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Sonbhadra News: कोल्ड स्ट्रोक की चपेट में सोनभद्र, कक्षा आठ तक के सभी स्कूल बंद, दिन में भी अलाव जलाने के निर्देश
Sonbhadra News: बर्फीली हवाओं की मार ने सोनभद्र को कोल्ड स्ट्रोक के मुहाने पर लाकर खड़ा कर दिया है। डीएम चंद्र विजय सिंह के निर्देश पर कक्षा आठ तक के सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं।
Sonbhadra News: बर्फीली हवाओं की मार ने सोनभद्र को कोल्ड स्ट्रोक (cold stroke) के मुहाने पर लाकर खड़ा कर दिया है। दिन में ज्यादातर समय कोहरे की धुंध और तापमान में तेजी से गिरावट को देखते हुए डीएम चंद्र विजय सिंह (DM Chandra Vijay Singh) के निर्देश पर कक्षा आठ तक के सभी स्कूल सात जनवरी तक के लिए बंद कर दिए गए हैं। आंगनबाड़ी केंद्रों पर भी 15 जनवरी तक बच्चों के आने पर रोक लगाई दी गई है। हालांकि फिलहाल शेष गतिविधियों के संचालन के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों को खुला रखने का निर्णय लिया गया है ।
वहीं दूसरी तरफ बढ़ते ठंड के प्रकोप को देखते हुए सोनभद्र नगर पालिका और नगर पंचायतों में रात के साथ दिन में भी अलाव जलवाए जाने के निर्देश जारी किए गए हैं। जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह की तयफ से उप जिलाधिकारियों और क्षेत्राधिकारियों को भी इसकी निगरानी की हिदायत दी गई है।
कोई भी व्यक्ति खुले में अथवा असुरक्षित तौर पर न रहें
जारी निर्देश में डीएम ने कहा है कि वर्तमान में शीतलहर का प्रकोप व्यापक रूप से आमजन को प्रभावित कर रहा है। इसको लेखर शासन स्तर से निरन्तर दिशा-निर्देश प्राप्त हो रहे हैं। शीतलहर से बचाव के लिए नगरीय क्षेत्रों में और अधिक सुविधाएं उपलब्ध कराया जाना, बेसहारा एवं असहायों को शीतलहर के प्रकोप से सुरक्षित किए जाने के उपाय किए जाने के लिए भी निर्देशित किया गया है । कहा कि इसी क्रम में जनपद के सभी नगर निकायों में सायंकाल, रात्रि के अतिरिक्त दिन में भी पर्याप्त मात्रा में अलाव की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए गए हैं। सभी अधिशासी अधिकारियों को इस बात की हिदायत दी गई है कि वह अपने नगर निकाय का कम से कम दो बार चक्रमण करते हुए उपलब्ध सुविधाओं की निगरानी करें। यह सुनिश्चित करायें कि कोई भी व्यक्ति खुले में अथवा असुरक्षित तौर पर न रहें।
रैन बसेरों में अधिकाधिक लोगों के रूकने, ठहरने की व्यवस्था हो
पर्याप्त मात्रा में अलाव की सुविधा की उपलब्धता के साथ ही रैन बसेरों में अधिकाधिक लोगों के रूकने, ठहरने, अपेक्षित सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित हो। इस बात के भी निर्देश दिए गए हैं कि संबंधित उप जिलाधिकारी, क्षेत्राधिकारी स्वयं इसकी निगरानी करते हुए कार्यवाही सुनिश्चित करें। शीतलहरी के प्रभाव से होने वाली बीमारियों के चिकित्सालयों में समुचित इलाज व दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए भी संबंधितों को निर्देशित किया गया है।