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CM योगी ने किया 30वें विद्या भारती क्षेत्रीय खेलों का उद्घाटन, बताया स्पोर्ट्स का महत्व

राजधानी लखनऊ में रविवार (08 अक्टूबर) से तीन दिवसीय खेलकूद समारोह का आयोजन हो रहा है। सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने दीप प्रज्वलित कर 30वें विद्या भारती क्षेत्रीय खेलों का उद्घाटन किया।

tiwarishalini
Published on: 8 Oct 2017 11:08 AM GMT
CM योगी ने किया 30वें विद्या भारती क्षेत्रीय खेलों का उद्घाटन, बताया स्पोर्ट्स का महत्व
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CM योगी ने किया 30वें विद्या भारती क्षेत्रीय खेलों का उद्घाटन

लखनऊ : राजधानी लखनऊ में रविवार (08 अक्टूबर) को योगी आदित्‍यनाथ ने दीप प्रज्वलित कर 30वें विद्या भारती क्षेत्रीय खेलों का उद्घाटन किया।

विद्या भारती के चार प्रान्तों काशी नगरीय और ग्रामीण, गोरक्ष नगरीय और ग्रामीण, कानपूर नगरीय और ग्रामीण, अवध नगरीय और ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों ने सीएम योगी को सलामी दी।

सीएम योगी ने विद्या भारती के खेलों का ध्वज भी फहराया। ये कार्यक्रम महानगर के 35वीं वाहिनी पीएसी ग्राउंड में आयोजित किया गया।

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कार्यक्रम विद्या भारती पूर्वी उत्‍तर प्रदेश द्वारा 30वें क्षेत्रीय खेलकूद समारोह 2017 के नाम से आयोजित किया गया है। इसका समापन 10 अक्टूबर को होगा। इसमें 500 खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का दम दिखाने के लिए लखनऊ पहुंचे हैं।

इस मौके पर महंत देव्यागिरी, शेखर हॉस्पिटल के महानिदेशक ओ पी सचान, भारतीय शिक्षा समिति के प्रदेश निरीक्षक राजेंद्र कुमार, एस.जी.एफ.आई. महासचिव राजेश मिश्रा समेत कई अन्य लोग मौजूद रहे।

क्या कहा सीएम योगी आदित्यनाथ ने ?

-विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश लखनऊ में आयोजित 30वें खेलकूद समारोह की आप सबको बधाई।

-विद्या भारती निजी प्रयासों से संचालित देश का सबसे बड़ा शैक्षिक संगठन है।

-जिसने सुदूर गांवों और अन्य प्रदेशों में शिक्षा की अलख जगा रखी है।

-इसके साथ ही शिक्षा कैसी हो, उसे देश के संस्कारों से कैसे जोड़ें ये भी सिखाया है।

-देश के अंदर विद्या भारती 1952 से गोरखपुर से शुरू होकर आज हज़ारों बच्चों को शिक्षा प्रदान कर रहा है।

-आज भारत को प्राकृतिक सौंदर्य की दृष्टि से देखें, तो हम अग्रणी हैं।

-लेकिन, जब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कोई खेलकूद का आयोजन होता है तो हम लोगों को वो स्थान नहीं मिल पता, जो होना चाहिए।

-आज दुनिया में जितनी भी आर्थिक या सामरिक ताकत हैं वो खेलकूद के माध्यम से अपने खिलाड़ियों द्वारा अपनी ताकत का एहसास करते हुए दिखती हैं।

-आज हम सब ग्लोबल विलेज में रह रहे हैं। युद्ध की संभावनाएं न के बराबर हो गई हैं।

-ऐसे में हम अपनी ताकत का एहसास खेलकूद के माध्यम से करा सकें तो बहुत अच्छा होगा।

-विद्या भारती जब इस तरह का एक बड़ा मंच देकर खेल को आगे बढ़ने का काम करती है तो निश्चित ही इसके अच्छे परिणाम सबके सामने आएंगे।

-यही कारण है कि अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में विद्या भारती के बच्चो ने अपना स्थान बनाया है।

और क्या कहा सीएम योगी आदित्यनाथ ने ?

-यूपी एक बड़ा प्रदेश है।

-हमारे विद्यालयों, यूनिवर्सिटीज को बच्चों को खेलकूद के लिए तैयार करना होगा।

-प्रतिज्ञा केवल खेलकूद के लिए नहीं, बल्कि जीवन के संग्राम में हर सकारात्मक कार्य के लिए लेनी चाहिए।

-हम लोगों ने बालिकाओं और बालकों को खेल में प्रोत्साहित करने के लिए पुरस्कारों की घोषणा की है।

-बालकों के लिए लक्ष्मण पुरुस्कार और बालिका को रानी लक्ष्मी बाई पुरूस्कार देते हैं।

-अगर कोई अंतराष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड मैडल लाता है तो हम उसे अच्छी धनराशि का पुरूस्कार देंगे।

-विद्या भारती आज वन क्षेत्रों और दुर्गम क्षेत्रो में भी काम कर रही है, जहां बहुत प्रतिभाएं हैं।

-इन्हें सही मंच मिले तो एक सार्थक पहल उनके द्वारा हो सकती हैं।

-मुझे विश्वास है कि 3 दिवस की ये प्रतियोगिता पूर्वी क्षेत्र के चार प्रान्त के बच्चों को आपस में समझने और सीखने का अवसर देगी।

एस.जी.एफ.आई के महासचिव राजेश मिश्र ने क्या कहा ?

-पीएम मोदी ओलंपिक में पदक लाने के लिए चिंतित है।

-इसके लिए खेलो इंडिया प्रतियोगिता का आयोजन दिल्ली होगा।

-ये एशियाई गेम्स स्तर की प्रतियोगिता होगी।

-इसमें अच्छा प्रदर्शन करने वाले 1,000 बच्चों का चयन करके 2024 के लिए उन्हें तैयार करेंगे।

-इसमें पढ़ाई भी शामिल होगी।

-इन्हें 2024 और 2028 में ओलंपिक में अच्छे प्रदर्शन के लिए तैयार किया जाएगा और 5 लाख रुपए प्रतिवर्ष सुविधाओं के लिए दिया जाएगा

-इसके लिए 300 करोड़ की धनराशि पास भी हो चुकी है।

विद्या भारती के क्षेत्रीय संगठन मंत्री ने क्या कहा ?

विद्या भारती के क्षेत्रीय संगठन मंत्री डोमेश्वर साहू ने कहा कि विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान पूरे देश में 12,800 औपचारिक विद्यालयों और 11,980 संस्कार केंद्रों और पिछड़ी मलिन बस्तियों में शिक्षा देने का कार्य कर रहा है। एस.जी.एफ.आई द्वारा विद्या भारती को एक राज्य का दर्जा और स्वच्छता प्रमाण पत्र प्राप्त है। इसमें चार प्रान्तों गोरक्ष, काशी, कानपुर और अवध प्रान्त की 8 समितियों से 500 खिलाडी प्रतियोगिता में प्रतिभाग कर रहे हैं।

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विद्या भारती के खिलाड़ी विदेशों में भी दिखा चुके हैं दम

विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय संगठन मंत्री डोमेश्वर साहू के मुताबिक, 2016-17 में पूर्वी उत्‍तर प्रदेश क्षेत्र के विद्या भारती अखिल भारतीय प्रतियोगिता में 472 पुरूष और 216 महिला खिलाड़ी यानि कुल 688 खिलाडि़यों ने भाग लेकर 101 स्वर्ण, 55 रजत और 52 कांस्य, कुल 208 पदक प्राप्त किये। इसके अलावा एस.जी.एफ.आई. में 80 पुरूष और 16 महिलाओं यानि कुल 96 खिलाडि़यों ने भाग लेकर 3 स्वर्ण, 7 रजत और 6 कांस्य ऐसे 16 पदक प्राप्त किए।

वहीं इंटरनेशलन लेवल पर भी एशियन स्‍कूल गेम्‍स तुर्की में विद्या भारती के खिलाड़ी रामचंद्र ने गोला फेंक, राजेश कुमार ने पोल वाल्ट, श्‍याम कुमार ने 300 मीटर दौड़ में प्रतिभाग किया। वहीं वर्ल्‍ड स्‍कूल क्रास कंट्री प्रतियोगिता में हंगरी देश जाकर विद्या भारती के खिलाडी धर्मेंद्र यादव ने सहभाग किया। जूनियर एशियन एथलेटिक्स प्रतियोगिता बैंकाक में अविनाश यादव ने जेवलिन थ्रो (भाला फेंक) में अपने देश का प्रतिनिधित्व करते हुए कांस्य पदक प्राप्त किया। वर्ल्‍ड स्‍कूल गेम्‍स फ्रांस में दीपक यादव ने पोल वाल्ट में कांस्य पदक प्राप्त किया। इसी तरह विद्या भारती के खिलाड़ी देश के अंदर और विदेशों में अपने खेल से देश का सर ऊंचा करवाते आए हैं।

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