किसानों पर बोले सीएम योगी, यूपी सरकार के लिए इनका हित सर्वोपरि

मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा है कि कृषि उत्पादन आयुक्त द्वारा प्रतिदिन धान खरीद की समीक्षा की जाए।

Roshni Khan
Published on: 4 Jan 2021 12:04 PM GMT
किसानों पर बोले सीएम योगी, यूपी सरकार के लिए इनका हित सर्वोपरि
X
किसानों पर बोले सीएम योगी, यूपी सरकार के लिए इनका हित सर्वोपरि (PC: social media)

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रदेश सरकार के लिए किसानों का हित सर्वोपरि है। इसके दृष्टिगत उन्होंने धान खरीद को पूरी तेजी से संचालित करते हुए किसानों को एम.एस.पी. का लाभ सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि धान क्रय केन्द्रों पर आवश्यकतानुसार अतिरिक्त काटों की व्यवस्था करते हुए अधिक से अधिक खरीद की जाए।

ये भी पढ़ें:मुरादनगर हादसाः मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये देने का आश्वासन

कृषि उत्पादन आयुक्त द्वारा प्रतिदिन धान खरीद की समीक्षा की जाए

मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा है कि कृषि उत्पादन आयुक्त द्वारा प्रतिदिन धान खरीद की समीक्षा की जाए। समीक्षा में प्रत्येक क्रय एजेंसी की धान खरीद कार्यवाही की गहन मॉनिटरिंग की जाए। उन्होंने मण्डलायुक्तों तथा जिलाधिकारियों को प्रत्येक जनपद में एक टीम गठित कर धान क्रय केन्द्रों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं।

पी.एम. कुसुम योजना के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं

उन्होंने कहा कि प्रदेश में 'प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान' (पी.एम. कुसुम योजना) संचालित किया जा रहा है। इस योजना के अन्तर्गत सोलर पम्पों की स्थापना की जा रही है। उन्होंने पी.एम. कुसुम योजना के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।

उन्होंने कहा कि जनपदों में संचालित विकास परियोजनाओं को पूर्ण गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय सीमा में पूरा किया जाए। उन्होंने मण्डलायुक्तों तथा जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि वे प्रत्येक जनपद में 50 लाख रुपये से अधिक लागत की विकास परियोजनाओं की समीक्षा एवं भौतिक सत्यापन करें।

राज्य मुख्यालय स्तर पर भी इसी प्रकार नियमित रूप से समीक्षा किए जाने के निर्देश दिए

उन्होंने कहा कि कामगारों तथा श्रमिकों की सामाजिक एवं आर्थिक सुरक्षा तथा उनके सर्वांगीण विकास के लिए 'उत्तर प्रदेश कामगार और श्रमिक (सेवायोजन एवं रोजगार) आयोग' गठित किया गया है। उन्होंने निर्देशित किया कि आयोग की संस्तुतियों तथा निर्णयों के क्रियान्वयन के सम्बन्ध में जिलाधिकारी द्वारा साप्ताहिक तथा मण्डलायुक्त द्वारा मासिक समीक्षा करते हुए प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित कराई जाए। उन्होंने राज्य मुख्यालय स्तर पर भी इसी प्रकार नियमित रूप से समीक्षा किए जाने के निर्देश दिए हैं।

प्रभावी प्रयास करते हुए जी.एस.टी. राजस्व संग्रह में वृद्धि की जाए

सीएम ने कहा कि प्रभावी प्रयास करते हुए जी.एस.टी. राजस्व संग्रह में वृद्धि की जाए। जी.एस.टी. के अन्तर्गत अधिक से अधिक रजिस्ट्रेशन कराए जाएं। उन्होंने राजस्व संग्रह के कार्य में तकनीक का व्यापक उपयोग किए जाने के निर्देश दिए है।

ये भी पढ़ें:बंगालः कैलाश विजयवर्गीय की गाड़ी पर फेंका गया जूता, TMC पर लगा आरोप

इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, मुख्य सचिव आर.के. तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक हितेश सी. अवस्थी, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एस.पी. गोयल, अपर मुख्य सचिव एम.एस.एम.ई.एवं सूचना नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ. रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव पंचायतीराज एवं ग्राम्य विकास मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव पशुपलान भुवनेश कुमार, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Roshni Khan

Roshni Khan

Next Story