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Lucknow News: एक्शन में सीएम योगी, लापरवाह मंडलायुक्तों की रिपोर्ट तलब
Lucknow News: सीएम योगी ने राजस्व वादों के निस्तारण में लापरवाही के चलते एक्शन में हैं। सीएम ने लापरवाह मंडलायुक्तों की रिपोर्ट तलब की है।
Lucknow News: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार अधिकारियों की लापरवाही पर सख्त कदम उठा रही है। राजस्व वाद में खराब प्रदर्शन करने वाले जिलों के अधिकारियों को तलब किया गया है। मुख्य सचिव ने सीएम योगी के निर्देश के बाद राजस्व वादों की बैठक की। इस बैठक में उन सभी क्षेत्रों पर चर्चा की गई जहां राजस्व वादों के निस्तारण सबसे ज्यादा लंबित हैं। इससे पहले डीएम तक की रिपोर्ट मांगी गई थी।
सीएम योगी ने तलब की मंडलायुक्तों की रिपोर्ट
मुख्यमंत्री योगी ने राजस्व वादों के निस्तारण में लापरवाही के चलते एक्शन में हैं। सीएम ने तहसीलदार से लेकर डीएम तक की रिपोर्ट मंगाने के बाद अब मंडलायुक्तों की रिपोर्ट तलब की है। सीएम योगी के निर्देश के बाद मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने राजस्व वादों की समीक्षा बैठक की। बैठक में चौंकाने वाले मामले सामने आए। उसमें पाया कि 18 मंडलों में राजस्व वादों के 4,619 मामले लंबित हैं। मुख्य सचिव ने इस लापरवाही पर नाराजगी जताई। साथ ही उन्होंने कहा कि वादों के निस्तारण में लापरवाह मंडलायुक्तों की रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। ये रिपोर्ट जल्द ही सीएम योगी को सौंपी जाएगी। इसके बाद सीएम योगी लापरवाह मंडलायुक्तों पर कार्रवाई भी कर सकते हैं।
लापरवाह मंडलायुक्तों को मुख्य सचिव की फटकार
बैठक में मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने लापरवाह मंडलायुक्तों को जमकर फटकार लगाई। साथ ही अच्छा काम करने वाले मंडलायुक्तों की तारीफ भी की। मुख्य सचिव में बैठक में परेशान करने वाले आंकड़े पाए। उन्होंने पाया कि अलीगढ़, अयोध्या, बस्ती, विंध्याचल और आगरा मंडल राजस्व वादों के निस्तारण क में सबसे फिसड्डी हैं। इन मंडलों में सबसे ज्यादा मामले लंबित हैं। यहां के लापरवाह मंडलायुक्तों पर अब तलवार लटक रही है।वहीं, मेरठ, मुरादाबाद, वाराणसी, सहारनपुर और चित्रकूटधाम मंडल ने अच्छा काम किया है। इन मंडलों में लंबित मामलों की संख्या ज्यादा नहीं है। यहां के मंडलायुक्तों की मुख्य सचिव ने प्रशंसा की।
अलीगढ़ मंडल में सबसे ज्यादा लंबित मामले
बता दें कि सबसे ज्यादा मामले अलीगढ़ मंडल में लंबित हैं। यहां 2,445 मामले विचाराधीन हैं। इनमें पांच वर्ष से अधिक अवधि के लंबित वादों की संख्या 3,204 है। अयोध्या मंडल में विचाराधीन मामलों की व संख्या 1,049 है, जबकि पांच वर्ष वि से अधिक अवधि के लंबित मामले स 1,175 हैं। बस्ती मंडल में 942 रहे मामले विचाराधीन हैं, पांच वर्ष से ज्यादा के लंबित वादों की संख्या क 792 है। वहीं, विंध्याचल मंडल में कु पांच वर्ष से अधिक अवधि के लंबित वाद 649 हैं। इन्हीं लंबित मामलों को लेकर सीएम योगी एक्शन में हैं।