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फिल्म की शूटिंग करनी हो तो यूपी आइए, मिलेगी ये सुविधा
यूपी फिल्म उद्योग का एक बड़ा केन्द्र बनता जा रहा है। राज्य सरकार की फिल्म उद्योग को बढावा देने के लिए राज्य सरकार ने जो फिल्म नीति बनाई है उसके कारण पिछले वर्षो में इस प्रदेश में कई फिल्मों की शूंटिग हो चुकी है।
लखनऊः यूपी फिल्म उद्योग का एक बड़ा केन्द्र बनता जा रहा है। राज्य सरकार की फिल्म उद्योग को बढावा देने के लिए राज्य सरकार ने जो फिल्म नीति बनाई है उसके कारण पिछले वर्षो में इस प्रदेश में कई फिल्मों की शूंटिग हो चुकी है।
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प्रदेश सूचना निदेशक शिशिर ने गोवा फिल्म फेस्टीवल में बताया कि भारतीय सिनेमा के इतिहास में फिल्म बन्धु, यूपी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इस प्रदेश ने फिल्म उद्योग को कई ख्याति प्राप्त फिल्म निर्माता, निर्देशक, कलाकार, गीतकार, संगीतकार तथा कथा/पटकथा लेखक दिये हैं। प्रदेश में विपुल सांस्कृतिक धरोहर मौजूद हैं, जो प्रदेश के गौरवशाली इतिहास, वैभवपूर्ण वास्तुकला, स्थानीय संस्कृतियों की विविधता आदि उपलब्ध है।
शूटिंग के लिए अब तक साल 2017 से 171 प्रस्ताव प्राप्त हुए
फिल्म बन्धु द्वारा फिल्मों के अनुदान के संबंध में अब तक वर्ष 2017 से अब तक फिल्म अनुदान के लिए 171 प्रस्ताव प्राप्त हुये हैं। मई, 2019 तक 103 फिल्मों की पटकथा को स्क्रिप्ट कमेटी द्वारा अनुमोदित किया जा चुका है। 09 मार्च, 2019 को 14 फिल्मों को छः करोड़ पच्चासी लाख सैतीस हजार चार सौ सैतालिस रुपये का अनुदान इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में वितरित किया गया।
प्रेजेंट टाइम में 22 फिल्मों को अनुदान दिया जाना है
उन्होंने बताया कि वर्तमान में कुल 22 फिल्मों को अनुदान दिया जाना है, जिसमें लगभग ग्यारह करोड़ तेइस लाख उन्चास हजार छः सौ छिहत्तर रुपये मात्र की धनराशि का वितरण किया जाना प्रस्तावित है। माह अगस्त, 2019 से लगभग 17 फिल्मों की पटकथा का परीक्षण स्क्रिप्ट कमेटी से कराया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि यूपी में फिल्मों के निर्माण पर फिल्म बन्धु यूपी में फिल्म की 50 प्रतिशत या उससे अधिक की गयी शूटिंग पर अनुदान की सुविधा देता है। फिल्मों के कुल शूटिंग दिवसों में से कम से कम आधे दिवसों की शूटिंग उत्तर प्रदेश में की गयी हो, के लिए अनुदान की अधिकतम सीमा एक करोड़ रुपये तक होगी। फिल्मों के कुल शूटिंग दिवसों में से दो तिहाई दिवसों की शूटिंग उत्तर प्रदेश में की गयी हो, के लिए अनुदान की अधिकतम सीमा 2 करोड़ रुपये तक होगी। यूपी में निर्मित फिल्म के लागत का 25 प्रतिशत, अधिकतम 2 करोड़ का अनुदान।
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सूचना निदेशक ने बताया कि क्षेत्रीय भाषा की फिल्मों के निर्माण पर लागत का 50 प्रतिशत, अधिकतम 2 करोड़ का अनुदान दिया जाता है। फिल्म में उप्र के पांच प्रमुख कलाकार होने पर 25 लाख रुपये तक की अतिरिक्त अनुदान की व्यवस्था। फिल्म में यूपी के समस्त कलाकार होने पर 50 लाख रुपये तक की अतिरिक्त अनुदान की व्यवस्था। उन्होंने बताया कि यदि कोई निवेशक यूपी के बड़े शहरों में फिल्म प्रशिक्षण संस्थान खोलता है, तो लागत का 50 प्रतिशत अथवा 50 लाख रुपये में से जो भी कम हो, का अधिकतम अनुदान स्वीकृत किया जा सकेगा।