पल्स पोलियो अभियान (Polio Campaign) का शुभारंभ भी किया।

सीएम योगी ने पिलाई पोलियो की खुराक (फोटो : सोशल मीडिया )

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर सदर अस्पताल में बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाते हुए पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत की है। आपको बता दें कि रविवार 20 मार्च को जारी यह पल्स पोलियो अभियान आगामी 28 मार्च तक जारी रहेगा और इस बीच सभी पात्र बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी।

गोरखपुर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (photo : social media )

इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्र और प्रदेश सरकार की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि-"20 मार्च को शुरू हुए इस पल्स पोलियो अभियान के तहत करीब 3.4 करोड़ पात्र बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी और हमें पल्स पोलियो तथा पोलियो की खुराक के प्रति हमें लोगों को जागरूक करना होगा।"

सीएम ने पिलाई पोलियो की खुराक (फोटो : सोशल मीडिया )

कोविड प्रबंधन में भारत और उत्तर प्रदेश अग्रणी- योगी अदित्यन्त

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत करने के साथ ही भारत द्वारा कोविड प्रबंधन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर कहा कि-"उत्तर प्रदेश और समूचे भारत देश ने कोविड प्रबंधन के मामले में नई छाप प्रस्तुत की है। देश और प्रदेश इस मामले में अग्रणी रहा है।"

सीएम योगी गोरखपुर पहुंचे (फोटो : सोशल मीडिया )

इसी के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में मौजूद तकनीकी से लैश प्रयोगशालाओं के बारे में बात करते हुए कहा कि-"आज के समय में उत्तर प्रदेश के प्रत्येक जनपद में प्रयोगशालाएं मौजूद हैं और इन्हीं की बदौलत ही खतरनाक बीमारियों का पता लगाकर उनसे लड़ने से बचा जा सकता है तथा साथ ही प्रदेश में इस प्रयोगशालाओं की मदद से ही इंसेफ्लाइटिस महामारी का पता लगाकर इससे होने वाली मौतों पर विराम लगाया जा सका है।"

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि उत्तर प्रदेश में 12 वर्ष पूर्व ही पोलियो की समस्या पर समाधान प्राप्त कर लिया है। पर, इन 12 वर्षों में पाकिस्तान, अफगानिस्तान समेत कुछ देशों में पोलियो के मामले सामने आए हैं। बीमारी संक्रामक होने के नाते जब तक वायरस दुनिया से समाप्त नहीं हो जाता, खतरा बना रहता है। इसलिए पूरी दुनिया में पोलियो उन्मूलन होने तक हमें सार्थक प्रयास करते रहना होगा। उन्होंने कहा कि जरा सोचिए, पोलियो की चपेट में जो बच्चे जिंदगी भर के लिए स्थाई विकलांगता के शिकार हो जाते हैं, उनके व उनके परिवारों पर क्या बीतती होगी। इसलिए सरकार पोलियो उन्मूलन अभियान को तब तक जारी रखेगी जब तक पूरी दुनिया से यह बीमारी उन मूलीच नहीं हो जाती।

बीमारियों से बचाव मासूमों का अधिकार, हमारा दायित्व

मुख्यमंत्री ने कहा कि पल्स पोलियो अभियान के अलावा बच्चों को बीमारियों से बचाने के लिए मिशन इंद्रधनुष भी चलाया जाता है। मासूमों को पूरा टीकाकरण कवरेज समय पर देना होगा। यह हरेक बच्चे का अधिकार है, तो हम सभी का दायित्व भी। सीएम योगी ने धर्मगुरुओं, जनप्रतिनिधियों, संस्थाओं एवं जागरूक लोगों से अपील की कि वे पल्स पोलियो अभियान में अपना योगदान दें।

अंतरविभागीय समन्वयन की ताकत से नियंत्रित हुआ इंसेफलाइटिस

सीएम योगी ने इंसेफलाइटिस पर प्रभावी नियंत्रण का श्रेय अंतर विभागीय समन्वयन की ताकत को देते हुए पल्स पोलियो अभियान व अन्य कार्यक्रमों में भी इसकी आवश्यकता जताई। उन्होंने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में 40 वर्षों में 50 हजार मासूम इंसेफलाइटिस की चपेट में आकर असमय काल कवलित हो गए थे। हमने 4 वर्ष में इसके उपचार व संपूर्ण उन्मूलन की दिशा में तेजी से कदम बढ़ाए। इंसेफलाइटिस से होने वाली मौत के आंकड़े 95 फीसद तक नियंत्रण में हैं, अब इसके संपूर्ण उन्मूलन का अवसर है। इंसेफेलाइटिस पर नकेल कसने में स्वास्थ्य विभाग समेत अन्य विभागों के सामूहिक प्रयास, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन के तहत बने शौचालय व मजबूत हुए हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर का बड़ा योगदान है।

कोरोना प्रबंधन में उत्तर प्रदेश अग्रणी

सीएम योगी ने कहा कि सामूहिकता के बल पर 'फोर टी' (ट्रेस, टेस्ट, ट्रीट और टीकाकरण) फॉर्मूले को अपनाकर उत्तर प्रदेश वैश्विक महामारी कोरोना के प्रबंधन में पूरे देश में अग्रणी है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के दस्तक के दौरान मार्च 2020 में यूपी में आरटीपीसीआर जांच की सुविधा नहीं थी जबकि आज प्रदेश के हर जिले में आरटीपीसीआर लैब है। आज प्रतिदिन चार लाख आरटीपीसीआर जांच की क्षमता है। उत्तर प्रदेश सर्वाधिक जांच व वैक्सीन देने वाला राज्य है। उपचार के लिए सर्वाधिक बेड्स व सुविधाएं यूपी के पास हैं। पहले 36 जिलों के वेंटिलेटर नहीं थे, आज हर जनपद में हैं। सीएम ने कहा कि प्रदेश में 29.60 करोड़ कोविड वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है। अब तो 12 से 14 वर्ष तक के बच्चों को भी वैक्सीन लगाई जा रही है। कोरोना पर नियंत्रण के लिए इन्होंने इसमें लगे अलग अलग विभागों के कोरोना वारियर्स की तारीफ की तो प्रबंधन में मार्गदर्शन करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुक्तकंठ से सराहना। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के कोरोना प्रबंधन को दुनिया न सराहा है।

मजबूत हुआ यूपी का हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बीते पांच साल में यूपी का हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर काफी मजबूत हुआ है। एक समय तक इंसेफेलाइटिस से प्रभावित पूर्वी उत्तर प्रदेश में इलाज का एकमात्र केंद्र बीआरडी मेडिकल कॉलेज ही था, वह भी जर्जर हालत में। आज बीआरडी मेडिकल कॉलेज में सुपर स्पेशियलिटी सुविधा है, बाल रोग संस्थान है। गोरखपुर में एक हजार बेड्स की सुविधा वाला एम्स शुरू हो गया है। बस्ती, देवरिया, सिद्धार्थनगर में मेडिकल कॉलेज शुरू हो गए हैं। कुशीनगर में निर्माणाधीन है। महराजगंज में बनने जा रहा है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों को भी मेडिकल कॉलेज की सौगात मिली है। हर जिले में मेडिकल कॉलेज बन गए हैं, बनाए जा रहे हैं या बनाए जाएंगे।

2025 तक टीबी उन्मूलन का भी लक्ष्य

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमें क्षय रोग (टीबी) के उन्मूलन की दिशा में भी तेजी से काम करना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2025 तक भारत को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए जारी वृहद अभियान में हम सभी को जुड़ना होगा। उन्होंने कहा कि आप टीबी से ग्रस्त किसी एक बच्चे को गोद लेकर और सरकारी कार्यक्रमों से उसके उपचार से जुड़कर अपना योगदान दे सकते हैं। यह एक राष्ट्रीय अभियान है। उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन व अन्य संस्थाएं भी टीबी उन्मूलन की दिशा में प्रयासरत हैं।

स्टालों का अवलोकन, जागरूकता रैली को किया रवाना

पल्स पोलियो अभियान के शुभारंभ के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम स्थल पर लगे स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न स्टालों का अवलोकन भी किया। उन्होंने स्टालों पर खड़े स्वास्थ्य कर्मियों से उनके कार्यों की जानकारी भी ली। मुख्यमंत्री ने अभियान की सफलता के लिए निकाली गई जागरूकता रैली को भी रवाना किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए अपर मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अमित मोहन प्रसाद ने विभाग के कार्यक्रमों व उपलब्धियों की जानकारी दी। इस अवसर पर राज्यसभा सदस्य शिव प्रताप शुक्ला, गोरखपुर ग्रामीण के विधायक विपिन सिंह, बांसगांव के विधायक डॉ. विमलेश पासवान, प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारी उपस्थित रहे।



\
Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

Next Story