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Pratapgarh: तहसील कर्मी हत्याकांड CM योगी का कड़ा ऐक्शन, लालगंज के SDM सस्पेंड
Pratapgarh News: तहसील कर्मचारी की मौत के बाद एसडीएम ज्ञानेंद्र विक्रम सिंह फरार हैं। उन पर हत्या समेत कई गंभीर धाराएं लगाई गई हैं। जिसके बाद उनका मोबाइल बंद है और वह फरार हो गए हैं।
Pratapgarh News: प्रतापगढ़ जिले (Pratapgarh District) के लालगंज तहसील (Lalganj Tehsil) में एसडीएम (SDM) पर तहसील कर्मचारी की पिटाई का आरोप लगा था। जिसके दो दिन बाद उसकी मौत हो जाने से यह मामला अब तूल पकड़ लिया है। डीएम ने एसडीएम पर त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्हे वहां से हटाकर मुख्यालय से अटैच कर दिया था। वहीं, अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने भी इस मामले में संज्ञान लेते हुए एसडीएम ज्ञानेंद्र विक्रम सिंह (SDM Gyanendra Vikram Singh) को निलंबित कर दिया है।
वहीं तहसील कर्मचारी की मौत के बाद एसडीएम ज्ञानेंद्र विक्रम सिंह फरार हैं। उन पर हत्या समेत कई गंभीर धाराएं लगाई गई हैं। जिसके बाद उनका मोबाइल बंद है और वह फरार हो गए हैं। उनका सीयूजी नंबर भी स्विच ऑफ जा रहा है। उनके लखनऊ जाने की भी चर्चा है। उनकी आखिरी लोकेशन मेडिकल कॉलेज में मिली थी इसके बाद जिले में उनकी लोकेशन नहीं मिली। लोगों का कहना है कि वह लखनऊ निकल गए हैं वहीं कर्मचारी सुनील शर्मा के शरीर पर चोट के निशान मिले हैं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है।
प्रतापगढ़ में 30 मार्च की है घटना
बता दें ये पूरी घटना 30 मार्च की है। तहसील में नायब नजीर के पद पर तैनात शहर के विवेक नगर निवासी सुनील कुमार शर्मा ने 31 मार्च को पुलिस को तहरीर देकर आरोप लगाया था कि 30 मार्च की रात एसडीएम लालगंज ज्ञानेंद्र विक्रम सिंह होमगार्ड के साथ उनके घर में घुसकर डंडे से उन्हें जमकर पीटा. जिसके बाद उनकी हालत बिगड़ने पर एक अप्रैल को उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया और 2 मार्च को इजाल के दौरान उनकी मौत हो गई।
सुनील शर्मा के बेटे सुधीर शर्मा का आरोप है की 30 मार्च रात 9:00 बजे अचानक उपजिलाधिकारी अपने तीन साथियों के साथ घर में घुस आए और उनके पिता की जमकर पिटाई की. सुनील के बेटे ने बताया कि पिता सिर्फ 6000 सीटों की मांग कर रहे थे तहसील कैंपस की बाउंड्री बनवाने का कार्य हो सके. उन्होंने कहा कि ज्ञानेंद्र विक्रम सिंह और उनके साथियों की पिटाई के कारण उनकी हालत बिगड़ गई. जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
फिलहाल अब इस मामले में एसडीएम बुरी तरह से फंस गए हैं. मुख्यमंत्री ने उन्हें निलंबित कर दिया है. हत्या समेत कई संगीन धाराओं में उनके ऊपर मामला भी दर्ज किया गया है. एसडीएम ज्ञानेंद्र विक्रम पहली बार प्रतापगढ़ जिले में ही तैनात थे और अब वह हत्या जैसे संगीन मामलों में फंसकर अपनी पूरी नौकरी को दांव पर लगा दिया।