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RO यश वर्मा की बढ़ीं मुसीबतें, बीजेपी नेताओं और प्रधान प्रत्याशी ने दर्ज कराया मुकदमा

किशनी आरओ यश वर्मा की मुसीबतें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं। भाजपा नेताओं ने समूचे ब्लॉक का चुनाव निरस्त करने की मांग की है।

Praveen Pandey
Reporter Praveen PandeyPublished By Shreya
Published on: 10 May 2021 11:08 PM IST
RO यश वर्मा की बढ़ीं मुसीबतें, बीजेपी नेताओं और प्रधान प्रत्याशी ने दर्ज कराया मुकदमा
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कोतवाली किशनी (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

किशनी/मैनपुरी: त्रिस्तरीय चुनावों (UP Panchayat Elections 2021) में प्रत्याशियों को जिताने के लिये पैसे का खेल जमकर चला। पैसे का खेल ब्लॉक कार्यालय में अदेय प्रमाण पत्र (नोड्यूज) देने के साथ ही शुरू हो गया था। जिसका वीडियो भी वायरल (Viral Video) हुआ था, लेकिन भ्रष्टाचार (Corruption) की गंगा में गोते लगाने वाले भ्रष्ट अधिकारी (Corrupt Officer) न जाने किस अदृश्य ताकत के बल पर यह सब कर जाते हैं। सोमवार को थाने में एक साथ 2 तहरीरें दी गईं। एक तहरीर गांव रतिभानपुर निवासी सत्येन्द्र कुमार (Satyendra Kumar) पुत्र बारेलाल द्वारा पुलिस को दी गई। उक्त तहरीर में लिखा है कि वह प्रधान पद का प्रत्याशी था।

आरोप है कि उन्हें पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी यश कुमार वर्मा (Yash Kumar Verma) के कार्यालय के बाबू अशोक कुमार शर्मा (Ashok Kumar Sharma) ने बुलाया और कहा कि तुम्हें प्रधानी का चुनाव जितवा दूंगा। वह 29 अप्रैल को विकास भवन गए और वहां पर मौजूद अशोक कुमार शर्मा तथा आर.ओ को एक लाख पन्द्रह हजार रूपये थमा दिये। रूपये देने के बाद भी सत्येन्द्र चुनाव हार गया तो उसने अपने पैसे वापस मांगे। अब सत्येन्द्र ने बताया कि उसे धमकी दी जा रही है और सबूत मिटाने के लिये उसकी हत्या भी की जा सकती है।

भाजपा नेता और जिला महामंत्री ने लगाया ये आरोप

इसी बीच भाजपा नेता प्रेम सिंह शाक्य तथा जिला महामंत्री बलबीर सिंह धनगर भी थाने पहुंचे। उन्होंने अपने प्रार्थना पत्र में डीएम तथा निर्वाचन अधिकारी को सम्बोधित करते हुये लिखा कि ब्लॉक किशनी के रिटर्निंग अधिकारी यश वर्मा द्वारा पैसे लेकर चुनाव को प्रभावित किया गया तथा हारे हुये प्रत्याशी को जिताया गया। उन्होंने उक्त प्रकरण की सात दिनों के अन्दर उच्चस्तरीय जांच कराने तथा समूचे ब्लॉक का चुनाव निरस्त करने की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि ऐसा न हुआ तो क्षेत्र के समस्त प्रत्याशी तथा क्षेत्रीय जनता धरना प्रदर्शन को मजबूर होगी। वहीं जिला पंचायत के वार्ड दो से निर्दलीय प्रत्याशी रहे नरेंद्र यादव ने डीएम को शपथ पत्र के साथ शिकायत की है।

उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन ने जानबूझकर जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी डॉ0 गजराज यादव के रामसिंह महाविद्यालय में मतगणना कराई गई। जिसमें रिटर्निंग ऑफिसर ने बेईमानी कर डॉ0 गजराज यादव को व उनके भाई ब्रजभूषण यादव को प्रधान का चुनाव जिता दिया। रिटर्निंग ऑफिसर ने कई जगह गड़बड़ी कर चुनाव को प्रभावित किया। उन्होंने डीएम से रिटर्निंग ऑफिसर के विरुद्ध कार्रवाई कर दोबारा मतगणना की मांग की है।



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