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PWD Transfer Case: सीएम योगी ने विभागाध्यक्ष मनोज गुप्ता समेत पांच को किया निलंबित
Transfer Case: PWD में भ्रष्टाचार की रिपोर्ट सीएम योगी आदित्यनाथ के समक्ष पहुंचने के बाद लगातार कार्रवाई जारी है। पीडब्ल्यूडी के विभागाध्यक्ष मनोज गुप्ता को निलंबित कर दिया गया है।
Lucknow: लोक निर्माण विभाग (Public Works Department) में ट्रांसफर को लेकर हुए भ्रष्टाचार की रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) के समक्ष पहुंचने के बाद लगातार कार्रवाई जारी है। आज सीएम योगी के निर्देश पर पीडब्ल्यूडी के विभागाध्यक्ष मनोज गुप्ता को निलंबित (PWD department head Manoj Gupta suspended) कर दिया गया है। इसके साथ ही विभाग के ही एक और बड़े अफसर संजय चौरसिया की भी इसमें भूमिका संदिग्ध पाई गई थी। शासन ने प्रधान सहायक संजय चौरसिया को भी निलंबित कर दिया है।
-मनोज कुमार गुप्ता, विभागाध्यक्ष
-राकेश कुमार सक्सेना, प्रमुख अभियंता
-शैलेंद्र कुमार यादव, वरिष्ठ स्टॉप ऑफिसर ई-2
-पंकज दीक्षित, प्रशासनिक अधिकारी
-संजय कुमार चौरसिया, प्रधान सहायक, व्यवस्थापन
इससे पहले सोमवार को मंत्री जितिन प्रसाद के ओएसडी एके पांडे को वापस केंद्र में भेजकर उनके खिलाफ विजिलेंस जांच के आदेश दिए गए थे। विभागाध्यक्ष मनोज गुप्ता, संजय चौरसिया, एके पांडे पर हुई कार्रवाई से अब एक बात एक दम सिद्ध हो गई है कि लोक निर्माण विभाग के ट्रांसफर में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ था। इन बड़े अफसरों पर हुई कार्यवाही के बाद अब प्रमुख सचिव भी निशाने पर आ गए हैं। सवाल यह उठ रहा है कि क्या प्रमुख सचिव भूषण के जानकारी में यह सब नहीं था।
लोक निर्माण विभाग और स्वास्थ्य विभाग में ट्रांसफर में भ्रष्टाचार
गौरतलब है कि लोक निर्माण विभाग और स्वास्थ्य विभाग में अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों तक के ट्रांसफर में बड़ा भ्रष्टाचार सामने आया था। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र और एसीएस गृह अवनीश अवस्थी के नेतृत्व में एक जांच कमेटी गठित की थी। इस कमेटी से 2 दिन के भीतर रिपोर्ट मांगी गई थी। यह रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी तक पहुंचने के बाद मंगलवार को पीडब्ल्यूडी के विभागाध्यक्ष समेत तीन अधिकारियों पर गाज गिर गई है। माना जा रहा है इसमें अभी और भी कई शामिल हैं, अगला नंबर उनका हो सकता है।
स्वास्थ्य विभाग में भी धांधली
पीडब्लूडी में बड़े अफसरों पर एक्शन के बाद अब अगला नंबर स्वास्थ्य विभाग का है। क्योकि उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक से ही सबसे पहले ट्रांसफर में हुए भ्रष्टाचार की आयत की गई थी जिसके बाद उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से जवाब तलब किया था मामला मुख्यमंत्री तक पहुंचा उन्होंने इसकी गहन जांच कराई और अब रिपोर्ट उनके समक्ष है पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के नाचने के बाद अब अगला नंबर स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों का है इनमें से एक अफसर