TRENDING TAGS :
कांग्रेसियों ने फूंका पुतला! गोडसे को आतंकवादी तो साध्वी प्रज्ञा को बताया देशद्रोही
लोकसभा में भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बयान पर सियासी तूफान मच गया था, विपक्षी पार्टियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह से प्रज्ञा सिंह ठाकुर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
मऊ: हाल ही में लोकसभा में साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर द्वारा तथाकथित रूप से नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने वाले बयान को लेकर संसद में खूब हंगामा मचा।
जिसके बाद लोकसभा में भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बयान पर सियासी तूफान मच गया था, विपक्षी पार्टियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह से प्रज्ञा सिंह ठाकुर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
जिसके बाद शुक्रवार को प्रज्ञा ठाकुर ने माफी मांग ली, लोकसभा में उन्होंने कहा कि मैंने नाथूराम गोडसे को देशभक्त नहीं कहा, फिर भी अगर किसी को ठेस पहुंचती है तो क्षमा चाहती हूं।
प्रज्ञा के बयान पर नाराजगी व्यक्त करते हुए मंगलवार को यूपी के जनपद मऊ में युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उनका पुतला फूंका। नगर स्थित मुन्शीपुरा ओवरब्रिज के पास पुतला दहन करते हुए कांग्रेसियों ने साध्वी प्रज्ञा और गोडसे के खिलाफ नारे भी लगाए।
सावंत सिंह ने कहा...
युवा कांग्रेसी नेता सावंत सिंह ने कहा कि देश में अराजकता का माहौल व्याप्त है। आजादी के बाद देश के पहले आतंकवादी नाथूराम गोडसे का नारा संसद में लगाया जा रहा है।
प्रज्ञा ठाकुर ने नाथूराम गोडसे का गुणगान कर भारतीय संसद को कलंकित करने का काम किया है, युवा कांग्रेसी इस कृत्य का विरोध करती है। ऐसे देशद्रोहियों को संसद में बैठने का अधिकार नहीं है।
उन्होंने कहा कि भाजपा से हमारी मांग है कि उनकी (साध्वी की) सदस्यता रद्द करके उनको संसद से बाहर निकाला जाए, सत्य, अहिंसा और प्रेम के पुजारी महात्मा गांधी का गुणगान पूरी दुनिया करती है, ऐसे में साध्वी प्रज्ञा ने देश की गरिमा को पूरे विश्व में गिराने का काम किया है।
बता दें कि मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के ब्यावरा से कांग्रेस विधायक गोवर्धन दांगी ने भी विवादित बयान देते हुए कहा था, 'प्रज्ञा सिंह ठाकुर यहां आईं तो जिंदा जला देंगे।
दरअसल, कांग्रेस विधायक गोवर्धन दांगी लोकसभा में प्रज्ञा सिंह ठाकुर द्वारा दिए गए बयान के खिलाफ अपनी विधानसभा ब्यावरा में प्रदर्शन कर रहे थे, प्रदर्शन के दौरान विधायक और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रज्ञा सिंह ठाकुर का पुतला भी जलाया था और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।