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UP Election 2022: भाजपा में शामिल हुए कांग्रेस के दिग्गज नेता RPN सिंह
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता आरपीएन सिंह ने आज भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है गौरतलब है कि कल ही कांग्रेस पार्टी ने आरपीएन सिंह को अपना स्टार प्रचारक बनाया था।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) के लिए चुनाव आयोग ने तारीखों का ऐलान कर दिया है। जिसके बाद से राज्य में सियासी हलचल तेज हो गई है। राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इसके अलावा विधानसभा चुनाव से ठीक पहले नेताओं के दलबदल करने का दौर भी जारी है। इन्हीं सबके बीच आज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आरपीएन सिंह (RPN Singh) चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस पार्टी (Congress Party) का साथ छोड़ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं।
विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सभी राजनीतिक पार्टियों में दल बदलने वाले कोई ना कोई नेता जरूर सामने आए हैं फिर चाहे वह भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party) हो, समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) या बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) लगभग सभी दलों का कोई ना कोई नेता दल बदल कर दूसरे दल में जरूर शामिल हुआ है। अब आज विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका देते हुए आरपीएन सिंह ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है। बता दें कल ही कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा चुनाव के लिए अपने स्टार प्रचारकों के लिस्ट में आर पी एन सिंह का बिना शामिल किया था।
आरपीएन सिंह को उत्तर प्रदेश में पिछड़ी जाति के बड़े नेता माना जाता है। आरपीएन सिंह यूपीए सरकार में केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं। आरपीएन सिंह का जन्म 1964 में 15 अप्रैल को हुआ था। आर पी एन सिंह मूल रूप से कुशीनगर जनपद के राजदरबार परिवार से आते हैं बता दें कुशीनगर के पडरौना में आरपीएन सिंह को राजा साहब के नाम से पुकारा जाता है।
बीजेपी में स्वामी की भरपाई करेंगे आरपीएन
विधानसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में ओबीसी नेता के का बड़ा चेहरा माने जाने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफा दे दिया और उन्होंने समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया। जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी के लिए चुनाव से ठीक पहले टेंशन बढ़ गई। अब भारतीय जनता पार्टी स्वामी प्रसाद मौर्य के जाने से पार्टी में जो कमी हुई है उसे आरपीएन सिंह के बदौलत भरना चाहती है। अब आरपीएन सिंह भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के बाद कहीं ना कहीं समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य का टेंशन बढ़ जाएगा ऐसा क्यों कहा जा रहा है इसको समझने के लिए आपको आरपीएन सिंह का राजनीतिक इतिहास देखना होगा
आरपीएन सिंह का राजनीतिक इतिहास
आरपीएन सिंह के पिता का भी राजनीति में बड़ा कद था इंदिरा गांधी के सरकार में आरपीएन सिंह के पिता श्री पी एन सिंह बतौर रक्षा मंत्री काम कर चुके हैं। आरपीएन सिंह राजनीति में उस वक्त कदम रखें जब उनके पिता सी पी एन सिंह का हत्या हो गया। जिसके बाद आरपीएन सिंह ने कुशीनगर के पडरौना विधानसभा सीट (Padrauna assembly seat) से तीन बार लगातार कांग्रेस पार्टी की ओर से विधायक चुने गए। आरपीएन सिंह पहली बार 1996 के विधानसभा चुनाव में पडरौना विधानसभा सीट से विधायक चुने गए थे। इसके बाद उन्होंने 2002 और 2007 के विधानसभा चुनाव में भी पडरौना विधानसभा सीट से जीत हासिल की, वहीं 2009 में आरपीएन सिंह ने पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ा। जिसमें उन्होंने उस वक्त बहुजन समाज पार्टी के दिग्गज नेता माने जाने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य को हराया था।
अब स्वामी प्रसाद मौर्य के भारतीय जनता पार्टी छोड़े जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी को कुशीनगर के पडरौना विधानसभा सीट से एक मजबूत प्रत्याशी मिल जाएगा उम्मीद है कि इस विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी आरपीएन सिंह को स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ चुनावी मैदान में उतार सकती है।